गौं गौं की लोककला
गटकोट (ढांगू ) में जखमोला परिवार की निमदारी में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन , नक्कासी
सूचना व फोटो आभार : विवेका नंद जखमोला , गटकोट
Copyright
Copyright @ Bhishma Kukreti , 2020
उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 167
गटकोट (ढांगू ) में जखमोला परिवार की निमदारी में काष्ठ कला , अलंकरण अंकन , नक्कासी
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , कोटि बनाल ) काष्ठ कला अलंकरण अंकन, नक्कासी - 167
संकलन - भीष्म कुकरेती
पौड़ी गढ़वाल के द्वारीखाल ब्लॉक में गटकोट एक प्राचीन गाँव है व एक समय यह गढ़ी थी व यहाँ एक कोट (छोटा किला भी था। यहाँ की कई तिबारियों व निमदारियों पर पहले चर्चा हो चुकी है। अभी कुछ तिबारियों पर चर्चा हनी बाकी है. इसी क्रम में आज गटकोट में नारयण दत्त जखमोला व मुनिराम जखमोला की निम दारी में काष्ठ कला की चर्चा होगी। कभी गटकोट की यह निमदारी में खूब चहल फल रहती थी अब उजाड़ पड़ी है।
गटकोट में नारायण दत्त , मुनिराम जखमोला की निमदारी ढांगू की अन्य निमदारियों जैसी ही है व कला दृष्टि से कोई विशेष अंतर् इस निमदारी में नहीं पाया गया। दुपुर , दुखंड मकान में निमदारी पहली मंजिल के पत्थर के छज्जे पर लगी है। निम दारी में आठ सादे स्तम्भ हैं जो छज्जे से सीधे मुरिन्ड की कड़ी से मिल जाते हैं। स्तम्भों पर कोई नक्कासी नहीं हुई है। एक दरवाजों में ज्यामितीय कटान हुआ है व पैनल , मूलियन देखकर लगता है कि दरवाजा बाद में जोड़ा गया है।
भवन में कोई विशेष काष्ठ कला नहीं दिखती है।
सूचना व फोटो आभार : विवेका नंद जखमोला , गटकोट
यह लेख भवन कला, नक्कासी संबंधित है न कि मिल्कियत संबंधी . मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: वस्तुस्थिति में अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti, 2020