अनूप सिंह रावत
महाभारत कलजुग मा
कमर अपणि मसकैकि देख
सुणदा रावा
गौं का गौं
बघत भौत बदलिगो
आशीष सुंदरियाल मुक्तक
नीरज बवाड़ी मुक्तक
श्रीदेव सुमन महान
अद्कचि माया
फेसबुक्या बुढ्या
छिलु मुझि ग्याई