फरसाडी (पलतीर क्लब)


मार - धाड़

लणैं - झगड़ा

अलका- जलका

हाळि - झाळि

अणकसि गाळी

अर

नै - पुरणि

दुख - बिमरि

यो कै भि

रैण - सैणा कु

कोर्स नि च

क्वी

#सगोर नि च

बल्कि

यो

बिन म्वर्यां कु

म्वर्णा कु

अर

पोट कै

म्वना कु

भि च भै !! .


✍🏻 ल्यख्वार-

©®✍🏻 वीरेंद्र जुयाल उपिरि

फरसड़ि पलतीर क्लब

दिनांक- 29-05-020.