Harivanshrai bachchan kavi /Poet
हरिवंशराय बच्चन हिन्दी के एक प्रसिद्ध साहित्यकार थे । इनका जन्म १९०७ में इलाहाबाद मे हुआ थां ।
जीवन
इलाहाबाद के कायस्थ परिवार में जन्मे बच्चन जी का वास्तविक नाम हरिवंश श्रीवास्तव था । इनको बाल्यकाल में बच्चन कहा जाता था जिसका शाब्दिक अर्थ बच्चा या संतान होता है । बाद में ये इसी नाम से मशहूर हुए । इन्होंने कायस्थ पाठशालाओं में पहले उर्दू की शिक्षा ली जो उस समय कानून की डिग्री के लिए पहला कदम माना जाता था । इसके बाद उन्होने प्रयाग विश्वविद्यालय से अंगरेजी में एम ए और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पी एच डी किया ।
१९२६ में १९ वर्ष की उम्र में उनका विवाह श्यामा बच्चन से हुआ जो इस समय १४ वर्ष की थी । लेकिन १९३६ में श्यामा की टीबी के कारण मृत्यु हो गई । पांच साल बाद १९४१ में बच्चन ने एक पंजाबन तेजी सूरी से विवाह किया जो रंगमंच तथा गायन से जुड़ी हुई थीं । इसी समय उन्होंने नीड़ का पुनर्निर्माण जैसे कविताओं की रचना की । तेजी बच्चन से अमिताभ तथा अजिताभ दो पुत्र हुए । अमिताभ बच्चन एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं । तेजी बच्चन ने हरिवंश राय बच्चन द्वारा शेक्सपियर के अनूदित कई नाटकों में अभिनय का काम किया है ।
कार्यक्षेत्र: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्यापन। बाद में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में हिन्दी विशेषज्ञ रहे। अनन्तर राज्य सभा के मनोनीत सदस्य। बच्चन जी हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय कवियों में अग्रणी हें।
निधन : १८ जनवरी २००३ को मुम्बई में।
प्रमुख कृतियां
निशा निमन्त्रण प्रणय पत्रिका मधुकलश एकांतसंगीत सतरंगिनी मिलनयामिनी बुद्ध और नाचघर त्रिभंगिमा आरती और अंगारे जाल समेटा आकुल अंतर तथा सूत की माला।
आज तुम मेरे लिये हो / हरिवंशराय बच्चन
तुम गा दो मेरा गान अमर हो जाये / हरिवंशराय बच्चन
साथी सो ना कर कुछ बात / हरिवंशराय बच्चन
क्या करूँ संवेदना लेकर तुम्हारी / हरिवंशराय बच्चन
आज मुझसे बोल बादल / हरिवंशराय बच्चन
युग की उदासी / हरिवंशराय बच्चन
यात्रा और यात्री / हरिवंशराय बच्चन
कोई पार नदी के गाता / हरिवंशराय बच्चन
कहते हैं तारे गाते हैं / हरिवंशराय बच्चन
कवि की वासना / हरिवंशराय बच्चन
जो बीत गई सो बात गयी / हरिवंशराय बच्चन
रात आधी खींच कर मेरी हथेली / हरिवंशराय बच्चन
तुम तूफान समझ पाओगे / हरिवंशराय बच्चन
स्वप्न था मेरा भयंकर / हरिवंशराय बच्चन
इतने मत उन्मत्त बनो / हरिवंशराय बच्चन
त्राहि त्राहि कर उठता जीवन / हरिवंशराय बच्चन
नीड का निर्माण / हरिवंशराय बच्चन
मैं कल रात नहीं रोया था / हरिवंशराय बच्चन
ऐसे मैं मन बहलाता हूँ / हरिवंशराय बच्चन
लो दिन बीता लो रात गयी / हरिवंशराय बच्चन