गढ़वाली में तंत्र-मंत्र सम्बन्धित शब्दावली
अजेपाल- (अजयपाल)
असतरी/अस्त्री- (स्त्री)
अष्ट भैरों- (आठ भैरव)
आगास- (आकाश)
आण- (कसम)
आदिनाथ- (आदिनाथ शिव)
आदेश- (प्रणाम, नमस्कार)
ॐ/ऊँकार- (प्रणव)
उखेल- (दूर कर दे)
उदंकार- (प्रकाश)
ओतरदा- (कंपायमान हुआ)
औष्या- (अवस्था)
औतार- (अवतार)
कछोटी- (कछनी)
कटार- (छोटी तलवार)
कमन-कमन- (किस-किस)
कानन- (कानों)
कासट- (काष्ठ)
किलकदा- (चीखता हुआ)
कीलों- (कीलन)
कुंता- (कुंती)
केस- (केश)
कोटवाल- (कोतवाल)
षारी- (लवण)
खितरपाल- (क्षेत्रपाल)
षोजंती- (खोजते, ढूंढ़ते)
ज्ञीऊँ- (गेहूँ)
गैरिज्या- (गिरिजा, गौरी)
घट- (घड़ा, काया)
चौंल़- (चावल)
छत्र- (छाता)
जनु ने- (जिन्होंने)
जाग- (जागो)
जाणंती- (जानते हैं)
जाणदा- (जानने वाले)
जोती- (ज्योति)
तनौ का- (उनके)
तृथा- (त्रेता)
थानं- (स्थान)
थापना- (स्थापना)
देउ- (दोगे)
नौ षंड- (नव खण्ड)
नौउमे- (नवें)
पाटण- (नगर)
पारजा- (प्रजा)
पिण्डा- (शरीर)
पैरंती- (पहनती है)
पोन- (पवन)
बांधो- (जकड़ो)
मण- (मन)
मणस्वात- (मनुष्य)
मसाण- (पिशाच)
यसूर- (ईश्वर)
लूवा- (लोहे की)
ल्याउं- (लाऊं)
वभूत- (भस्म)
संघारी- (संहार)
(साभार- हिंदी गढ़वाली अंग्रेजी शब्दकोश- रमाकान्त बेंजवाल एवं बीना बेंजवाल, संरक्षण आधार- अरविंद पुरोहित)