वो ही हिस्सा मेरा
बालकृष्ण डी ध्यानी देवभूमि बद्री-केदारनाथमेरा ब्लोग्सhttp://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/http://www.merapahadforum.com/में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
अपना दर्दे छुपाऊँ कैसे
अपना दर्दे छुपाऊँ कैसे
बोलो तुम मैं मुस्कुराओं कैसे
बोलो तुम मैं मुस्कुराओं कैसे
हर अपना अपने में गुम है
हर अपना अपने में गुम है
इन मे अपनों को ढूंढू कैसे
इन मे अपनों को ढूंढू कैसे
मुश्किलों से मैं हरदम भागा
मुश्किलों से मैं हरदम भागा
दुनिया का मैं अकेला अभागा
दुनिया का मैं अकेला अभागा
जलते दिप बुझ गये हैं सारे
जलते दिप बुझ गये हैं सारे
कल तक जहां बसेरा था मेरा
कल तक जहां बसेरा था मेरा
शेष नहीं वहां बचा है कोई
शेष नहीं वहां बचा है कोई
राख का ढेर वो ही हिस्सा मेरा
राख का ढेर वो ही हिस्सा मेरा
अपना दर्दे छुपाऊँ कैसे
अपना दर्दे छुपाऊँ कैसे
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