जानें अपने विवाह में देरी का मुख्य कारण
विवाह मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण अध्याय है और जब आप विवाह करने का मन बनाते हैं तब आप मानसिक तौर पर स्वयं को इसके लिए तैयार करते हैं । जब इसमें निरंतर रुकावटें अथवा व्यवधान होता है तब आपका मन व्यथित होना स्वाभाविक है । कोइ व्यक्ति जिसके निरंतर प्रयासों के बाद भी विवाह नहीं हो हो पा रहा है, वह समाज के निशाने पर ही रहता है। जब लोग उससे तरह-तरह के प्रश्न करते हैं, उस समय उसके पास इस बात को कोइ सटीक उत्तर नहीं होता , कि असल में उसके विवाह में देरी/ delay in Marriage होने का वास्तविक कारण क्या है ।
विवाह में विलम्ब के लिए उत्तरदायी नीजी कारण
विवाह में देरी होने पर लोग अक्सर इसका ठीकरा अपनी कुंडली पर फोड़ते हैं, परन्तु ऐसा करना पूर्ण रूप से तर्कसंगत नहीं है । कई बार किसी व्यक्ति के विवाह में देरी उसके स्वयं की वजह से अथवा पारिवारिक कारणों से भी होती हैं । आईए, ऐसे कुछ कारणों के विषय में जानते हैं।
· यदि कोइ व्यक्ति अपने जीवन में विवाह पर करियर को प्राथमिकता देता है और ऐसा करने में उसके विवाह में देरी होती है, तो यह एक नीजी कारण है ।
· जब व्यक्ति की अपने जीवनसाथी को लेकर महत्वकांक्षाएं बहुत अधिक हो जाती हैं और वह उसके अनुसार जीवनसाथी की तलाश नहीं कर पाता, तो इसमें उसकी कुंडली तथा ग्रहों का कोइ हाथ नहीं है।
· अगर किसी व्यक्ति के परिवारजन उसके विवाह को लेकर एकमत नहीं हैं तो यह भी उसके विवाह में विलम्ब का एक मुख्य कारण हो सकता है।
विवाह में विलम्ब के कुछ ज्योतिषीय कारण
इस बात में दोराय नहीं है की नीजी कारणों के अतिरिक्त आपकी कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति तथा योग भी विवाह में देरी/ delay in marriage के लिए ज़िम्मेदार होते हैं । यदि आपकी कुंडली में ऐसे योग अथवा कारण हैं तो एक प्रकाण्ड वैदिक ज्योतिषी इसमें आपकी सहायता कर सकता है ।चलिए कुछ ऐसे ज्योतिषीय कारकों के विषय में जानते हैं जो की आपके विवाह में देरी का कारण हो सकते हैं ।
· किसी की कुंडली में मांगलिक दोष विवाह में देरी का एकमात्र कारण नहीं होता , परन्तु यह विवाह में विलम्ब के कारणों में से एक अवश्य हो सकता है ।
· यदि किसी व्यक्ति के सप्तम भाव ,जो की विवाह का भाव है वहां शनि, राहू, केतु जैसे पाप ग्रह हैं अथवा इनमें से किसी की सीधी दृष्टि विवाह भाव पर है तो भी उस व्यक्ति के विवाह में देरी हो सकती है ।
· जब किसी की कुंडली में विवाह के कारक ग्रह ब्रहस्पति की स्थिति बेहतर नहीं है तो यह विवाह में विलम्ब का कारण बन सकती है ।
जब कोइ व्यक्ति अपने विवाह में विलम्ब के वास्तविक कारण से अवगत होना चाहता है तो उसके लिए यह आवश्यक है की वह अपने आप को भली भांति जानने के अतिरिक्त किसी विशेषगज्ञ विवाह ज्योतिषी से भी परिचित हो । यदि ऐसा है तो वह उस कारण को जान सकता है , जिसने उसके विवाह की राह में रोड़ा अटकाया हुआ है। यदि विवाह ज्योतिष/ Marriage Astrology के अनुसार आपके विवाह में विलम्ब के तार आपके पूर्व जन्मों के कर्म ऋण से जुड़े हुए हैं, तो एक अच्छा वैदिक ज्योतिषी आपको कर्म-सुधार प्रक्रिया अपनाने की सलाह दे सकता है ।
H1-जानें अपने विवाह में देरी का मुख्य कारण/ Main reasons for delay in Marriage
Title-अपने विवाह में देरी/ delay in Marriage के वास्तविक कारण से अवगत हो जाएँ।
अगर आप अपने विवाह में देरी/ Delay in Marriage के मुख्य कारण से अभी तक अनभिज्ञ हैं तो तो आप स्वयं का अवलोकन कर या विवाह ज्योतिष/Marriage Astrology की सहायता से जान सकते हैं ।