दीपावली दीपों का त्यौहार,
होली रंगों का त्यौहार,
रक्षा बंधन बहन - भाई,
के प्रेम का त्यौहार |
बहन भाई वरदान
ईश्वर का
बहन भाई के माथें
रोली तिलक लगाती
और बांध राखी कलाई पर
फूली नहीं समाती
मस्तक का टीका कहता,
काम गलत तुम कभी ना करना
सदगुण प्राप्त करने की
सदा चेष्ठा करना
दीर्घायु -स्वस्थ भाई बहन हो
आशीर्वाद लाती ये राखी
सूरज तारों की तरह अमर रहे
प्यार बहन भाई का
पूजा की थाली से आवाज़ है आती,
राखी के धागे को,
मज़ाक ना समझना - भाई !
इस पवित्र बंधन को
बड़े ध्यान से सहेजना - भाई !
यह कामना प्रत्येक बहन
अपने प्यारे भाई को बताती |
राखी का तोहफ़ा बहन -भाई से पाती,
तो बहुत प्रफुल्लित हो जाती,
अमूल्य है, यह तोहफ़ा, सुनो मेरी बहन;
ना समझना इसे पैसे का नज़राना |
रक्षा बंधन समाज में,
है सौहार्द ये लाता,
प्रेम के पवित्र रिश्ते की,
नई परिभाषा समझाता |
सच्चे अर्थों में मनाना,
चाहते हो रक्षा बंधन,
तो राखी के तोहफ़े को,
पैसे में आंकलन से परहेज रखना,
पैसे से आंकलन करके - तोहफ़े का,
इस रिश्ते को घायल ना करना,
इस त्यौहार को कलंकित ना करना |
डा० सुकर्मा थरेजा
क्राइस्ट चर्च कालेज
कानपुर