Post date: Dec 03, 2019 3:8:10 AM
अजब जोबन है गुल पर आमदे फ़स्ले बहारी है ।
शिताब आ साकिया गुलरू[1] कि तेरी यादगारी है ।
रिहा करता है सैयादे सितमगर मौसिमे गुल में ।
असीराने[2] कफ़स[3] लो तुमसे अब रुख़सत हमारी है ।
किसी पहलू नहीं आराम आता तेरे आशिक को ।
दिले मुज़तर[4] तड़पता है निहायत बेक़रारी है ।
सफ़ाई देखते ही दिल फड़क जाता है बिस्मिल[5] का ।
अरे जल्लाद तेरे तेग़[6] की क्या आबदारी[7] है ।
दिला[8] अब तो फ़िराक़े[9] यार में यह हाल है अपना
कि सर जानू पर है और ख़ून दह आँखों से जारी है ।
इलाही ख़ैर कीजो कुछ अभी से दिल धड़कता है ।
सुना है मंज़िले औवल[10] की पहली रात भारी है ।
'रसा' महवे[11] फ़साहत[12] दोस्त क्या दुश्मन भी हैं सारे ।
ज़माने में तेरे तर्ज़े सख़ुन की यादगारी है ।
शब्दार्थ
1 पुष्प्मुखी
2 कैदियों
3 पिंजरा, शरीर रूपी पिंजरा
4 घबराया हुआ
5 घायल, यह शब्द आम तौर पर प्रेमी के लिए इस्तेमाल होता है
6 तलवार
7 चमक
8 हे दिल !
9 बिछोह, विरह
10 अव्वल
11 मुग्ध
12 अच्छी व्यंजनाशक्ति