स्वस्थ्य जीवन के लिए छोड़ दीजिए देर रात खाना खानेकी आदत

स्वस्थ्य जीवन के लिए छोड़ दीजिए देर रात खाना खाने की आदत

अगर आप देर रात को भोजन करते हैं तो इसका सीधा असर आपके पाचन पर पड़ता है। देर रात का भोजन एसिडिटी पैदा कर सकता है। इसलिए समय पर खाएं और स्वस्थ रहें।

स्वस्थ्य जीवन के लिए सही समय पर सोना, सही समय पर जागना और सही समय पर भोजन जरूरी है। इनका अव्यवस्थित होना कई बीमारियों को जन्म देता है। वरिष्ठ गैस्ट्रो सर्जन डॉ. विपुल कंडवाल के अनुसार अगर आप देर रात को भोजन करते हैं तो इसका सीधा असर आपके पाचन पर पड़ता है। पाचन शक्ति क्षीण होती है और भोजन ठीक से नहीं पचता।

जिससे कब्ज, बवासीर एवं कोलोन व आंतों की बीमारियां हो सकती हैं। देर रात खाना खाने के बाद सोना और भोजन का सही पाचन न होने से शरीर में बिना पचा भोजन कोलेस्ट्रॉल के रूप में जमा हो जाता है। यही मोटापे की सबसे बड़ी वजह बनता है। पर्याप्त और चैन की नींद के लिए भी भोजन का ठीक से पाचन बेहद जरूरी है। देर रात का भोजन एसिडिटी और पेट व सीने में जलन पैदा कर सकता है। इसलिए जरूरी है कि समय पर खाएं और स्वस्थ रहें।

खाने की प्लानिंग करें

डॉ. कंडवाल बताते हैं कि शरीर में एक प्राकृतिक घड़ी मौजूद है, जिसे सर्केडियन रिद्म कहते हैं। ये सर्केडियन हमारे साइकोलॉजिकल सिस्टम के साथ कनेक्ट होती है और हमारी दिनभर की गतिविधियों के अनुसार शरीर के फंक्शन को कंट्रोल करती है। जैसे रोजाना सोने-जागने और खाने के समय के अनुसार ये हार्मोन्स के रिलीज होने और मेटाबॉलिक सिस्टम को सक्रिय करने का काम करती है।

इसलिए अगर आप रोजमर्रा के कामों के लिए समय निश्चित कर लेते हैं, तो आपका सर्केडियन रिद्म इसे आपकी आदत मान लेता है। इससे शरीर के लिए फंक्शन करना ज्यादा आसान होता है। यही कारण है कि ऐसे लोग लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं। आहार हमेशा उम्र, लिंग, शारीरिक संरचना, काम के स्तर और गतिविधि के स्तर पर निर्भर करता है। वहीं उम्र बढऩे पर पोषक तत्वों की जरूरतें भी बदलती रहती हैं। इसलिए किसी भी व्यक्ति के लिए डाइट प्लान बनाना बहुत जरूरी है।

आराम से खाना खाने की आदत डालें

क्या आप भी अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते तेजी से खाना खाते हैं? आजकल सभी के व्यस्त होने के कारण लोग खाना कैसे खाना है या फिर खाना खाने का आनंद कैसे लेना है, भूल ही गए हैं। जल्दी-जल्दी खाने या बिना अच्छे से चबाए खाना सेहत के लिहाज से उचित नहीं होता है। ये एक खराब आदत भी है। तेजी से खाना खाने की आदत, सही तरीके से आधा-अधूरा चबाकर खाना खाने की आदत पाचन क्रिया को भी खराब करती है। इससे पेट में गैस बनने की समस्या होने लगती है। गलत तरीकों से खाना खाने के कारण ये शरीर में क्रॉनिक जैसी दिक्कतों का बढ़ावा देता है। जिसकी वजह से वजन भी बढऩे लगता है। तेजी से खाना खाने से शरीर में मेटाबॉलिज्म पर भी असर पड़ता है, जिसकी वजह से कई और भी समस्याएं खड़ी हो जाती हैं।

कुपोषित बना रहा आजकल का खानपान

आजकल पिज्जा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक्स, चिप्स, डोनट्स, मोमोज, चाउमीन जैसा खानपान हर गली-चौराहे पर मिल जाएगा। इनका स्वाद बढ़ाने के लिए नमक, मसालों, टेस्ट इन्हैंसर्स आदि के साथ नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं और बहुत सारे रेडी टू ईट फूड्स बनाए जा रहे हैं। इन सभी फूड्स का सेहत पर धीरे-धीरे बुरा असर पड़ता है। इस खानपान का एक पक्ष यह भी है कि बड़ी संख्या में लोग कुपोषित हो रहे हैं। ये कुपोषण वैसा नहीं है, जैसा खाना कम खाने के कारण आप देखते हैं।

नए जमाने का कुपोषण ऐसा है, जिसमें व्यक्ति बाहर से स्वस्थ दिखता है, उसका शरीर ठीक-ठाक दिखता है, मगर अंदर से वह बीमार और कमजोर होता है। इसका कारण यह है कि आजकल बाहर मिलने वाले ज्यादातर प्रॉसेस्ड फूड में पौष्टिक तत्व बहुत कम होते हैं और पौष्टिक तत्वों की कमी ही कुपोषण कहलाती है। नमक, चीनी, फैट, कोलेस्ट्रॉल का ज्यादा इस्तेमाल और पोषक तत्वों की कमी के कारण ही जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां तेजी से उभर रही हैं।