तराना-ए-हिन्दी (सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसिताँ हमारा ) / इक़बाल - Mar 02, 2018 10:54:19 AM
शिकवा / इक़बाल - Mar 02, 2018 10:59:18 AM
जवाब-ए-शिकवा / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:0:4 AM
आम मशरिक़ के मुसलमानों का दिल मगरिब में जा अटका है / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:0:34 AM
हर मुक़ाम से आगे मुक़ाम है तेरा / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:1:0 AM
जिस खेत से दहक़ाँ को मयस्सर नहीं रोज़ी / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:1:44 AM
एक आरज़ू / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:2:14 AM
अगर कज-रौ हैं अंजुम आसमाँ तेरा है या मेरा / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:2:42 AM
असर करे न करे सुन तो ले मेरी फ़रियाद / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:3:17 AM
उक़ाबी शान से झपटे थे जो बे-बालो-पर निकले / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:4:35 AM
सख़्तियाँ करता हूँ दिल पर ग़ैर से ग़ाफ़िल हूँ मैं / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:5:7 AM
परीशाँ हो के मेरी ख़ाक आख़िर दिल न बन जाए / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:5:37 AM
है कलेजा फ़िग़ार होने को / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:6:11 AM
अक़्ल ने एक दिन ये दिल से कहा / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:6:50 AM
नसीहत / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:7:48 AM
ख़ुदा के बन्दे तो हैं हज़ारों बनो में फिरते हैं मारे-मारे / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:9:22 AM
फिर चराग़े-लाला से रौशन हुए कोहो-दमन / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:10:9 AM
न आते हमें इसमें तकरार क्या थी / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:10:50 AM
आता है याद मुझ को गुज़रा हुआ ज़माना / इक़बाल - Mar 02, 2018 11:11:18 AM