गौं गौं की लोककला

(सिलवाड़ (पौड़ी गढ़वाल ) में स्व चंडी प्रसाद घनसेला की निमदारी में काष्ठ कला अलंकरण अंकन;

सूचना व फोटो आभार : परम मित्र

Copyright

Copyright @ Bhishma Kukreti , 2020

उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 197

सिलवाड़ (पौड़ी गढ़वाल ) में स्व चंडी प्रसाद घनसेला की निमदारी में काष्ठ कला अलंकरण अंकन;

लकड़ी नक्काशीगढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , मोरी , कोटि बनाल ) काष्ठ कला अलंकरण अंकन; लकड़ी नक्काशी - 197

संकलन - भीष्म कुकरेती

सिलवाड़ (पौड़ी गढ़वाल ) से स्व चंडी प्रसाद घनसेला की निमदारी की फोटो सहित सूचना मिली है। स्व चंडी प्रसाद घनसेला की निमदारी दुपुर , दुखंड (दुघर ) मकान में स्थापित है। निमदारी मकान के पहली मंजिल में दो तरफ स्थापित है। निमदारी में सामने की ओर दस स्तम्भ (खाम ) व दुसरी ओर सात स्तम्भ (खाम ) स्थापित हैं। प्रत्येक स्तम्भ (खाम ) लकड़ी के छज्जे से शुरू होकर ऊपर कड़ी रूपी मुरिन्ड (मथिण्ड ) से मिल जाते हैं। प्रत्येक स्तम्भ (खाम ) का आधार कुछ मोटा है अन्यथा पूरा स्तम्भ ( खाम ) सपाट है। आधार पर छह इंच व एक डेढ़ फिट की ऊंचाई पर रेलिंग हैं व दोनो रेलिंग के मध्य सपाट जंगला है।

निमदारी लम्बी व दोनों ओर स्तम्भ (खाम ) होने के कारण भव्य निमदारी है व लकड़ी पर केवल ज्यामितीय कटान ही हुयी है।

निमदारी अपने युवा समय में सिलवाड़ व घनसेला परिवार की शान व पहचान थी व आज भी पहचान है।

सूचना व फोटो आभार : परम मित्र

टेक्निकल कारणों से सूचना फलक से मित्र का नाम ओमिट हो गया। क्षमा

यह लेख भवन कला संबंधित है न कि मिल्कियत हेतु . मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .

Copyright @ Bhishma Kukreti, 2020