उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास भाग -30

उत्तराखंड परिपेक्ष में मूळा /मूली का इतिहास

उत्तराखंड परिपेक्ष में सब्जियों का इतिहास - 6 उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास --30

उत्तराखंड परिपेक्ष में मूळा /मूली का इतिहास

उत्तराखंड परिपेक्ष में सब्जियों का इतिहास - 6

उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --30

आलेख : भीष्म कुकरेती

Botanical Name - Raphanus sativus

Common Name -Hilly radish

मूली या मूळा एक प्राचीनतम भोज्य पदार्थ है।

मूली व सबंधी वनस्पति चूँकि जंगली आकार में नही मिलती हैं अत : अभी तक वैज्ञानिक यह पता असफल हैं कि वास्तव में मूली का मूलस्थान कहाँ है।

कहा जाता है कि मूली का अलग अलग स्थानों में उगी या दो जातियों के मिश्रण से मूली का जन्म हुआ।

इस तरह मूली का भारत या पूर्व दक्षिण एसिया व भूमध्य सागर -कैप्सियन सागर के पास आलग तरह से जन्म हुआ।

मिश्र में मूली 5 000 हजार साल पहले भोज्य पदार्थ बन चुकी थी। क्योंकि पिरामिडों की दीवालों में मूली के चित्र मिले हैं।

चीन में भी मूली 2000 साल पहले से भोज्य पदार्थ बन चुकी थी।

भारत में भी मूली 2500 पहले भोज्य पदार्थ बन चुकी थी। आयुर्वेद में मूली का उल्लेख हुआ है.

उत्तराखंड में मूली या तो भारत के उस स्थान से आई जहां इसका उद्गम रहा होगा अथवा सदूर पूर्व दक्षिण एसिया, बंगाल, नेपाल होते हुए उत्तराखंड आई और या उत्तर पूर्वी हिमालय में मूला का आकार लेकर उत्तराखंड पंहुची ।

अथवा दक्षिण चीन से तिबत होते हुए उत्तराखंड पंहुची।

यह निश्चित मान सकते है कि मूळा ने उत्तराखंड में 2000 साल पहले डेरा डाल दिया होगा।

Copyright @ Bhishma Kukreti 4 /10/2013