गढ़वाली में जल से सम्बन्धित शब्दावली
गढ़वाली में जल से सम्बन्धित शब्दावली
कुंड/ढंडी- (मिट्टी से बना पानी का तालाब)
कुंवा/नौलो- (कुआँ)
कूल- (गूल)
खाळ- (प्राकृतिक रूप से बना पशुओं के लिए पानी पीने का तालाब)
छुबडळा- (छोटा गड्ढा जिसमें पानी एकत्रित हुआ हो)
गंगाळ- नदी (गंगा तथा उसकी शाखाओं के लिए प्रयुक्त)
गदेरा/गदना- (पहाड़ी नाला)
गाड- (नदी)
चोबडळा- (ज़मीन से रिसते पानी से बने छोटे-छोटे गड्ढे)
छोया- (बरसाती पानी का स्रोत)
छौड़ो /छिंचड़ो- (झरना, पानी की तीव्र मोटी धार)
तलौ- (तालाब)
नवाळो- (पानी का कुंड जिसमें नीचे से पानी आता है)
नैर- (नहर)
पंद्यारो- (पनघट)
पणधारि- (पानी की धार जो बारिश में मकान से टपकती है)
मंगरा- (पानी का प्राकृतिक स्रोत, पनघट)
रौ/औत- (भंवर, नदी में वह स्थान जहाँ पानी गोल- गोल घूमे)
(साभार- हिंदी-गढ़वाली-अंग्रेज़ी शब्दकोश - रमाकान्त बेंजवाल एवं बीना बेंजवाल)