गौं गौं की लोककला

संकलन

भीष्म कुकरेती

कुमार्था (उदयपुर ) में बिष्ट मुंडीत की तिबारी (भग्न) में काष्ठ कला /अलंकरण

सूचना व फोटो - वीरेन्द्र असवाल , डबरालस्यूं

Copyright @ Bhishma Kukreti , 2020

उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 41

कुमार्था (उदयपुर ) में बिष्ट मुंडीत की तिबारी (भग्न) में काष्ठ कला /अलंकरण

कुमार्था में भवन काष्ठ कला (तिबारी , निमदारी , जंगलेदार मकान ) -5

उदयपुर पट्टी में जंगलेदार मकान, तिबारियों , निमदारियों में काष्ठ कलंकरण -8

गढ़वाल, उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 41

संकलन - भीष्म कुकरेती

कुमार्था (शिवपुरी , मोहनचट्टी निकट ) उदयपुर का एक समृद्ध गाँव है। तिबारी कड़ी में एक ऐसी तिबारी की सूचना मिली जो बिष्ट मुंडीत की तिबारी नाम से प्रसिद्ध थी किन्तु आज उजड़ गयी है। यह सौभाग्य है कि बची खुची तिबारी की संरचना से अनुमान लग सकता है कि किस प्रकार की तिबारी रही होगी।

बिष्ट मुंडीत की इस भग्न तिबारी से पता चलता है कि पहली मंजिल पर चौखट वाली तिबारी थी। चार स्तम्भों की तिबारी में तीन मोरी , द्वार , खोळी बनी हैं। स्तम्भ शीर्ष/ मुरिन्ड / चौकोर या आयाताकार है और कोई तोरण , मेहराब , arch नहीं है। स्तम्भ आधार पर वानस्पतिक अलंकरण उत्कीर्ण के चिन्ह बाकी हैं , बाकी पूरे सिंगाड़/स्तम्भ /column में अन्य स्थान पर कोई प्राकृतिक अलंकरण के चिन्ह नहीं है केवल ज्यामितीय अलंकरण ही हुआ है। भवन खंडहर हो चूका है किंतु चारों सिंगाड़ /स्तम्भ /column आज भी पक्के व खड़े हैं जिससे पक्की लकड़ी प्रयोग का अनुमान लगाने में कोई हिचकिचाट नहीं होती है।

अलंकरण व कला दृष्टि से पिछड़ी होने के बाद भी बिष्ट मुंडीत की यह तिबारी अपने समय मेकी भव्य तिबारियों में एक भव्य तिबारी रही होगी।

सूचना व फोटो - वीरेन्द्र असवाल , डबरालस्यूं

Copyright @ Bhishma Kukreti, 2020