Role of seventh house

7th House Astrology: कुंडली या जन्म कुंडली आपके जन्म के समय के सितारों और नक्षत्रों का ब्लूप्रिंट है। कुंडली कुल 12 भावों में विभाजित है, और आप इसे अपने अतीत, वर्तमान और भविष्य का रोडमैप भी कह सकते हैं।

वैदिक ज्योतिष में सप्तम भाव क्या दर्शाता है?

ज्योतिष शास्त्र में सप्तम भाव को साझेदारी या विवाह का भाव माना गया है। यह भाव विवाह से संबंधित सभी भावों का देता है संकेत।

इससे और क्या क्या पता चलता है?

विपरीत लिंग के लिए आकर्षण, साथी की इच्छा, यौन कल्पनाएं, प्रतिबद्धता, जुनून और स्वामित्व को दर्शाता है यह भाव। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सप्तम भाव वंश का भाव भी होता है। और इसे प्रथम भाव के विपरीत भी माना गया है।

निष्कर्ष

सप्तम भाव को विवाह का भाव माना जाता है और डॉ. विनय बजरंगी जैसे वैदिक ज्योतिषी विवाह के लिए एक व्यक्तिगत भविष्यवाणी करते समय इस भाव के साथ साथ अन्य प्रासंगिक या डिविजनल चार्ट का विश्लेषण करते हैं।

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