उत्तराखंड के कलम वीर

खुद को खोजिए मस्त रहिए

अगर एक ही काम करते करते बोर हो गए तो नए इलाके तलाश करिए। फूल लगाइए पेड़ पौध लगाइए। पंछियों को देखिए। आवश्यकताएं सीमित करिए और आनन्द असीमित। दिखाऊ नहीं टिकाऊ बनिये। दोस्तो से खूब बातें शेयर कीजिये। जब मिलें तो ये बड़ी बड़ी बात नहीं ये कहिये कैसे हो यार जन्दगी कैसी चल रही है। इन सबके बावजूद आत्महत्या कायरता नहीं होती है फिर कहना है किसी भी समाज मे घटी आत्महत्या शेष समाज के लिए एक सवाल होती है ।

इस सबके बावजूद अभी देश मे सबसे ज्यादा अकेले और भविष्य को लेकर असुरक्षित युवा साथी है सरकारों को उनके लिए जरूर कुछ रचनात्मक कदम उठाने चाहिए वरना आत्महत्याओं का शिलशिला और बढ़ सकता है।