उत्तराखंड की लोकभाषाओं को बढ़ावा देने के प्रयास के तहत बचपन में दादी-नानी से सुनी गयी इन कहानियों का हर शनिवार को यूट्यूब चैनल घसेरी पर प्रसारण किया जाता है। सभी कहानियां गढ़वाली में हैं और इनके सब टाइटल हिन्दी मेें दिये गये हैं। उम्मीद है आपको यह प्रयास पसंद आएगा।