सारी बस्ती में ये जादू / क़तील - Feb 21, 2018 11:10:15 AM
बशर के रूप में एक दिलरूबा तलिस्म बनें / क़तील - Feb 21, 2018 11:11:52 AM
हाथ दिया उसने मेरे हाथ में / क़तील - Feb 21, 2018 11:12:21 AM
मुझे आई ना जग से लाज / क़तील - Feb 21, 2018 11:12:48 AM
जब भी चाहें एक नई सूरत बना लेते हैं लोग / क़तील - Feb 21, 2018 11:13:18 AM
अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की / क़तील - Feb 21, 2018 11:13:42 AM