*गढवाली में अव्यय
१- सम्बन्ध बोधक
चुले (अपेक्षा ),
ऐथर, अग्वाड़ी,
बिगर,
सी ,
दगडे,
तरौं,
बाना,
का,
कु,
कि,
रा,
रु,
रि
२-सम्मुचय बोधक
अ- संयोजक - अर, बि
ब-वियोजक- चा, निथर,
स- विरोध दर्शक - पर
द- परनाम दर्शक - यां/इलै
इ- कारण वाचक - किलैकि
फ- उदेश्य बाचक - ज्यान की
ज- संकेत बाचक- जु, त
ह- व्याख्या बाचक- याने की, हैं कि ना
३- विस्मय बोधक
त्वा,
द यार ,
चुछौ,
यू: ,
हे राम दा,
हैं,
ह्व़ा ,
४- अनुकारक अव्यय
टळपळ टळपळ ;
खल्तम; खीं-च्वी;
पुळपुळ पुळपुळ; सड़म ,
च्याँ
* कुमाउंनी में अव्यय
डा. भवानी दत्त उप्रेती ने कुमाउंनी समुच्चयों को निम्न प्रकार विभाजित किया है
१- समुच्चय बोधक अव्यय
१- संयोजक -
और/हौर, आजि
२-प्रतिरोध वोधक-
पर, लेकिन, परन्तु, मगर
३-आश्रय - कि, विभाजक-
अ- इश्ये, जश्ये
ब- चाये, या,
२- कुमाउंनी में विस्मय वोधक अव्यय
ओहो! , अहा!
३- कुमाउनी में दशा सूचक अव्यय
हाय !, राम राम ! , छिछि
४- कुमाउंनी में अनुमोदक वोधक अव्यय
ह्साबाश! , होय, होय होय
५- कुमाउंनी में तिरस्कार वोधक अव्यय
छि: , चुप, हत्, बप्
६- कुमाउंनी में संबोधन वोधक अव्यय
ओ !, रे!, ल़ा, रे, ऊ
*नेपाली में अव्यय
अनि, अथवा,कि, किन्तु, तर , यद्यपि, नकि, बा , परन्तु तैपनि र, न .. न
अधि, कि, भने, पछि,यदि
१- सम्बन्ध बोधक
अगाडि, मा, सित
२-विस्मय बोधक
अं, अहं , ओहो, अबुई , लै छि, धतेरिका , अया
सन्दर्भ
१- अबोध बंधु बहुगुणा , १९६० , गढ़वाली व्याकरण की रूप रेखा, गढ़वाल साहित्य मंडल , दिल्ली ( Structure of Garhwali Grammar)
२- बाल कृष्ण बाल , स्ट्रक्चर ऑफ़ नेपाली ग्रैमर , मदन पुरूस्कार, पुस्तकालय , नेपाल (Structure of Nepali Grammar)
३- डा. भवानी दत्त उप्रेती , १९७६, कुमाउंनी भाषा अध्ययन, कुमाउंनी समिति, इलाहाबाद (Study of Kumauni Language Grammar)
४- रजनी कुकरेती, २०१०, गढ़वाली भाषा का व्याकरण, विनसर पब्लिशिंग कं. देहरादून ( Grammar of Garhwali Language)
५- कन्हयालाल डंड़रियाल , गढ़वाली शब्दकोश, २०११-२०१२ , शैलवाणी साप्ताहिक, कोटद्वार, में लम्बी लेखमाला (Garhwali- Hindi Dcitionary)
६- अरविन्द पुरोहित , बीना बेंजवाल , २००७, गढ़वाली -हिंदी शब्दकोश , विनसर प्रकाशन, देहरादून (Garhwali hindi Dictionary )
७- श्री एम्'एस. मेहता (मेरा पहाड़ ) से बातचीत
८- श्रीमती हीरा देवी नयाल (पालूड़ी, बेलधार , अल्मोड़ा) , मुंबई से कुमाउंनी शब्दों के बारे में बातचीत
९- श्रीमती शकुंतला देवी , अछ्ब, पन्द्र-बीस क्षेत्र, , नेपाल, नेपाली भाषा सम्बन्धित पूछताछ
१० - भूपति ढकाल , १९८७ , नेपाली व्याकरण को संक्षिप्त दिग्दर्शन , रत्न पुस्तक , भण्डार, नेपाल (Briefs on Nepali Grammar)
११- कृष्ण प्रसाद पराजुली , १९८४, राम्रो रचना , मीठो नेपाली, सहयोगी प्रेस, नेपाल (Nepali Grammar)
१२- चन्द्र मोहन रतूड़ी , गढ़वाली कवितावली ( सं. तारा दत्त गैरोला, प्र. विश्वम्बर दत्त चंदोला) , १९३४, १९८९
Comparative Study of Kumauni Grammar , Garhwali Grammar and Nepali Grammar (Grammar of , Mid Himalayan Languages ) to be continued ........
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