गौं गौं की लोककला

Bhishma Kukreti

महड़ (तल्ला नागपुर) में चौहान परिवार के भव्य पैतृक मकान में काष्ठ कला , अलंकरण विवेचना

सूचना व फोटो आभार : संजय चौहान , महड़ Copyright

Copyright @ Bhishma Kukreti , 2020

उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 112

महड़ (तल्ला नागपुर) में चौहान परिवार के भव्य पैतृक मकान में काष्ठ कला , अलंकरण विवेचना

गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बखाई , खोली , छाज ) काष्ठ अंकन - 112

संकलन - भीष्म कुकरेती

रुद्रप्रयाग के दस ज्यूला कंडाई , अगस्त्यमुनि में महड़ गाँव में चौहान परिवार का पुराना भव्य मकान है जिस पर काष्ठ कला अलंकरण की जितनी प्रशंसा हो कम ही पड़ेगी।

महड़ में चौहान परिवार के दुखंड /तिभित्या मकान में निम्न भागों में काष्ठ कला की विवेचना करनी होगी -

क -- तल मंजिल के सामन्य कमरों के दरवाजों में काष्ठ कला अलंकरण

ख - तल मंजिल में खोली /प्रवेशद्वार में काष्ठ कला अलंकरण

ग तल मंजिल में पहली मंजिल छज्जे के नीचे व खिड़कियों में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन

घ - पहली मंजिल में साधारण तिबारी में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन

च - पहली मंजिल में मुख्य तिबारी में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन

क -तल मंजिले सामन्य कमरों के दरवाजों पर काष्ठ कला अलंकरण :-

१- सामन्य कमरों के दरवाजों में ज्यामितीय अलकंरण हुआ है , मुरिन्ड /मथिण्ड में भी ज्यामितीय अलंकरण हुआ है।

ख तल मंजिल में दो खोलियों में काष्ठ कला अलंकरण अंकन

२- खोली या प्रवेश द्वार के सिंगाड़ों /स्तम्भों में अधोगामी व उर्घ्वगामी कमल पुष्प है व ज्यामितीय कला अलंकरण है

३- सिंगाड़ /स्तम्भ व मुरिन्ड /मथिण्ड मेदोनों में पर्ण-पुष्प अलकंरण हुआ है

४- दोनों खोलियों के मथिण्ड /मुरिन्ड में चतुर्भुज गणेश (धार्मिक या प्रतीकात्मक अथवा मानवीय अलंकरण ) ) अंकित हैं।

५- मुरिन्ड /म्थिन्ड के अगल बगल दोनों और ऊपर नीची दो चौखट हैं जिन पर पुष्प व पर्णालंकार अंकित हैं याने ४ पुष्प व वैसे ही कई पत्तियां अंकित हैं।

६- इन उपरोक्त चौखटों में ज्यामितीय कटान के कुल 8 दीवालगीर हैं व प्रत्येक दीवालगीर में कटान से मिशिरत आकृति का आभासी अलंकरण (पशु भी दिखे व वनस्पति भाग भी )

६- छत के नीचे खोली के मुरिन्ड ऊपर काष्ठ की पट्टिकाएं हैं जिन से शंकु नुमा आकृति लटक रही हैं। इन काष्ठ पट्टिकाओं में पर्णालंकरण हुआ है।

ग - तल मंजिल में पहली मंजिल छज्जे के नीचे व खिड़कियों में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन

मकान में अन्य मकानों जैसे छज्जे एकसार नहीं हैं अपितु केवल तिबारियों के नीचे ही है याने कुल तीन छज्जे हैं। इन छज्जों के नीचे तल मंजिल में काष्ठ नक्कासी निम्न तरह से हुयी है -

७- छतों के नीचे कटान से बैकेटों में नक्कासी हुयी है जिनमे ज्यामिति व कहीं पुष्प कली या चिड़िया चोंच का आभासी अंलकरण हुआ है

८- सामन्य तिबारी के एक छज्जे के नीचे ग पहले चौकट में गाय - , बछिया व मनुष्य गाय को घास खिलाते हुए अंकित हुआ है , इसी स्थान में दूसरे क चौखट में बड़े आकर की चिड़िया व तीसरे चौखट में बड़ा हाथी व पीछे हाथियों के झुण्ड का आभास का चित्र अंकित है।

९- बाकी छतों के नीचे बरकतों /डेवलगीरों से बने चौखटों में पर्ण -पुष्पालंकार अंकन हुआ है। लगभग 16 से अधिक डेवलगीरों से निर्मित चौखट हैं जीने पुष्प-पर्णालंकार अंकित हुआ है।

घ - पहली मंजिल में साधारण तिबारी में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन

१० -महड़ के चौहान परिवार के पैतृक भव्य मकान में दो किस्म की तिबारियां हैं। दो तिबारियां सामन्य तिबारियां है जिनमे चार चार स्तम्भों से तीन -तीन खोली बनती हैं। स्तम्भों में उर्घ्वगामी व अधोगामी कमल दल अंकित हैं व ज्यामितीय कटान है। मुरिन्ड चौखट है व कोई मेहराब नहीं है।

च - पहली मंजिल में मुख्य तिबारी में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन

११- महड़ (रुद्रप्रयाग ) के चौहान परिवार के इस भव्य मकान के पहली मंजिल में मध्य में भारी तिबारी है

१२ - तिबारी में ४ भरी स्तम्भ हैं जो तीन खोली /ख्वाळ बनाते हैं। प्रत्येक सम्भ में दो अधोगामी कमल दल . दो उर्घ्वगामी कमल दल व दो नक्कासी युक्त ड्यूल हैं

१३- स्तम्भों के शीर्ष में कुल तीन मेहराब है व प्रत्येक मेहराब के बाह्य तल के त्रिभुज में पर्णालंकार अंकित है व दो किनारे के मेहराबों के त्रिभुजों के दो दो सूर्य नुमा बहुदलीय पुष्पालंकार अंकित हैं.

१४- मेहराब के मुरिन्ड के ऊपर चौखट में शगुन या सुख हेतु एक वीर देव पुरुष या महामन्व की आकृति अंकित है।

१५- स्तम्भ के ऊपर जब स्तम्भ थांत बनते हैं तो उनमे दीवालगीर हैं जिनमे पुष्पालंकार व चिड़िया चोंचालंकार अंकित हैं ,

१६ - मुरिन्ड /मथिण्ड के ऊपर पट्टिकाओं में पर्ण -पुष्पालंकार अंकित है।

अभी चौहान परिवार में हेमंत चौहान , विजयपाल चौहान , लखपत सिंह , संजय चौहान आदि मकान की देखरेख में पूरी रूचि लेते हैं

निष्कर्ष निकला जा सकता है कि महड़ में चौहान परिवार के भव्य पैतृक मकान में ज्यामितीय , प्राकृतिक व मानवीय (पशु , पक्षी , मअब , देव प्रतीक )प्रकार के अलंकरण हुए हैं व कम से कम 16 प्रकार के अलंकरण हुए हैं।

सूचना व फोटो आभार : संजय चौहान , महड़

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