पुराणो गढ़वाळ मा जब बजारून मा भुज्जी नि मिलदी छे त प्याज कु मौसम (अप्रैल - मई -जून ) मा कुछ भुज्जी महत्वपुरण होंदी छे
अर जादातर रलौ मिसौ कि भुज्जी बणदी छे किलैकी पिज्वड़ मा जादा त प्याज ही लगये जांद छौ या थोड़ा सा पळिंगो।
त इन् भुज्जी बणदा छ्या :
१- अल्लू अर प्याज क पत्तों कि भुज्जी
२- मूल़ा सुख्सा दगड़ प्याज क पत्तों कि भुज्जी
३- प्याज क पत्तों फाणु
४- प्याज पत्तों कु कपिलु/ पिटवणि
५- स्यूंचणा अर प्याज क पत्तों साग या सूखी भुज्जी
६- मटर, स्युंचणा , प्याज क पत्तों कि भुज्जी /साग
७- बौड़ी दगड़ प्याज क पत्तों कु साग
८- पिंडालुं दाणु दगड़ प्याज क पत्तों साग /सूखी भुज्जी
९- पलिंगु क बनि बनिक साग/भुज्जी (जन प्याज क पत्तों उपयोग होंद उन्नी पलिंगु क पत्तों उपयोग बि होंद )
१० अल्लू प्याज क दाणु भुज्जी /साग
११- अल्लू मटर या स्युंचणा साग /भुज्जी
१२- प्याज क पत्ता अर दाणु भुज्जी
१३- कचो प्याज मा लूण मर्च रलैक दगड़ मा रुट्टी खाण / भड़यूँ प्याज कु दगड़ रुट्टी खाण
१४- प्याज दाण भड़एक लूण मर्च लगैक रोटी दगड़ खाइ जाण