ग*

  • गढ़वालि सिखौंला - गढ़वालि सीखेंगे

  • गंगछाला-गंगा नदी का किनारा

  • गंगजाट-अस्पष्ट कथन,बड़बड़ाहाट

  • गंगजाण-दुखी होना, रुआंसा होना

  • गंगज्याट-अस्पष्ट कथन, बड़बड़ाहट

  • गंगलोड़ा-नदी किनारे के गोल पत्थर

  • गंगल्वाड़ा-नदी किनारे के गोल पत्थर

  • गंगाळ-गंगा नदी का किनारा

  • गंजमंज-अव्यवस्थ, उल्टा-पुल्टा ,अस्त-व्यस्त

  • गंज्याळि-अस्पष्ट बात

  • गंजेळी-मूसल

  • गंज्यळि- छोटी मूसल

  • गंज्यळो-बड़ा मूसल

  • गंज्याळु-मूसल

  • गंज्याळो- मूसल

  • गंठ्योण-गूंथना, पिरोना, जोड़ना

  • गंडगंडु-आधा फका फल,भोजन,नाराज,सख्त मिजाज

  • गंडगंड़-नाराज,रुष्ट

  • गंड़गड़ो-नाराज,रुष्ट

  • गंडबट्ट-एकदम से,तुरंत

  • गंड़बड़ाणु-बुदबुदाहट, गडबड़ाना

  • गंड़म-एकदम गिरना

  • गंड़म- नदी

  • गंड़वारति-बच्चों की देखभाल हेतु आया

  • गंडा-ताबीज , गंठा

  • गंडासु-चारा या घास काटने का बड़ा उपकरण

  • गंडेल-घोंघा

  • गंडयोण-काटकर छोटे टुकड़े करना

  • गंणत-ज्योतिष गणना, हिसाब किताब

  • गंणन-गिनती करना ,गिनना

  • गंदु-गंदा,अस्वच्छ

  • गंधोण-गंदा करना,गंदा, अस्वच्छ

  • गंवड़ि-गांव,गांव वासी,गांव का,गंवार

  • गंवड्या-गांव,गांव वासी,गांव का,गंवार

  • गईण-आसमान,तारे

  • गगड़ाट-घबराना,बादलों की गरज,पहाड़ टूटने ,पत्थरों के गिरने की आवाज ,कांपना

  • गगरण्या-आधा पका फल

  • गगराणो-आधा पकना

  • गगर्याळु-दानेदार द्रव(घी आदी

  • गच्च-पूरा भरा हुआ

  • गच्छ्याणो-आधा पका फल,नाराज,सख्त मिजाज

  • गजबज-मिश्रित कर देना,अव्यवस्थित

  • गजर- बजर-उल्टा-पुल्टा , अस्त -व्यस्त

  • गजा-प्रतिध्वनि, गर्जना ,गूंज

  • गजोणु-प्रतिध्वनि, गर्जना करना ,गूंज

  • गज्जी-संकरा

  • गटागट-जल्दी-जल्दी शीघ्र अति शीघ्र

  • गट्टु- तंग कपड़, जूता आदि, सख्त, ठिगना मोटा आदमी

  • गडणु-निकालना ,निकलवाना

  • गडवारती-बच्चे को खेलने व देखभाल करने वाली आया

  • गडाळी-बच्चे को खेलने और देखभाल करने वाली आया

  • गडुण-निकालना ,निकालने को कहना

  • गडूणा-मौखिक या लिखित निमंत्रण ,बुलावा

  • गडोण-निकालना ,निकलवाना

  • गडोळा-लकड़ी घास का गठठर

  • गडोळि-लकड़ी घास का गठरी

  • गडोळु-लकड़ी घास का गठठर

  • गड्डि-ढेर (रुपयों आदि की)

  • गढ़-किला

  • गढ़त-गढ़ाई ,जेवर गढ़ने का काम या मजदूरी

  • गढ़वाळ-गढ़वाल क्षेत्र

  • गढ़्वळि-गढ़वाल क्षेत्र का निवासी

  • गणखणु-सम्मानित,गणमान्य

  • गण्डमण्ड-गिरना,पलटना,लुढ़कना

  • गत-दशा,हालत,बुरी हालत

  • गतमतु-हल्का गर्म,गुनगुना

  • गति-दशा,हालत ,बुरी हालत

  • गते-हिंदी माह की तारीख

  • गत्ति- हिंदी माह की तारीख

  • गथ्यूड़ा-दाल से बनी न्यूडल

  • गदक-चोट,लाठी की चोट

  • गदकण-घाव या फोड़े आदि का पकना

  • गदकताळ-चोट, घाव, गिरने से लगी चोट

  • गदकौण-घाव या फोड़े आदि का पकना

  • गदगदि-नरम, मोटी व मुलायम

  • गदगदु-नरम, मोटा व मुलायम

  • गदना-पहाड़ी छोटे नाले

  • गदनि-पहाड़ी छोटे नाले

  • गदम-गिरने की आवाज

  • गदलि-मटमैला पानी ,गंदला पानी

  • गदलु-मटमैला पानी ,गंदला पानी

  • गदाल-बिना कंकड़ पत्थर की ढीली व मुलायम काली मिट्टी वाली उपजाऊ जमीन

  • गदेरू-पहाड़ी छोटे नाले

  • गदेला-बिछौना लेटने का गद्दा

  • गदेली-बिछाने के लिए छोटी गद्दी

  • गद्द-गिरने की आवाज

  • गद्दा-बिछौना लेटने का गद्दा

  • गद्दालु-बिछौना लेटने का गद्दा

  • गद्देरी-पहाड़ी छोटे नाले

  • गधेरा-छोटा बरसाती नाला

  • गपोड़ि-डींग हाकने वाला

  • गप्प-डींग,बकवास

  • गप्पी-डींग हाकने वाला

  • गफळा- चिफळि-अस्पष्ट रहना, असमंजस या द्वंदात्मक स्थिति

  • गबजौण- हाथों से मर्दन करना, दबाना -खींचना

  • गब-ढ़ब-अनिश्चितता, दुविधा पूर्ण

  • गबदाट-बहुत लोगों का एक साथ बोलना

  • गबल्यौण-ठगना, हड़पना

  • गबळट-अस्पष्ट बोलना

  • गबळण- अस्पष्ट बोलना

  • गबळ्यट-अस्पष्ट बोलने वाला

  • गब्योण-जमीन के अंदर गाड़ना, दबाना

  • गमक-महक,सुगंध, महकना

  • गमकणु-महकना,सुगंधित होना

  • गमकौण-हाथ से पीटना

  • गमगमि- सहनशील,धैर्यवान

  • गमगमु-सहनशील,धैर्यवान

  • गमग्याट-पानी के बहने की ध्वनि

  • गमजौण-अधिक वस्तुओं को एक साथ मिला देना ,अव्यवस्थित करना,मिलाना

  • गयळि-लावारिस वस्तु

  • गयेण्डु-पशुओं को बांधने की रस्सी

  • गरगुरु-नाराज,अप्रसन्न,रुष्ट,सही नहीं पका हुआ(अधपका)

  • गरगरो-नाराज,अप्रसन्न,रुष्ट,सही नहीं पका हुआ(अधपका)

  • गरज-गरज,जरूरत,आवश्यकता

  • गरजोड़न-जोर-जोर से खुजलाना, शरीर खुजलाना

  • गरण-ग्रहण,अवसाद

  • गरण्या-ग्रहण में पैदा हुआ, ग्रहण में रखा हुआ, ग्रहण युक्त

  • गरदा-कूड़ा,कचरा

  • गरदिस-बुरा समय ,दुर्दिन

  • गरमैस-गर्म,गर्मी,गर्माहट

  • गरव्णि-ओलावृष्टि

  • गर्रि-भारी,वजनी, बोझिल

  • गर्रू-भारी,वजनी, बोझिल

  • गलगंड-गर्दन के पीछे मास का गोला,घेंघा रोग

  • गलेण्डु-पशुओं को बांधने की रस्सी

  • गलोडया-बड़े या भारी गला वाला

  • गलोड़ी-सुंदर गाल

  • गल्ज- बल्ज-अस्त-व्यस्त ,अव्यवस्थित ,बिखरा हुआ

  • गल्वड़ा-मोटे गाल

  • गळ-अलसी,सुस्त,बेकार

  • गळकण्ठी-गले का आभूषण,हार

  • गळकण्डी-गले का आभूषण हार

  • गळगळु-पिचकने वाला जैसे रबर की गेंद, फोड़ा

  • गळण-गलना,गला हुआ

  • गळदार-पशुओं का व्यापारी,दलाल ,बातूनी

  • गळदारि-व्यापार,दलाली ,ठगी,अविश्वसनीय

  • गळघो-गाली देने वाला

  • गळद्वारा-डींग, गप्पें

  • गळसटा-कोरी गप्पें, डींगे,ढोंगी

  • गळसाट्टि-कोरी गप्पें, डींगे,ढोंगी

  • गळसटया-कोरी गप्पें, डींगे,ढोंगी

  • गळा-गला, कंठ

  • गळापणि-अत्यंत स्नेह,प्रेम होना

  • गळेर-गाली देने वाला

  • गळोठा-गाल ,कपोल

  • गळ्तण्या-स्वादहीन, गर्म ना ठंडा

  • गळ्यूं-गलना,गला हुआ

  • गहथ-एक दाल, दलहन, गहथ

  • गडूणा ,न्यूतण..-आमंत्रण

  • गणा-तारा

  • गणा-गहना

  • गगड़ाट- (बादलों के गरजने की ध्वनि)

  • गगदाट- (पेट में वायु के कारण उत्पन्न ध्वनि)

  • गबदाट- (बहुत से लोगों की एक साथ बोलने की ध्वनि)

  • गबळाट- (अस्पष्ट ध्वनि)

  • गमग्याट- (पानी के तेजी से बहने की ध्वनि)

  • गडूणा ,न्यूतण-आमंत्रण

  • गंगलोड़ा- (नदी के बहाव से बने गोल पत्थर)

  • गबलु /गाब- (पत्थर के मकानों के निर्माण में दीवार के बीच भरा जाने वाला गारा)

  • गधू = सीताफल, कद्दू

  • गब्त-दफन

  • गढ़वळि ,गढ़ोळि-गढ़वाली

  • गळयूँ -गला हुआ

  • गलोड़ी,ग्लव्डा, गळोठा-गाल , कपोल

  • ग़रमैस-गरमी, गरमाहट

  • गढ़-किला

  • गदरू -छोटा सा नाला (गाड)

  • गदकताळ-गिरने से लगी चोट

  • गळण-गलना , पिघलना

  • गणखणु-गणमान्य

  • गड्डी-निचली नदी घाटी

  • गल्वाडू-गाल

  • गधेरा-कम पानी वाली छोटी नदी

  • गयुंवाडीसार-गेंहूँ वाले खेतों का समूह

  • गळयूँ -गला हुआ

  • गळद्यो, गळेर-गाली देना वाला

  • गळा, गौळयूँ ,टाटु,कंठ , -गला

  • गतमतु-गुनगुना

  • गळद्यो, गळेर-गाली देना वाला

  • गलोड़ी,ग्लव्डा, गळोठा-गाल , कपोल

  • गपोड़ी,छर्क्यों-गप्प हांकने वाला

  • गरमि,रूडि -गर्मी (मौसम)

  • गळोठा- गाल, कपोल

  • गजगूर = दुःख की अभिव्यक्ति

  • गट्टू = टंग (वस्त्र)

  • गट्टू= जिसमे पानी की मात्र कम हो

  • गमटाण =दुविधा में रहना

  • गरडै =अम्प्लता के करण गले में होने वाली जलन

  • गलफू = फुले गाल

  • गळमारा . गळसट्टी =कोरी गप्पें

  • गंज्यळो- बड़ा मूसल

  • गांज- मूसल के अगले सिर पर लगाया लोहे का छल्ला

  • गांजु-दो कमरों के बीच की दीवार घर को बांटने वाली दीवार

  • गांठा-बैठना

  • गांठु-ताबीज ,गंठा

  • गांठो-ताबीज ,गंठा

  • गांडा-गर्दन के पीछे मास का गोला,घेंघा रोग

  • गाग्गू-सांप ,रेगने वाला कीड़ा

  • गाज- विपत्ति

  • गाजड़-दाल पीसकर बनाए पकवान

  • गाटु-धनी, समृद्ध

  • गाड़-नदी का नाला,पहाड़ी नाले

  • गाडु-गाढा, घना मोटा

  • गाढु-गाढा, घना मोटा

  • गाणन-गिनती ,गिनना

  • गात-शरीर, बदन

  • गातर-कमरबंद

  • गाद-सड़ा,गला, तलछट

  • गादौं-कीचड़ से होने वाली खुजली

  • गारा-बहुत छोटे कंकर पत्थर

  • गारूड़ि-तांत्रिक ,ओझा

  • गाळ-गाली ,दुबर्चन ,कोसना

  • गाळि-गाली ,दुबर्चन ,कोसना

  • गावलु-भेड़ का बच्चा

  • गाड (नदी)

  • गाड-दो द्वार -शाखाएं

  • गाड़ भिड - खेत

  • गाँव , गाँउ, गौं-गाँव -ग्राम

  • गाढ़ो , गाढ़ु-गाढ़ा , गहरा

  • गाड़-पहाडों मैं बहने वाली नदी

  • गारा- (बारीक पत्थर)

  • गाढ़ो , गाढ़ु-गाढ़ा , गहरा

  • गाछु = इतिहास, ऐतिहासिक गाथा

  • गाटु = धनि, समृद्ध

  • गाबल़ू =भेद का बच्चा


  • गिंगजाट-बड़बड़ाना ,बुदबुदाना

  • गिंगदाट-उन्मुक्त हंसी

  • गिंगोड़न-घसीटना,खींचना

  • गिंचण-पैरों से रौंदाना

  • गिंजाडु-दाल पीसकर बनाए पकवान

  • गिंडकी-लकड़ी का छोटा मोटा टुकड़ा, गेल ,कटे हुए तने

  • गिंडाणु-काटकर छोटे टुकड़े करना

  • गिंडाणु-छोटे टुकड़ों में काटना, टुकड़े करना, काटना

  • गिंदि-गेंद

  • गिंवण-गेहूं का खेत

  • गिगडाण-कांपना,घबराहट,बादलों की गरज ,पहाड़ टूटने, पत्थरों के गिरने की आवाज

  • गिचुखत्या-दुर्वचनी,बात ना रखने वाला

  • गिच्चा-मुख ,मुंह

  • गिच्चि-मुख ,मुंह

  • गिच्चू-मुख ,मुंह

  • गिजण-आदि होना ,आदत

  • गिजाडु-निकम्मा ,मूर्ख

  • गिजार-कीच, कीचड़, पशुओं का मल मूत्र

  • गिट्टु-पत्थर या कोयले का छोटा टुकड़ा

  • गिट्ठु- मजबूत ,ठोस ,सख्त

  • गिड़-बादलों की गर्जना कड़कना

  • गिट्ठु-तंग कपड़ा, जूता आदि,सख्त,ठिगना मोटा आदमी

  • गिड़-गांठ , गिरह,मनमुटाव,याद रखना

  • गिड़कण-बादलों की गर्जना ,कड़कना

  • गिण्डमिण्ड-गिरना ,पलटना ,लुढ़कना

  • गितांग-गवैया

  • गित्वार-गवैया

  • गिदडु-गुदा फल या तरकारी का

  • गिमगयाट-पानी के बहने की ध्वनि

  • गिमजौण-अधिक वस्तुओं को एक साथ मिला देना ,अव्यवस्थित करना ,मिलाना

  • गिलास-गिलास

  • गिजण, गेजण, गीज -आदी होना ,

  • गिठि -अंगेठी अँ

  • गिड़कताळ- (आकाश में बिजली चमकने के बाद होने वाली गड़गड़ाहट)

  • गिनना,गंणन-गिनती करना

  • गितांग, गित्वार , गितार-गवैया

  • गिन्ति-गिनती

  • गिंवाडा, गेंवाड़ा , ग्यंवड़ा-गेंहू का खेत

  • गिलास ,गलास -गिलास

  • गिण्डमिण्ड- गण्ड-मण्ड-गिरना, पलटना , लुढ़कना

  • गिलास , काँच, कंच -गिलास , कांच ,कंच

  • गिजण, गेजण, गीज -आदी होना , आदत

  • गीत ,झमका-गाना

  • गीलु, तींदु-गीला

  • गीज-आदि होना ,आदत

  • गीड़ु-लकड़ी की सीढी

  • गीत-कविता ,गीत

  • गीदु-गुदा फल या तरकारी का

  • गीलु-गीला ,भीगा हुआ

  • गुमचोट ,गुमच्चट-आंतरिक चोट

  • गुंगणाट- (नाक से बोलने की आवाज़)

  • गुगड़ाट- (हुक्के की गुड़गुड़ाहट)

  • गुमणाट- (भौंरों एवं मधुमक्खियों की आवाज, धीमी और अस्पष्ट आवाज़)

  • गुनियार - घर का आगन

  • गुळ्या/गुंळ- (दरवाजे को अंदर से बंद करने की लकड़ी)

  • गुणत्याळुु , गुणत्याळो -अहसानमंद

  • गुबरा -गुब्बारा

  • गुण-गुण, विशेषता

  • गुणण, गुणा-गुण, स्वभाव , विशेषता

  • गुमचोट , गुमच्वट-गुप्त चोट

  • गुटमुट गुप्तमंत्रणा

  • गुगरोण-गुर्राना

  • गुगराट-गुर्राहट

  • गुथण, ओलण-गूंथना

  • गुलोबंद, गलोबंद-गले का स्वर्ण आभूषण

  • गुमचोट ,गुमच्चट-आंतरिक चोट

  • गुदखेरू,गोदखेरू-ईष्यालु

  • गुसाड़- गुस्सैल, तुनक मिजाज

  • गुरा- सांप, बड़ा कीड़ा

  • गुंगनाट-नाक भौं सिकोड़ना ,नाराजगी दिखाना

  • गुंछला-गुच्छा ,गुच्छी

  • गुंजमुंज-अस्पष्ट बात

  • गुंज-मुंज-उलझा हुआ, बुरी तरह सिकुड़ कर, सिलवट युक्त

  • गुंजरि- पुंजरी-बहुत मेहनत से कमाई थोड़ी संपत्ति

  • गुंट-सुंदर,सुडौल

  • गुंट्ट-घोड़ा

  • गुंठि-अंगूठी

  • गुंडमुंड-शरीर सिकुड़ कर लेटना ,सोना

  • गुंडेरो-गुमसुम रहने वाला

  • गुंदाखि-पिंड ,छोटा गोला ,गूंथे आटे की गोली

  • गुंदख्याळि-मांसल शरीर,सुंदर काया

  • गुंदण-गूंथना

  • गुंधौण-पैरों से रौंदाना

  • गुखांद-मल खाने वाला, बेवकूफ, पागल

  • गुगड़ाण-गुड़गुड़ाना, हुक्के की गुड़गुड़, गरार

  • गुगणाट-नाक भौं सिकोड़ना, नाराजगी दिखाना

  • गुगराट-गुर्राहाट,गुर्राना

  • गुगरौण-गुर्राहाट,गुर्राना

  • गुचण-कुचलाना, दबाना

  • गुच्छी-पहाड़ी मशरूम

  • गुजन्यार-गंदगी से के जाने का स्थान

  • गुजमैलु-मटमैला पानी ,गंदला पानी

  • गुजारू-गुजारा, गुजर-बसर

  • गुज्यारू-कूड़ा-करकट गंदा

  • गुटण-रोकना, कमरे में बंद करना

  • गुटमुट-गुप्त मंत्रणा

  • गुटमुटि-सुगठित ,सुडौल

  • गुटमटु-सुगठित सुडौल

  • गुठयार-गौशाला

  • गुड़कण-मरना,अंत होना

  • गुड़ैई-गुड़ाई करना ,गुड़ाई

  • गुणण-गुणा करना

  • गुणत्याळु-कृतज्ञ अहसानमंद

  • गुणमुण-धीमे स्वर में बातें करना

  • गुत्तु-ओखली

  • गुत्या-मल से सना हुआ.गंदा,मैला

  • गुदक-तरबतर, सराबोर

  • गुदखेरू-जलनखोर, ईष्यालु

  • गुदड़ा-फटे पुराने वस्त्र ,पुराना बिछोना

  • गुदाड़िं-फटे पुराने वस्त्र ,पुराना बिछोना

  • गुदन्यालो-गंदगी से के जाने का स्थान

  • गुदबुद-सुंदर,प्यारा ,मनोहारी, प्यारी

  • गुदबुधौं-सुंदर,प्यारा ,मनोहारी, प्यारी

  • गुदळणु-रौंदना, कुचलना

  • गुद्दि-दिमाग,बुद्धि ,मस्तिष्क के आदान का पदार्थ

  • गुबळौण-हड़पना, ठगना

  • गुमचोट-आंतरिक चोट, गुप्त चोट

  • गुमजौण-अधिक वस्तुओं को एक साथ मिला देना ,अव्यवस्थित करना, मिलाना

  • गुमट-गर्म स्थान जहां हवा ना चले ,कोठरी

  • गुमटि-गर्म स्थान जहां हवा ना चले ,कोठरी

  • गुमणाट- धीमे स्वर में बातें,बातें करना

  • गुरमुळ-चोट से उभरा मांस, चोट का गोला उभार, गोला, गोली

  • गुरमोळि-चोट से उभरा मांस, चोट का गोला उभार, गोला, गोली

  • गुरा-सांप ,बड़ा कीड़ा

  • गुरु-शिक्षक ,अध्यापक

  • गुरो--सांप ,बड़ा कीड़ा

  • गुर्रो-सांप ,सर्प

  • गुलगंडु-गोल

  • गुलगंडो-गोल

  • गुलगुला-मीठे व्यंजन, मीठी पकोड़ी

  • गुलटण-उलटना

  • गुलोबंद-गले का सोने का आभूषण

  • गुवांण-मल की बदबू ,बदबू, दुर्गंध

  • गुवांयू-मल से सना हुआ ,मैला, गंदा

  • गुसाड़-गुस्सैल ,तुनकमिजाज

  • गुसेंण-स्वामी ,मालिक ,मालकिन

  • गुसेड़-गुस्सैल ,तुनकमिजाज

  • गुसैं-स्वामी ,मालिक ,मालकिन

  • गुंट = सुन्दर, सुडौल

  • गुजरी -पुन्जरी = परशराम से एकत्रित की थोड़ी सी सम्पति

  • गुरख्वळ = गुरु गृह , गुरु-मुहल्ला

  • गुळया = दरवाजे की चिटकनी

  • गुनखा = आला



  • गू-मल, विष्ठा

  • गूंग्याट-वाहनों की आवाज

  • गूंणि-लंगूर

  • गूल-कच्ची नाली ,नहर , कूल

  • गेला- (पेड़ काटने के बाद बनाए गए तने के 10-12 फिट के टुकड़े)

  • गे-मैं

  • गेंडखु-लकड़ी का छोटा मोटा टुकड़ा ,गेल, कटे हुए तने

  • गेंडि-लकड़ी का छोटा मोटा टुकड़ा ,गेल, कटे हुए तने

  • गेंदवा-गेंद

  • गेंवाड़ा-गेहूं का खेत

  • गेंवाण-गेहूं का खेत

  • गेगड़ु-केकड़ा,कर्कट

  • गेजण-आदि होना ,आदत

  • गेड़-गांठ,गिरहा,मनमुटाव ,जोड़ना ध्यान रखना

  • गेल-तने की गोलाई ,कटे हुए तने

  • गेलकु-तने की गोलाई ,कटे हुए तने

  • गैणा-तारे

  • गैरु -गहन ,गहरा

  • गैल्यानी-दोस्त (साथी)

  • गैणेई -हिचकी

  • गैं-तुम

  • गैख-ग्राहक ,मालिक,अभिभावक

  • गैखि-संपर्क,वृति

  • गैणा-आभूषण,तारे ,गहने

  • गैणेई-हिचकी

  • गैत-शरीर, बदन

  • गैथ-एक दाल ,दलहन,गहथ

  • गैन-गए हैं ,चले गए हैं

  • गैर-अनुचित,अन्य,पराया

  • गैरि-गहरी

  • गैरू-गहरा

  • गैरोण-गहरा करना, खोदना

  • गैल-साथ, संगत ,संगी,साथी

  • गैल्या-साथ, संगत ,संगी,साथी

  • गैल्याणि-साथ, संगत ,संगी,साथी

  • गैळ-अलसी, सुस्त ,बेकार

  • गैळु-बदला ,प्रतिशोध

  • गैस-रसोई गैस ,वात रोग ,पेट विकार

  • गैठवा = पुत्र

  • गैल = साथ, संगत

  • गैल्याणी =सहेलियां


  • गोपळा, ग्वपळा, उपळा-उपले

  • गोरु -गाय

  • गोद्डू-तुरई

  • गोपळा, ग्वपळा, उपळा-उपले

  • गोठ (गोष्ठ)

  • गुलोबंद, गलोबंद-गले का स्वर्ण आभूषण

  • गोला-गला(गर्दन)

  • गोदान , गौदान , कन्यादान-गायदान

  • गोगिंडा, गवरबट्टा, गोरबाटा-गायों के चलने से बना रस्ता

  • गोड़नी,कुटळु, कुटळि-कुदाल

  • गोदान , गौदान , कन्यादान-गायदान

  • गोड़, गोड़न, गुडै -गुंडाई

  • गोट-खेतों मैं गोबर के किये पशुओं को बांधना

  • गोंदाखि-पिंड ,छोटा गोला , गूंथे आटे की गोली

  • गोखरू-एक घास

  • गोगिंडो-गायों के चलने से बना रस्ता

  • गोटण-रोकना ,कमरे में बंद करना

  • गोठ-पशुओं की चलायमान गोशाला

  • गोठि-गोष्टी,सभा

  • गोड़-गुड़ाई करना ,गुड़ाई

  • गोडनी-कुदाल

  • गोडो-पैर

  • गोदकु-वृक्ष का कटा तना ,गोला

  • गोदड़ि-तुरई ,बेल पर उगने वाली तरकारी

  • गोदान-गाय दान

  • गोपळा-उपले

  • गोरबाटा-गायों के चलने से बना रस्ता

  • गोसल्या-सांझ , शाम

  • गो-गिन्ड़ो, ग्वींडा = ग्वरबट, संकरा पतला गायों के जाने का रास्ता


  • गौडू-

  • गौड़ि, गौ -गाय

  • गौड़ी (गाय)

  • गौ-स्त्रियों के लिए संबोधन

  • गौं-गांव,ग्राम

  • गौंणन-गिनती ,गिनना

  • गौड़ि-गाय

  • गौदान-गाय दान

  • गौळ-गला,कंठ

  • गौळपाणि-अत्यंत स्नेह, प्रेम होना

  • गौंकारा = किसी काम को करने का साहस

  • गौंथ्यारी = उषा काल में गौमूत्र एकत्रित करने वाली स्त्री

  • गौंथ्यारी बगत = उषाकाल

  • गौडखी= गाय बांधने का कमरा

  • गँवार-अनपढ़

  • गंवार , जपाट-असभ्य

  • गंजमंज , झंडमंड-अस्तव्यस्त

  • गुँठि, मुंदडि,मुंन्दरी-अंगूठी

  • गों-गलु मा-गाँव की गलियों में

  • गुंगणाट- (नाक से बोलने की आवाज़)

  • गेंडखी- (लकड़ी का छोटा तथा मोटा टुकड़ा)

  • गंज्याळो- (मूसल)

  • गंजमंज , झंडमंड-अस्तव्यस्त

  • गंगज्याट, गंगजाट-अस्पष्ट कथन

  • गँवार-अनपढ़

  • गंवार , जपाट-असभ्य

  • गंजु-गंजा ,गंजी

  • गंद्यौण-गंदा करना

  • गंदु-गंदा , अस्वछ

  • गाँठु, गांठो ,गंडा-गंठा

  • गिंदु, बौल-गेंद - गिंदि

  • गूंगु-गूंगा

  • गँ वार, -गँवार

  • गौंकी-गाँव की

  • गंगाल-दो ढालों के बीच का छेत्र

  • गंग्लोडा-नदी मैं पाये जाने वाले गोल पत्थर

  • गंज्याला-बड़ी मूसल

  • गंडयोण, गिंडाणु-काटकर छोटे टुकड़े करना

  • गुंछला, गुच्छा, झुंपा, झुंपि-गुच्छा

  • गँवडि, गँवड़या-गाँववासी , ग्रामीण

  • गुंडेरो , गुंडेरु-गुमसुम रहने वाला

  • गँवडि, गँवड़या-गाँववासी , ग्रामीण

  • गुँठि, मुंदडि,मुंन्दरी-अंगूठी

  • गंजमंज -उल्टा - पुल्टा

  • गंज्यळो- बड़ा मूसल

  • गंडखाण्या = स्वादहीन

  • गंडखुलै = कर्ज लेते बक्त शाहूकार को थैली की गांठ खोलने के एवज में दी जाने वाली रकम

ग्

  • ग्वैर-ग्वाला

  • ग्यूँ,जद-गेंहू

  • ग्वेर- ग्वाला

  • ग्यंवड़ा- गेहूं का खेत

  • ग्वदड़ि-तुरई, बेल पर उगने वाली तरकारी

  • ग्वपळा-उपले

  • ग्वील-दुहना,दूध निकालना

  • ग्वस्यार= हरिजनों की बृति के सवर्ण परिवार जिनसे हरिजनों (लोहार, टमटे आदि) को फसल पर अनाज मिलता था.