© नरेश उनियाल,

ग्राम -जल्ठा, (डबरालस्यूं ), पौड़ी गढ़वाल,उत्तराखंड !!

महाराणा प्रताप

"मातृभूमि पर मिटने वाला,

शूरवीर था वो रखवाला !!"


"नौ मई पंद्रह सौ चालीस,

जन्मा कुम्भलगढ़ वाला,

उदय सिंह, जीवत कँवर का,

जिगर था वो जिगरेवाला !!


सूर्यवंश मे जन्म लिया,

मेवाड़ राज्य का था प्यारा,

मातृभूमि पर मिटने वाला,

शूरवीर था वो रखवाला !!1!!


"रजपूताना राजघराना,

राजवंश था सिसोदिया,

बहुत वीर था दृढ़ प्रतिज्ञ वो,

स्वाधीनता के लिए जिया,

नाम महान, राणा प्रताप था,

वीर वंश ने था पाला,

मातृभूमि पर मिटने वाला,

शूरवीर था वो रखवाला !!2!!


पंद्रह सौ छियत्तर में जब,

हल्दीघाटी युद्ध हुआ,

वीर शिरोमणि योद्धा राणा,

'चेतक' पर आरूढ़ हुआ,

कवच थे पहने दो मन के तो,

हाथ में दो मन था भाला ,

मातृभूमि पर मिटने वाला,

शूरवीर था वो रखवाला !!3!!


मेवाड़ मुकुटमणि ने मेवाड़ पर,

शासन उनतीस साल किया,

एक-एक क्षण एक-एक पल,

स्वाभिमान के साथ जिया,

सत्तावन साला अल्प आयु में,

स्वर्गलोक जिसने पाया,

मातृभूमि पर मिटने वाला,

शूरवीर था वो रखवाला !!4!!