कै
कै
कैड़्वांस / फटिंग- (चकमक पत्थर)
कोंडाळी- (पत्थर का बना कटोरानुमा पात्र)
कै गँव कीकौन से गाँव की
कैथैं-किसको
कै -बै /काई -बाई - जल्दी
कैमा ,जैमा -किसमें,जिसमें
कैरण्या- नीली भूरी आंखों वाला-वाली
कोळसांटु = विवाह की एक प्रथा जिसमे किसी परिवार से बहू लाने के बदले उसी परिवार बेटी ब्याही जाती है (डा. शिव प्रसाद डबराल )का भी मत है की यह प्रथा या शब्द साबित करते हैं की गढ़वाली पहले खस व कोळ भाषा मिश्रित थी)