पालक का कापा
ज़ायका उत्तराखंड का : पालक का कापा
रोज-रोज दाल खाते-खाते अगर आप बोर हो गए हैं तो पालक का कापा आपके लिए एक अच्छा व्यंजन है। उत्तराखंड में कापा-भात बड़े ही चाव से खाया जाता है। वैसे तो कापा आप देसी पालक से भी बना सकते हैं लेकिन पहाड़ी पालक इसके स्वाद को दोगुना कर देता है। पालक के गुणों से तो आप परिचित होंगे ही, तो चलिए बनाते हैं पालक का कापा।
मेरी टिप:
पालक में मेथी भी मिला सकते हैं , चावल के आटे की जगह बेसन भी इस्तेमाल कर सकतें हैं
- पालक का कापा बनाने की सामग्री ( Palak ka kapa Recipe Banane Ki Samagri Hindi Me )
- पालक 1 गुच्छा
- झखिया 1/2 छोटा चम्मच
- जीरा 1/2 छोटा चम्मच
- अदरक और हरी मिर्च का पेस्ट...1 छोटा चम्मच
- हल्दी....1/4 छोटा चम्मच
- चावल का आटा १ बडा चम्मच
- लाल मिर्च साबुत २
- नमक.स्वादानुसार
- देसी घी या सरसों का तेल 1 चम्म
सबसे पहले पालक को धोकर मोटा-मोटा काट लें।
अब लोहे की कढा़ई में देसी घी डालकर जीरा, खड़ी मिर्च और हींग मिला दें। जब वह तड़कने लगे तब पालक डालकर पकाएं।
अब एक कटोरे में चावल का आटा लें और इसमें पानी डालकर घोल बनाएं। ध्यान रहे घोल एकसार हो।
घोल को पालक के साथ मिला दें। ऊपर से हल्दी और गर्म मसाला डालें।
बीच-बीच में चलाते रहें जिससे ये कड़ाही ना पकड़ ले। कापा गाढ़ा होने तक पकाएं (लगभग 10 मिनट)।
पालक का कापा खाने का मजा तो चावल के साथ ही आता है लेकिन आप चाहें तो इसे रोटी के साथ भी परोस करते हैं।