हरी हरी दूब पर
ओस की बूंदे
अभी थी,
अभी नहीं हैं|
ऐसी खुशियाँ
जो हमेशा हमारा साथ दें
कभी नहीं थी,
कहीं नहीं हैं|
क्काँयर की कोख से
फूटा बाल सूर्य,
जब पूरब की गोद में
पाँव फैलाने लगा,
तो मेरी बगीची का
पत्ता-पत्ता जगमगाने लगा,
मैं उगते सूर्य को नमस्कार करूँ
या उसके ताप से भाप बनी,
ओस की बुँदों को ढूंढूँ?
सूर्य एक सत्य है
जिसे झुठलाया नहीं जा सकता
मगर ओस भी तो एक सच्चाई है
यह बात अलग है कि ओस क्षणिक है
क्यों न मैं क्षण क्षण को जिऊँ?
कण-कण मेँ बिखरे सौन्दर्य को पिऊँ?
सूर्य तो फिर भी उगेगा,
धूप तो फिर भी खिलेगी,
लेकिन मेरी बगीची की
हरी-हरी दूब पर,
ओस की बूंद
हर मौसम में नहीं मिलेगी|
पूरा नाम
जन्म
जन्म भूमि
अभिभावक
पति/पत्नी
नागरिकता
पार्टी
पद
कार्य काल
शिक्षा
विद्यालय
भाषा
पुरस्कार-उपाधि
धर्म
विशेष
झुक नहीं सकते / अटल बिहारी वाजपेयी
जीवन की ढलने लगी साँझ / अटल बिहारी वाजपेयी
जीवन की ढलने लगी साँझ / अटल बिहारी वाजपेयी
दो अनुभूतियाँ / अटल बिहारी वाजपेयी
आओ फिर से दिया जलाएँ / अटल बिहारी वाजपेयी
क़दम मिला कर चलना होगा / अटल बिहारी वाजपेयी
हरी हरी दूब पर / अटल बिहारी वाजपेयी
हिरोशिमा की पीड़ा / अटल बिहारी वाजपेयी
दूध में दरार पड़ गई / अटल बिहारी वाजपेयी
अंतरद्वंद्व / अटल बिहारी वाजपेयी
एक बरस बीत गया / अटल बिहारी वाजपेयी
पड़ोसी से / अटल बिहारी वाजपेयी
राह कौन सी जाऊँ मैं? / अटल बिहारी वाजपेयी
मैं न चुप हूँ न गाता हूँ / अटल बिहारी वाजपेयी
मनाली मत जइयो / अटल बिहारी वाजपेयी
पुनः चमकेगा दिनकर / अटल बिहारी वाजपेयी
अपने ही मन से कुछ बोलें / अटल बिहारी वाजपेयी
भारत जमीन का टुकड़ा नहीं / अटल बिहारी वाजपेयी
मौत से ठन गई / अटल बिहारी वाजपेयी
जो बरसों तक सड़े जेल में / अटल बिहारी वाजपेयी
क्षमा याचना / अटल बिहारी वाजपेयी
कौरव कौन, कौन पांडव / अटल बिहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी
25 दिसंबर, 1924
ग्वालियर, मध्य प्रदेश
पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी और श्रीमती कृष्णा देवी
अविवाहित
भारतीय
भारतीय जनता पार्टी, भारतीय जनसंघ
भारत के 11वें प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री
प्रधानमंत्री-16 मई 1996 – 1 जून 1996 और 19 मार्च 1998 – 19 मई 2004; विदेश मंत्री- 26 मार्च 1977 – 28 जुलाई 1979
स्नातकोत्तर
गोरखी विद्यालय, विक्टोरिया स्कूल (अब रानी लक्ष्मीबाई कॉलेज), डी.ए.वी. महाविद्यालय
हिन्दी, अंग्रेज़ी
पद्म विभूषण, भारत रत्न
हिन्दू
जवाहरलाल नेहरू के बाद इनको देश का दूसरा स्टेट्समैन कहा गया।