बारामास

'''''''"चकड़ैताये नमः'''''"

ऊँ नमो चकड़ैत बाबा !

नै पुरणि बासी सादी

छुयूँ को आदेश !!

सब जगा एकनसि रायो

घार बूण परदेस

बन बनि का भेष बणायो

इनै फुनै की उनै मिसायो

जैका ध्वार धरम गायो

वेका गुण गायो ।

कै खुणि सुबाणी बोले

कै खुणि कुबाणी बोले

कैका स्वीणा फोले

कैथै कूणा धोले

ऊँ नमो चकड़ैत बाबा !

कलचम घलचम

मनख्यूं तै पलचम

कम किलक्वार

भिंड्या खिलक्वार

लड़बड़ि गिच्ची

छड़बड़ि कर्दु

चकड़ैत !

कै जनै

आंखा घुर्यायो

कै देखि

आंखां बुज्यायो

कैथै सुद्दि उकसायो

कैका कंदुड़ौं

लूण मर्च रलायो

कैथै बुथ्यायो

कैथै रुवायो

कैथै बखायो

झणि कै कैकि

मवसि घाम लगायो

ऊँ नमो चकड़ैत बाबा !

वल भितर जैकि

च्वुंगिनी दे आयो

पल भितर जैकि

द्वि गफ्फा खै आयो

आपस मा छक्वै

कठाफोड़ि लठ्यूल

करैकि स्वारा भारौं की

जड़ घाम लगायो

ऊँ नमो चकड़ैत बाबा !

जै दगड़ि बैर भौ

वेकि इज्ज़त की

झगुलि ड़ाळ लगायो

छुयुँ की कचमोलि

बणै कि

अपड़ा मन कु

भेद लुकायो

अफ अन्याड़ कैरि

छाँटो ह्वेग्यायो

ऊँ नमो चकड़ैत बाबा !

कैथै मतलब का

गुरु बणायो

कैकु चेला अफि ह्वेग्यायो

कैथै मुंड़ मा बैठायो

कैथै अंग्वठा चुसायो

कैफरि अंग्वाळ घालि द्यायो

कैथै बिगैर बाति लत्थ्यायो

ऊँ नमो चकड़ैत बाबा !

जै कैका भला बुरा

जाजकाम मा

जाणबूझिक घोच्या

लगायो

जख कखि खच्च

खच्चाग मारिक

पैनी घच्चाग मारिक

गैरि कच्चाग मारिक

खुंच्या बिलकायो ।

अथ् श्री सिद्ध चकड़ैत

बाबा !

ऊँ नमो चकड़ैत बाबा !

को जोहार बाबा

को नमस्कारम: !!

ऊँ नमो चकड़ैताये नमो नमः!!