म्यारा डांडा-कांठा की कविता

प्रकाशित रचनाये :

"मंगतू" खंडकाव्य - सन १९६०

"अज्वाल" कविता संग्रह (प्रथम संस्करण ) - सन १९७८

"कुयेड़ी" गीत संग्रह - सन १९९०

"नागरजा" महाकाव्य (भाग -१) - सन १९९३

"चौठो की ध्वीड़ " यात्रा वृत्रांत - सन १९९८

"नागरजा" महाकाव्य (भाग -२) -सन १९९९

"अज्वाल" कविता संग्रह (भाग -२ ) - सन २००४

"नागरजा" महाकाव्य (भाग -३ व ४) - सन २००९

कन्हैयालाल डंडरियाल.

जीवन परिचय :

जन्म : ११ नवम्बर १९३३

ग्राम : नैली पट्टी -मवालस्यु

पौढ़ी गढ़वाल उत्तराखंड (उत्तरांचल)

शिक्षा : साधारण

प्रकशाधीन

गढ़वाली - शाब्दकोष

अप्रकाशित रचनाये :

"बागी उप्पने लड़े " खंडकाव्य

" उडणी गण" खंडकाव्य

"कंसानुक्रम" नाटक (मंचित)

"स्वयवर" नाटक (मंचित)

"भ्वीचल" नाटक (मंचित)

"अबेर च अंधेर नी" नाटक

"रुद्री" उपन्यास

पुरस्कार एव सम्मान

१. गढ़ भारती पुरस्कार - गढ़वाल साहित्य मंडल दिल्ली - सन १९७२

२. प. टीका राम गौड़ पुरस्कार - गढ़भारती, दिल्ली - सन १९८४

३. डॉ पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल नामित पुरस्कार - उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान , लाखनऊ - सन १९९०

४. प . आदित्यराम नवनी गढ़वाल भाषा प्रोत्साहन पुरस्कार - गढ़वाली साहित्य परिषद् , कानपूर , उ.प . - सन १९९१

५. गढ़-रतन पुरस्कार - गढ़वाल भात्र परिषद, मुंबई - सन १९९४

६. जयश्री सम्मान - जयश्री सम्मान ट्रस्ट , देहरादून , उतरांचल

७. उत्तराखंड गौरव - गंगोत्री सामाजिक संस्था दिल्ली

८. साहित्य सिरोमणि सम्मान २००४ (मरणोपरांत) - उत्तराखंड राज्य लोकमच दिल्ली .


कन्हैयालाल डंडरियाल.सि

२० वर्ष की आयु में जीविका की खोज में दिल्ली आये तथा बिरला मिल्स में कार्य करने लगे सन १९८२ में मिल्स बंद होने के कारण कुछ समय तक निजी कार्य करते रहे.