उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास भाग -33

उत्तराखंड में तुमड़ी/लौकी का इतिहास

उत्तराखंड परिपेक्ष में सब्जियों का इतिहास - 9 उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास --33

उत्तराखंड में तुमड़ी/लौकी का इतिहास

उत्तराखंड परिपेक्ष में सब्जियों का इतिहास - 9

उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --33

आलेख : भीष्म कुकरेती

Botanical name- Lagenaria siceraria)

Common Name- Bottle Guard

लौकी या तुम्बी का उपयोग मनुष्य कृषि युग आने से भी पहले करता था।

लौकी को मनुष्य भंडारीकरण हेतु उपयोग करता था.

लौकी का उपयोग 10000 वर्षों से हो रहा है

कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि लौकी का जन्मस्थल अफ्रिका है और कुछ भारत को लौकी का जन्मस्थल मानते हैं।

लौकी 5000 वर्ष पहले अमेरिकी द्वीप पंहुच चुकी थी।

दक्षिण पूर्व एसिया में लौकी भारत से ही पंहुची।

संस्कृत में लौकी को तुम्ब या क्षीर तुम्ब कहते हैं। ऋग्वेद में लौकी का वर्णन मिलता है (Anne Harwood ,2008 )

उत्तराखंड में भी लौकी 5000 -8000 साल पहले पंहुच चुकी थी। या हो सकता है लौकी का जन्म उत्तराखंड के नजदीक ही हुआ होगा !

तुमड़ी का उपयोग भण्डार हेतु वर्तन के रूप में 1950 तक होता रहा है।

उत्तराखंड सबंधी बुद्ध साहित्य में तुंब /तुम्बरी का जिक्र है।

आयुर्वेद में लौकी उपयोग का वर्णन है।

जॉर्ज वाट (1889 ) ने भारत में लौकी कृषि का वर्णन किया है।

उत्तराखंड में लौकी को तुमड़ी कहते हैं।

Copyright @ Bhishma Kukreti 7/10/2013