गौं गौं की लोककला

संकलन

भीष्म कुकरेती

गटकोट की तिबारियों में काष्ठ उत्कीर्ण कला - 1

मित्रग्रम संदर्भ में ढांगू गढ़वाल , हिमालय की तिबारियों /निंदारियों पर अंकन कला -10

सूचना व फोटो आशीष जखमोला , मित्रग्राम

उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी /निमदारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 13

मित्रग्राम में शेखरा नंद जखमोला का जंगलादार मकान या निमदारी पर काष्ठ कला

मित्रग्राम में भवन काष्ठ कला भाग -2

( चूँकि आलेख अन्य पुरुष में है तो श्रीमती , श्री व जी शब्द नहीं जोड़े गए है )

संकलन - भीष्म कुकरेती

मित्रग्राम की लोक कला अध्याय वा तिबारी प्रकरण में पहले ही लिखा जा चुका है कि मित्रग्राम मल्ला ढांगू के एक जाना पहचाना नाम है। इस गाँव में जखमोला जाति के ही लोग निवास करते थे (थपलियाल व शिल्पकार का एक एक परिवार था ) .

कभी मित्रग्राम में पांच से अधिक तिबारियां थीं (पहली मंजिल पर नक्कासी लिए बरामदा ) . मित्रग्राम में एक निमदारी याने शेखरानन्द जखमोला का जंगलेदार मकान भी है। अभी भी देखरेख होने के कारण मकान सही सलामत है। संभवतया यह मकान शेखरा नंद जखमोला ने सन 1960 से पहले निर्मित किया था।

तल मंजिल पर कमरों के दरवाजों को छोड़कर कोई काम लकड़ी का नहीं है। लकड़ी कार्य भी आम सामन्य ढंग का ही है।

ऊपरी मंजिल पर तीन कमरे हैं . सामने व एक पहलू में सभी कमरे काष्ठ स्तम्भों से घिरे हैं। सामने की ओर दस स्तम्भ हैं व साइड में चार स्तम्भ हैं। सभी स्तम्भ लकड़ी के छज्जों पर टिके हैं। तल मंजिल व ऊपरी मंजिल में दो छज्जे लगते हैं याने सानान्तर दो पट्टियां हैं। ऊपरी मंजिल के स्तम्भ सीधी सपाट हैं व जिन पर किसी भी प्रकार का विशेष नक्कासी नहीं दिखती हैं। स्तम्भ आधार पर दो एक फुट तक काष्ठ तख्ती/पट्टी /प्लेट चिपकायी हई हैं जो स्तम्भ को एक नया आकर देने में सफल है। दो स्तम्भों को जोड़ने हेतु गोल रेलिंग है। सामने की दिशा में स्तंभों की रेलिंग पर जंगले हैं। इस लेखक ने इस मकान को बचपन में देखा था। तब मकान भव्य व मॉडर्न जंगलेदार मकान कहा जाता था।

मकान के दो ओर पहली मंजिल पर lkde ka chajjaa जो स्तम्भों से घिरे हैं।

इस nimdaari में ज्यामतीय काष्ठ कला ही उजागर होता है। कहीं भी प्रकृति , मानवीय या भौगोलिक कलाकृति के दर्शन नहीं होते हैं।

ढांगू में सन 1950 के पश्चात इस तरह की निमदारियों व अन्य प्रकार के बंद तिबारियों का प्रचलन शुरू हुआ था।

सूचना व फोटो आशीष जखमोला , मित्रग्राम

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