सादर शुभ संध्या प्रिय मित्रों 🌹🙏
आज पहली बार "झूला" विषय पर #वर्ण पिरामिड छन्द में लेखन किया है...
एक बानगी आप भी देखिएगा.. 🙏
"वर्ण पिरामिड"
हे
झूला
झूला दो
मुझको भी
प्यारी के संग
मैं भी रंग जाऊं
जरा गोरी के रंग
आ
झूला
झूलेंगे
कुछ तेरी
कुछ अपनी
करुण कहानी
भी कह सुन लेंगे
मैं
झूला
मन का
झूल रहा
प्रियतमा को
संग में झूलाय
मन भी नाच रहा
✒️ नरेश चन्द्र उनियाल,
ग्राम-जल्ठा, (डबरालस्यूँ ),
पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड !!
फोटो साभार : रोशन बलूनी भाई ji की वॉल से.. 🙏