गौं गौं की लोककला

गूम (बिजलौट, पौड़ी ) में स्व पंडित खिमा नंद काला के अनोखे मकान में काष्ठ कला अलंकरण अंकन; लकड़ी नक्काशी

सूचना व फोटो आभार : कवि , शिक्षा विद रमा कान्त ध्यानी

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Copyright @ Bhishma Kukreti , 2020

उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 221

गूम (बिजलौट, पौड़ी ) में स्व पंडित खिमा नंद काला के अनोखे मकान में काष्ठ कला अलंकरण अंकन; लकड़ी नक्काशी

गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड, की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , मोरी , कोटि बनाल ) काष्ठ कला अलंकरण अंकन; लकड़ी नक्काशी - 221

Tibari House Wood Art in Goom , Bijlot , Pauri Garhwal

संकलन - भीष्म कुकरेती

नैनीडांडा , धुमाकोट पूड़ी गढ़वाल क्षेत्र से कई तिबारियों व निमदारियों (जंगलेदार मकान ) की सूचना मिली हैं। इसी क्रम में आज धुमाकोट तहसील के गूम गाँव में स्व खीमा नंद काला द्वारा बनाये गए जंगलेदार मकान व तिबारी की काष्ठ कला की विवेचना होगी। स्व खिमा नंद कला ने यह मकान संबत 1985 अर्थात सन 1928 में निर्मित किया था व समय उनके मकान के दरवाजे पर खुदा हुआ है। मिस्त्री थे ग्राम पटोटिया (नैनीडांडा ) के जसमल। जसमल का नाम भी दरवाजे पर अंकित है।

गूम (बिजलौट, पौड़ी ) में स्व पंडित खिमा नंद काला का दुपुर , दुघर मकान अनोखा इसलिए है कि ऐसे बहुत कम मकान पाए गए हैं जहां जंगला पहली मंजिल पर बंधा है व तिबारी तल मंजिल में स्थापित है (पंडित विश्वंबर दत्त देवरानी , ज्याठ गांव जैसे ) I गूम (बिजलौट, पौड़ी ) में स्व पंडित खिमा नंद काला के मकान में लकड़ी नक्कासी विवेचना हेतु इन बिंदुओं पर ध्यान देना होगा - तल मंजिल में तिबारी , खोली , दरवाजे पर अंकन , पहली मंजिल में स्तम्भ व जंगल में लकड़ी कारीगरी।

गूम (बिजलौट, पौड़ी ) में स्व पंडित खिमा नंद काला के तल मंजिल में खोली में काष्ठ कला , अलंकरण :- स्व पंडित खिमा नंद काला के मकान में तल मंजिल में परम्परागत खोली है। खोली के दोनों ओर मुख्य स्तम्भ चार चार तीन तीन उप स्तम्भों के युग्म से बने हैं। चारों उप स्तम्भ ऊपर जाकर मुरिन्ड (शीर्ष ) की सतह (layers ) बनते हैं। चार उप स्तम्भों में तीन उप स्तम्भ लगभग एक जैसे हैं जो आधार से सीधे ऊपर चलते जाते हैं व इन उप स्तम्भों में प्राकृतिक (लता पर्ण ) कला अंकित हुयी है। चौथे उप स्तम्भ के आधार में अधोगामी /उल्टा कमल दल है , इसके ऊपर ड्यूल है व फिर सीधा कमल दल है व यहां से उप स्तम्भ पर्ण लतायुक्त नक्कासी हो ऊपर मुरिन्ड की और चले जाते हैं।

खोली के मुरिन्ड के चौखट स्तर जो खोली का निम्न स्तर है के ऊपर मेहराब है। मेहराब के अंदर चाप के पटिले (तख्ता ) में पट्टी आदि की नक्काशी हुयी है। मेहराब के ऊपर त्रिभुजों (स्कन्धों ) में एक एक बहुदलीय फूल है व बाकी स्थान में प्राकृतिक अलंकृत कला अंकित हुयी है। मुरिन्ड का सबसे ऊपरी स्तर चौखट है। मुरिन्ड के अगल बगल में ऊपर से दीवालगीर हैं जिन पर ज्यामितीय कला के अतिरिक्त हाथी का भी अंकन है। खोळी मुरिन्ड के ऊपर छप्परिका आधार से शंकु लटके हैं।

स्व पंडित खिमा नंद काला के मकान में तल मंजिल में तिबारी में काष्ठ कला उत्कीर्णन :- तिबारी चार सिंगाड़ों (स्तम्भों ) की बनी है व तीन ख्वाळदार तिबारी है। प्रत्येक काष्ठ स्तम्भ के आधार में अधोगामी (उल्टा ) कमल दल से क्मम्भी बनी है कुम्भी के ऊपर ड्यूल (ring type wood plate जैसे बोझा धोने हेतु सर पर गोल कपड़ा या रस्सीनुमा पगड़ी रखी जाती है ) है व ड्यूल के ऊपर उर्घ्वगामी (सीधा ) कमल दल है , यहां से स्तम्भ लौकी आकर ले लेता है व ऊपर बढ़ता है। जहां सबसे कम मोटाई है वहां से स्तम्भ दो भागों में बंट जाता है - १- मेहराब का अर्ध चाप व २- स्तम्भ सीधा थांत आकृति धारण क्र मुरिन्ड चौखट की कड़ी से मिल जाता है। मेहराब का अर्ध चाप सामने वाले स्तम्भ के अर्ध चाप से मिल पूरा मेहराब बनता है। मेहराब के ऊपरी तरभुजों (स्कंध ) में एक त्रिभुज में एक किनारे हाथी है व दुसरे किनारे परं लताएं अंकित हुयी है। एक त्रिभुज में अष्टदलीय फूल है। मुरिन्ड के चौखट कड़ी के ऊपर की कड़ी में तरंगित पत्तियां -लताओं का अंकन हुआ है। तिबारी के मुरिन्ड के ऊपर छज्जे आधार से लकड़ी के शंकु लटके हुए हैं।

गूम में स्व पंडित खिमा नंद काला के मकान के दरवाजे में काष्ठ कला अंकन - स्व पंडित खिमा नंद काला के मकान में तल मंजिल के दरवाजे में काष्ठ कला अंकन मिलता है। दरवाजे का नीचे का भाग

सपाट है जिसके ऊपरी भाग में लेख अंकन के अतिरिक्त बहुदलीय पुष्प अंकित है। इस भाग के ऊपर आकर्षक चतुष्दलीय पुष्प अंकित हैं। इस भाग के बाद दो सपाट पत्तियां दिखती है जिसके ऊपर पत्तियों का अंकन जिसमे पट्टी की धमनिया भी नजर आ रही हैं। इसके ऊपरी भाग में गुंथी छोटी जैसा अंकन हुआ है जिसके ऊपर गोल आकार की पत्तियों का अंकन हुआ है।

गूम में स्व पंडित खिमा नंद काला के मकान के पहली मंजिल में जंगले /निमदारी में काष्ठ अंकन :- गूम में स्व पंडित खिमा नंद काला के मकान के पहली मंजिल में भव्य जंगला बंधा है। निमदारी में 20 खाम / स्तम्भ हैं। प्रत्येक स्तम्भ आधार व ऊपर मोटे कटे हैं व बीच में कम मोटे हैं। प्रत्येक दो स्तम्भ के ख्वाळ में दो लकड़ी की चौकोर लकड़ी की कड़ी से रेलिंग बनी हैं व रेलिंग के बीच लौह सीक से जंगला बना है।

निष्कर्ष निकलता है कि गूम में स्व पंडित खिमा नंद काला के भव्य मकान में ज्यामितीय , प्राकृतिक व मानवीय कला अलंकरण अंकन हुआ है।

सूचना व फोटो आभार : कवि , शिक्षा विद रमा कान्त ध्यानी

यह लेख भवन कला संबंधित है . भौगोलिक स्थिति व मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: यथास्थिति में अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .

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