गौं गौं की लोककला

पुजालटी (जौनपुर , टिहरी ) में राम लाल गौड़ की भव्य तिबारी में काष्ठ कला , अलंकरण

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Copyright @ Bhishma Kukreti , 2020

उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी ) काष्ठ अंकन लोक कला ( तिबारी अंकन ) - 166

बगोरी (नेलंग घाटी , उत्तरकाशी ) भवन संख्या 6 की निमदारी में काष्ठ कला अंकन , नक्कासी

बगोरी (नेलंग घाटी , उत्तरकाशी ) में भवन काष्ठ कला , अलंकरण , नक्कासी श्रृंखला - 7

गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , कोटि बनाल ) में काष्ठ कला अलंकरण, नक्कासी - 166

संकलन - भीष्म कुकरेती

बगोरी (नेलंग घाटी , उत्तरकाशी ) भवन संख्या 6 की निमदारी में काष्ठ कला अंकन , नक्कासी

बगोरी (नेलंग घाटी , उत्तरकाशी ) में भवन काष्ठ कला , अलंकरण , नक्कासी श्रृंखला -7

बगोरी (नेलंग घाटी , उत्तरकाशी ) से भवन संख्या 6 की ऐसी फोटो व सूचना मिली है जो गढवाल के अन्य क्षेत्रों के हिसाब से एक क्वाठा भितर ( हवेली जैसे ) ही है , अथवा शहरों में कालोनी होती हैं इस आहते में सम्भवतया एक ही मुन्डीत के परिवार रहते होंगे . इस आहते में बाहर से अंदर जाने का प्रवेश द्वार है जैसे गढवाल के अन्य क्षेत्रोंमे क्वाठा भितर के बाहर र होता है जैसे ग्वील (ढांगू ) में क्वाठा भितर कके अंदर जाने के लिए प्रवेश द्वार है I

बगोरी (नेलंग घाटी , उत्तरकाशी ) से भवन संख्या 6 को श्रृंखला में अन्तर्हित करने का एक ही उद्येश है कि बगोरी i व नेलंग घाटी में विभिन्न प्रकार की निमदारियों को समझना है I प्रस्तुत भवन में बगारी के इस दुपुर भवन में बगोरी में प्रचलन अनुसार तल मंजिल का म्ह्वत्व भंडार व गौशाला के लिए है I निमदारी याने जंगला पहली मंजिल में लगा है I बरामदा बहुत छोटा है केवल दो कमरे के बहर बरामदा है I बरामदे में तीन ही स्तम्भ है व ख्वाळ पर जंगला आयताकार आकर के अंदर क्रौस (X) की नक्कासी हुयी है . बाकी भवन में कोई विशेष काष्ठ कला दृष्टिगोचर नही हो रहा है I

भवन में सामन्य किस्म का जंगला है व बाकी कोई विशेष लकड़ी की नक्कासी नही मिली I

यह लेख भवन कला संबंधित है न कि मिल्कियत हेतु . मालिकाना जानकारी श्रुति से मिलती है अत: अंतर हो सकता है जिसके लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं

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