टिपण , छिंडारण , बंधण : भीष्म कुकरेती

  • 1- अजीब , विचित्र , विलक्षण जन बुल्यां बहाना ह्वाऊ

  • 2- अजीब , विचित्र , विलक्षण जन बुल्यां क्वी कै तैं पूछो बल त्यार आइसक्रीम मा कथुग लूण डळण ?

  • 3- अजीब , विचित्र , विलक्षण जन बुल्यां बल क्या फूल पाळु से अछेकि प्रेम करदो या तन्नी मन्नीक प्रेम ?

  • 4- प्रचुर , भौत , अन्या जन पाणी अर हवा

  • 5- क्रियाशील जन अग्निशामक दल आग बुझाणा ह्वाला

  • 6- क्रियाशील जन मूत्राशय मा पथरी

  • 7- चिपकू जन डाकखाना टिकट

  • 8- कलाकार जन बीड़ी हो जथगा सुट्टा मारो तथगा छुट हूंद जांद

  • 9-विज्ञापन बगैर ब्यापार जन बुल्यां अन्ध्यर मा छोरी कुण आंख मरण

  • 10- काम बिगड़नो बाद सलाह इनि जन बुलया मृत्यु बाद दवा दीण

  • 11- चपलता जन बिरळ मूस मरद दैं

  • 12- स्वीकारोक्ति जन अंगुळि अर अंगूठा

  • 13- स्वीकारोक्ति जन खरगोश अर शिकर्या कुत्ता

  • 14- इखुलि जन कोढ़ी

  • 15-इखुलि जन इकुऴया बांदर

  • 16- यखुली जन ढड्डु

  • 17- रसिक जन गूणी अर पकीं मुंगरी थ्वाता

  • 18- रसिक जन गुडौ डौळी पराक किरम्वळ

  • 19- समौ दगड़ गुस्सा इनि खतम ह्वे जांद जन भीम /भ्यूं पड़ीं आइसक्रीम

  • 20- इथगा इ दूर जन बियायीं बिरळि ढड्डू से दूर रौंदी

  • 21- सीदु सादु जन डाळ जैमा सैकड़ों उळकाणु /उल्लू बैठ्याँ रौंदन

  • 22- तकलीफदेय जन मटन की दुकानम काणु कुत्ता अर मछली बजारम काणि बिरळी

  • 23- भयभीत अर भ्रमित जन कुत्ताक पूछ पर कंटर बंध्युं हो या कुत्ता क पूछ पर आग लगीं ह्वाओ

  • 24- भयभीत अर भ्रमित जन गौड़ी बरफ मा खड़ी ह्वावो

  • 25- टकला जन छिल्यां अंडा

  • 26- डौळ मुंड्या जन क्रिकेट बौल या डौळ मुंड्या जन सौसर बौल

  • 27- गुस्सा जन सोडावाटरै बोतल खुलद दैं आवाज

  • ६ -उत्तर जन जिंदा भरच्यांद काखड़

  • ३७-मुड्यूं जन बरफौ तूफान मा घ्वाड़ा

  • ३८- बुरी दशा जन शेराक समिण बंधीं बखरी

  • ३९- शर्मीली जन स्कुल्या छोरी

  • ४०- किराण जन बागौ मुख पुटुक घ्वीड़

  • ४१- किराण जन कवाक चूंच पुटुक जिंदा मूस

  • ४२- छटपटाण जन कटेंद अठ्वाडो ब्याला

  • ४३- झसकेण जन जवान ब्योली सुहाग रातौकुण पैल पैल अपण बुड्या पति दिखिदि

  • ४४- इन पिटण जन रौ मांगक भ्यूँळो स्योळ छ्पोडे जांद , जथगा जादा छपोड़ो तथगा अच्छु हूंद

  • ४५- भीख मंगण जन कुत्ता खौळ म्याळा मा मनिखों तरफ टक लगैक दिखुद

  • ४६- आवाज जण फट्यूं बांस बजद

  • ४७ -रूण जन बुल्या घुंड बसुलान लछे दे ह्वावन

  • ४८- लाभ , जन फूल ताजा ही काम अांदन

  • ४९- मंहगै -जन बेकाबू पागल हाथी दौड़नु हो

  • ५०- कम जन भिखारी कै तैं भीख द्यावु , कीम जन क्वी नेता अपण विरोधी नेता की जिंदा मा प्रशंसा