गौं गौं की लोककला

संकलन

ठंठोली में बामदेव कुकरेती -भवानी शंकर कुकरेती के जंगलेदार मकान में काष्ठ कला

सूचना व फोटो आभार : सतीश कुकरेती , कठूड़

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Copyright @ Bhishma Kukreti , 2020

उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 80

ठंठोली में बामदेव कुकरेती -भवानी शंकर कुकरेती के जंगलेदार मकान में काष्ठ कला

ठंठोली (ढांगू ) में भवन काष्ठ उत्कीर्ण कला भाग -10

ढांगू गढ़वाल , हिमालय की तिबारियों/ निमदारियों / जंगलों पर काष्ठ अंकन कला श्रृंखला

दक्षिण पश्चिम गढ़वाल (ढांगू , उदयपुर , डबराल स्यूं अजमेर , लंगूर , शीला पट्टियां ) तिबारियों , निमदारियों , डंड्यळियों , बाख रियों में काष्ठ उत्कीर्णन कला /अलंकरण श्रृंखला

गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार , बाखरी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 80

संकलन - भीष्म कुकरेती

ठंठोली (मल्ला ढांगू , द्वारीखाल ब्लॉक, लैंसडाउन तहसील ) में तिबारी व जंगलेदार मकानों की संख्या अच्छी खासी है। सम्प्रति बामदेव कुकरेती -भवानी शंकर कुकरेती के जंगलेदार मकान में काष्ठ कला की जांच पड़ताल होगी।

16 सपाट स्तम्भों से सुस्सजित जंगला पहली मंजिल पर स्थापित है। स्तम्भ लकड़ी के छज्जे पर टिके हैं व सीधे ऊपर छत आधार पट्टिका से मिलते हैं। बाम देव कुकरेती - भवानी शंकर कुकरेती के जंगले दार मकान की भी विशेषता है कि शीर्ष में दो स्तम्भों को T आकार की आकृति आपस में जोड़ती है या शीर्ष में दो स्तम्भों के मध्य T आकार की ज्यामितीय कला आकृति है जो जंगले की सुंदरता व विशेषता (exclusivity ) वृद्धि कारक है।

जंगले में कोई अन्य अवयव विशेष नहीं अपितु इलाके के अन्य जंगले दार कूड़ों जैसे हैं।

अज्ज भी बामदेव -भवानी शकर कुकरेती का जंगले दार कूड़ ठंठोली व बामदेव कुकरेती -भवानी शंकर कुकरेती की पहचान (identity ) वृद्धिकारक है।

सूचना व फोटो आभार : सतीश कुकरेती , कठूड़

Copyright @ Bhishma Kukreti, 2020