उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास भाग -53

उत्तराखंड परिपेक्ष में गींठी /गेंठी /वराही इतिहास व सब्जी , औषधीय उपयोग व अन्य उपयोग

उत्तराखंड परिपेक्ष में जंगल से उपलब्ध सब्जियों का इतिहास -12

उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास --53


आलेख : भीष्म कुकरेती

Common name -Aerial Potato

Botanical name - Dioscorea bulbifera

संस्कृत नाम -वराही कंद ,गृष्टि ,

बंगाली नाम - वनालू

हिंदी नाम - रतालू , कंद आदि

उत्तराखंडी नाम - गींठी /गेंठी

गींठी /गेंठी का जन्मस्थल दक्षिण पूर्व एसिया और अफ्रिका माना जाता है .

चरक संहिता और सुश्रुवा संहिता में वराही को दिव्य अट्टारह पौधों में स्थान दिया गया है और वराही के औषधि उपयोग का उल्लेख मिलता है।

भावप्रकाश निघंटु , किव्यादेव निघण्टु , प्रिया निघंटु , राजनिघंटु , शालिग्राम निघंटु , धन्वंतरि निघंटु , अष्टांग हृदय में गीन्ठी या पर्यायवाची कंद का जिक्र हुआ है

अनुमान है कि गींठी /गेंठी उत्तराखंड में 3000 BC साल से भी पहले उपयोग होता रहा होगा।

गींठी /गेंठी की लता 60 -70 फीट लम्बी तक जाती है और गींठी /गेंठी की लता एक दिन में आठ फीट तक बढ़ जाती है .

जंगली गींठी /गेंठी जंगल में होता है किन्तु कम कडुआ गींठी /गेंठी को कुछ जगहों में घरों के उगाया जाता है।

गींठी /गेंठी के दाने आलू जैसे बेल की तने पर उगते हैं और जड़ों में भी उगते हैं

गींठी /गेंठी का और्वेदिक औषधीय उपयोग

च्यवनप्राश में वैकल्पिक कच्चा माल।

अल्सर , बबासीर , दस्त , पेट की बीमारियों में औषधीय उपयोग होता है ।

Uses of Discorea Bulbifera /Air Potato

Pickle, Vegetables of Air Potato by boiling and lowering the bitterness by squeezing water and then made as potato vegetable is prepared.Usualy the bulbs are cooked in hot ashes

Salad of Air Potato - boiled air potato bulbs are eaten as salad or chips are mixed with salt , chilly powder and lemon juice

गींठी /गेंठी का सलाद व सब्जी

गींठी /गेंठी के दानो को राख के साथ उबाला जाता है।

या गींठी /गेंठी को आलू जैसे गोल काटकर राख के साथ उबाला जाता है . कुछ लोग बिना राख के भी उबालते हैं।

दोनों स्थिति में उबले चिप्स या दानों को छीला जाता है।

फिर चिप्स में नमक , मिर्च मिलाकर सलाद जैसे खाया जाता है।

गींठी /गेंठी के उबले कंद को छीलकर उबले आलू जैसे सब्जी भी बनाई जाती है। गींठी /गेंठी के चिप्स को तेल में जख्या के साथ तलकर मसाले मिलाकर सब्जी बनाई जाती है।

गीन्ठी का अचार भी बनता है

Copyright @ Bhishma Kukreti 6 /11/2013