#लोग...
#लोग...
पैलि स्वीणौ जाजम उड़ंदि लोग ।
पैलि स्वीणौ जाजम उड़ंदि लोग ।
फिर खैपेकि कीसा झड़ंदि लोग ।।
फिर खैपेकि कीसा झड़ंदि लोग ।।
हैंका तैं दारु जुआ लत लगैकि ।
हैंका तैं दारु जुआ लत लगैकि ।
भितरा गैंणा पाता गड़ंदि लोग ।।
भितरा गैंणा पाता गड़ंदि लोग ।।
दुसळ्या बणि कंदुड़ भ्वरदि ।
दुसळ्या बणि कंदुड़ भ्वरदि ।
द्वि भयुं आपसम लड़ंदि लोग ।।
द्वि भयुं आपसम लड़ंदि लोग ।।
जाड़ा काटि मथि पाणी चर्दि ।
जाड़ा काटि मथि पाणी चर्दि ।
कठ्युळ करैकि छड़ंदि लोग ।।
कठ्युळ करैकि छड़ंदि लोग ।।
चल्दि कूड़ि धुँआंरोळि कैरि ।
चल्दि कूड़ि धुँआंरोळि कैरि ।
सज ल्हेकि द्वार रड़ंदि लोग ।।
सज ल्हेकि द्वार रड़ंदि लोग ।।
कुंगळि जिकुड़ि हंकार भोरि ।
कुंगळि जिकुड़ि हंकार भोरि ।
लारा-लत्ता चट फड़ंदि लोग ।।
लारा-लत्ता चट फड़ंदि लोग ।।
बक्की बात क तमोसू करैकि ।
बक्की बात क तमोसू करैकि ।
नांगा कपाळ ढ़ाँडू प्वड़ंदि लोग ।।
नांगा कपाळ ढ़ाँडू प्वड़ंदि लोग ।।
घात हंकार फिटकार लगैकि ।
घात हंकार फिटकार लगैकि ।
मनख्यात बेजाम सड़ंदि लोग ।।.
मनख्यात बेजाम सड़ंदि लोग ।।.
✍🏻ल्यख्वार-
✍🏻ल्यख्वार-
©®✍🏻वीरेंद्र जुयाल उपिरि
©®✍🏻वीरेंद्र जुयाल उपिरि
फरसड़ि पलतीर क्लब
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दिनांक-15-05-020.
दिनांक-15-05-020.