उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास भाग -57
सोजल/सुनारा की सब्जी , औषधीय उपयोग,अन्य उपयोग और इतिहास
उत्तराखंड परिपेक्ष में सब्जियों का इतिहास - 15
उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास --57
सोजल/सुनारा की सब्जी , औषधीय उपयोग,अन्य उपयोग और इतिहास
उत्तराखंड परिपेक्ष में जंगल से उपलब्ध सब्जियों का इतिहास -15
उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --57
आलेख : भीष्म कुकरेती
उत्तराखंडी नाम -सुनारा , सोजल
संस्कृत नाम -दशमूल , शिग्रु , शोभांजन
हिंदी -संजना , सृञ्जना आदि
नेपाली नाम -सीताचिनि
मराठी -शींग आदि
सुनारा/सोजल/Drumstick एक अत्यंत उपयोगी , लाभदायी वनस्पति होने के बाद भी उत्तराखंड में बहुत कम प्रयोग किया जाता है। उत्तराखंड में सुनारा/सोजल /Drumstick की शाखाओं की सब्जी बनाई जाती है।
सुनारा/सोजल /Drumstick का जन्मस्थल पश्चिम हिमालय के दक्षिणी तलहटी या और मध्य हिमालय की तलहटी याने चेनाब से शारदा नदी के मध्य सुनारा /सोजल /Drumstick का जन्म स्थल है। भारत के सभी प्रदेशों के अतिरिक्त 82 देसों में सुनारा/सोजल /Drumstick पाया जाता है और सुनारा/सोजल /Drumstick की कि खेती की जाती है। सुनारा /सोजल /Drumstick के 200 नाम हैं।
चरक संहिता के तीसरे अध्याय में सुनारा /सोजल /Drumstick के उपयोग का उल्लेख है। सुनारा /सोजल /Drumstick का उल्लेख सुश्रुवा संहिता , भेसज्य रत्नावली , भाव प्रकाश में भी उल्लेख हुआ है।
भारत में 2000 BC पहले से सुनारा /सोजल /Drumstick का आयुर्वैदिक उपयोग होता आ रहा है एवं 300 बीमारियों के उपचार हेतु उपयोग होता था। फिर भारत से सुनारा /सोजल /Drumstick यूनान पंहुचा वहाँ से रोम और मिश्र पंहुचा जहां औषधि हेतु सुनारा /सोजल /Drumstick की खेती शुरू हुयी।
बाइबल में भी सुनारा /सोजल /Drumstick का उल्लेख है। बहुत सी जगह इसे मिराकल प्लांट कहते हैं।
सुनारा/सोजल /Drumstick का पेड़ बीस पच्चीस फीट तक ऊंचा होता है और इसके फल एक से डेढ़ लम्बी -एक इंच तक गोल टांटी (फलियां ) होती हैं .
सुनारा/सोजल /Drumstick में पोषण तत्व इस प्रकार हैं
सुनारा/ सोजल /Drumstick में नारंगी से सात गुना विटामिन C मिलता है।
सुनारा/ सोजल /Drumstick में गाजर से चार गुना विटामिन A मिलता है।
सुनारा/ सोजल /Drumstick में गाय के दूध से चार गुना कैल्सियम मिलता है।
सुनारा/ सोजल /Drumstick में केले से तीन गुना पोटेसियम मिलता है।
सुनारा/ सोजल /Drumstick में दही से दो गुना प्रोटीन मिलता है।
सुनारा /सोजल /Drumstick में विटामिन A, B1, B; B 2 C, E मिलते हैं।
इसके अतिरिक्त सुनारा /सोजल /Drumstickकी पत्तियों में -
20 तरह के अमीनो ऐसिड;
46 प्रकार के एंटी ऑक्सीडेंट ;
36 तरह के एंटीइंफलेमेट्री तत्व ;
कई अति लाभदाई खनिज तत्व ;बीटा कैरोटीन ;थियामिन , राइबो फलैविन जैसे तत्व मिलते हैं।
सुनारा /सोजल /Drumstickपौष्टिक तत्वों की खान है।
सुनारा /सोजल /Drumstick का प्रत्येक भाग उपयोगी है और कई बीमारियों के उपचार में आज भी कामयाब वनस्पति है। इसीलिए इसे 'आश्चर्यकृत वनस्पति कहते हैं।
सुनारा /सोजल /Drumstickकी फलियों का भोजन में उपयोग
अरहर या मलका , धुली मूंग की दल में अथवा साम्भर में सुनारा /सोजल /Drumstickकी फलियों के एक इंच टकड़े डालते हैं।
सुनारा /सोजल /Drumstick की फलियों के एक इंच टुकड़े कर dry सुखी सब्जी भी बनती है या अन्य सब्जियों के साथ मिलकार उपयोग होता है।
सुनारा /सोजल /Drumstick की पत्तियों को अन्य हरी सब्जियों के साथ भी सब्जी बनायी जाती है।
उत्तराखंड में सुनारा /सोजल /Drumstickका उपयोग नगण्य से भी कम होता है।
Copyright @ Bhishma Kukreti 12 /11/2013