झ*

  • झंकरा,झंकरि- सिर के लंबे बिखरे बाल

  • झंकर्या- लम्बे बालों वाला

  • झंगज्याट- बाधा, उलझन

  • झंगझंगो- सुस्त, थका हुआ

  • झंगारो- झंगोरा, एक अन्न

  • झंजोड़न- झकझोरना, जोर से खींचना, झिंजोड़ना

  • झंझट- उलझन

  • झंझरि- झगड़ालू., उलझनकारी

  • झंटा- खूंटा, खूंटी

  • झंडमंड- अस्त-व्यस्त, अव्य स्थित

  • झंडी- झंडा, पताका, ध्वज, निशान

  • झंवरि- पैर का आभूषण

  • झकझकी- घने हरे पत्तों वाली झाड़ी

  • झकबक- लहराकर चलना, डगमगाना

  • झकबाक- लडखड़ाने की स्थिति

  • झकबाक- लडाखड़ाने की स्थिति

  • झकबात- व्यर्थ बातें, बकवास

  • झकझोर-अत्याधिक, हद से ज्यादा

  • झकोळा- जोर का हिचकोला

  • झकोळेण- हिचकोला खाना

  • झक्का- बकवास, सनक, सनकी

  • झगडैळु- झगड़ालु

  • झचक- झिझक, हिचक, संकोच

  • झझकु-प्रेत बाध, डर

  • झझराट- कंपकपी, झुरझुरी, बुखार आते समय जाड़ा लगना

  • झटाक-चोट, क्षणिक प्रहार, जल्दी, झटके से

  • झटोलन- झकझोरना, जोर से खींचना, झिंजोडना

  • झट्ट- तुरंत, अचानक

  • झड़- जाड़ों मे कई दिनों तक लगातार बारिश

  • झडकाणु- तोड़ना

  • झडुण- गिरना, झडना, झाड़ना

  • झणमणु- सुस्त, बीमार

  • झणा- जना, लोग

  • झपक- आधात

  • झपकण- झपकना, पलक झपकना

  • झपकणु- दबोचना

  • झपकौण-झपकना, पलक झपकना

  • झपन्याळ- घने पत्तों वाला

  • झपाक- क्षणिक नींद, झपकी

  • झपेटु-प्रेतबाधा

  • झपोड़न- फटकारना,झपोड़ना

  • झपोड़ा-झपोड़ि- मारपीट, हाथपाई, लूट

  • झबरा- लम्बे बालों वाला

  • झमकण- धंसना, झुकना, सहम जान

  • झमक- गीत, गाना

  • झमकै- अधिक मात्रा में, भरपूर

  • झमकैक- जोर से दबाकर, पूरी ताकत से, उत्साह के साथ

  • झमकौणु- हड़काना, डराना

  • झमज्याट- त्वचा पर जलन, झनझनाहट

  • झमडौण- बाल पकड़ कर बुरी तरह झिंजोड़ना, बालों से खींचना

  • झमनाट- पशुओं में क्षणिक कंपन, हिनहिनानां

  • झमरांडयू- सुस्त, बीमार

  • झमाक-झोंका, वर्षा की अन्यास बौछार

  • झमेळ- झमेला, उलझन

  • झम्म- अचानक जोर से बैठना, गिरना

  • झरकु- कंपकपी, झुरझुरी

  • झरफर- धूमधाम, चहल पहल

  • झर्र- ज्वलनशील वस्तु के जलने की आवाज

  • झलसा- जलसा, तमाशा

  • झलार- क्षणिक आवेश, उत्तेजना

  • झल्या- सनकी, चिड़चिड़ा

  • झळ- आंच, लौ

  • झळक- झलक, दृष्य

  • झळकण- चमक, शोभित होना

  • झळकणु-चमकना, चमकाना, प्रदर्शित करना

  • झळकणु- छिपकर देखना, तांक-झांक

  • झसक- नस खिंचना, पसलियों में झसाक

  • झसकण-नसों या पसलियों में खिंचाव से दर्द, डरना, भयभीत होना

  • झसकेणु- डरना, भयभीत होना

  • झसाक- आग के क्षणिक स्पर्श से जलना

  • इस्स- क्षणिक चुभन या स्पर्श

  • झळ, झौळ, झेळ-आंच

  • झझराट, झुरझुरी -कंपकपी

  • झपक-आघात

  • झड़न-गिरना ,झड़ना

  • झट-जल्दी

  • झणझणि- (त्वचा पर होने वाली घृणाजनित सरसराहट)

  • झमज्याट- (बिच्छू घास आदि के लगने से शरीर में होने वाली सरसराहट)

  • झसाक- (किसी अंग के मुड़ने या मोच आने की चुभन की पीड़ा)

  • झमपाणी =डांडी/पीनस/डोली उठाने वाले

  • झल्यारु = चूल्हे की आग की लौ पीछे व्यर्थ ना हो रोकने का पत्थर

  • झल्व्ती = पागलपन

  • झटगु = कांटेदार लकड़ियों का गुच्छा जो मंडुवे के बोने के बाद खेत में प्रयोग होता है



झा

  • झांक- मिर्गी रोग

  • झांकरी- मिर्गी का मरीज

  • झांज- नशा, व्यसन

  • झांजर- पैरा का चांदी का गहना,झांजर

  • झांजी- नशेड़ी, व्यसनी

  • झाटगु- बैल या लता को सहारा देने के लिए पेड़ से काटे गये तने या टहनियां

  • झाड़- झाड़ी, डांट

  • झाड़खंडी- तांत्रिक

  • झाड़ा- दस्त पेचिश

  • झाड़ा- ताड़ा- जादू-टोना, तंत्र-मंत्र

  • झाबी- थैला, थैली, झोला

  • झाल- बेलों का घना समूह

  • झालू- रिंगाल का टोकरा

  • झाटगो/झिंकड़ो- (बेल को सहारा देने के काम आने वाली पेड़ की छोटी शाखा)

  • झाकंड= सनक , भावनाओं की लहर

  • झपान= डांडी/पीनस/डोली


  • झिंगराट/झिंगरी/झिड़बिड़ि- (घृणा)

  • झिंकड- दुखी होना, परेशान होना, परेशान करना

  • झिंगज्याट- कठिनाई, परेशानी

  • झिंगझिंग- टालमटोल

  • झिंगरन- रोमांच, शरीर मे पैदा होने वाली सिहरन

  • झिंज्याट- बच्चे का रोना, परेशान करना

  • झिंट- डोली

  • झिंयुरि- पैर का आभूषण

  • झिलसणि-खट्टे डकार

  • झिकड़ा- छोटी सूखी टहनियां

  • झिगरि- घृणा, घिन

  • झिगर्याण- घिन्न लगना

  • झिचकण- हिचक, संकोच,संकोच करना

  • झिचकणु- हिचकिचाना, संकोच करना

  • झिज्जु- रोयेंदार पेड़

  • झिट्ट- थोड़ी देर, थोड़े समय के लिए

  • झिणमिण- हल्की बारीश, बूंदाबांदी

  • झिपल्याण- घनी जंगली झाड़ी

  • झिबड़ाट- अव्यवस्था, गंदा

  • झिबडाणु- ऊबड़खाबड़

  • झिमलाट- अपूर्ण दृष्टि, धुंधलापन, अस्पष्टता से दिखाई देने का भाव

  • झिमलाण- चमक, झिलमिलाहट

  • झिमलाणु- चमकना, झिलमिलाना

  • झिमाण- अनिच्छित कार्य, थोपा हुआ काम

  • झिरण- सत्तावर, एक पौधा

  • झिल्ल- घर के आसपास लताओं का ढेर

  • झिल्ला,झिल्लु-ढीला

  • झिळसणि- खट्टे डकार, अपच से डकार आना

  • झिसलण्या- रोयेंदार

  • झिंगरेण = गुस्सा होंना


  • झीड़ा- तेज बारिश , बौछार

  • झीस- रोंआ


  • झुंटा- एक साथ लगे फलों का गुच्छा

  • झुंटा- गुच्छा, लटकता हुआ गुच्छा

  • झुंटेण- लटकाना, टांगना

  • झुंपा- गुच्छा, गुच्छी

  • झुंपि-झुकना

  • झुकण- झुकना

  • झुकमुक- उषा काल, प्रात:काल

  • झुकर्या- ढोल- दमाऊ वाले वादक,वादक

  • झुकणु-झुकना, नीचा करना

  • झुटयौण- झूठा कहना, झुठलाना

  • झुणमुण,झुमणाट-हल्की बारिश, बूंदाबांदी,बारिश होना

  • झुपुल- सिर पर उलझे हुए बालों का गुच्छा

  • झुमका,झुमाकि-गुच्छा, गुच्छी, आभूषण, लटकन

  • झुमण्याण-बूंदाबांदी,बारिश होना

  • झुमला- जीण-शीर्ण वस्त्र

  • झुमळि- आनाज पर लगने वाले कीड़े के अंड़े

  • झुमेलो- प्रियजनों की विराह के गीत

  • झुरझुरी- बुखार आते समय जाड़ा लगना, कंपकपी

  • झुरण- चिंता करना, दुखी होना

  • झुरमुर- उषा काल, प्रात: काल

  • झुराट- चिंता,वेदना, अशांति

  • झुरौण- डराना, व्यथित करना, दुख देना

  • झुलकु,झुलगा- स्त्रियों की ओढनी, चुन्नी, दुपट्टा

  • झुलड़ा- कपड़ा, कपड़े, वस्त्र

  • झुलस्योणु- चिढाना, उकसाना

  • झुल्योण- चूल्हे मे खाना बनाना, साफ करना, धोना

  • झुल्ला- कपड़ा,कपड़े, वस्त्र

  • झुल्ला , झुल्ली -कपड़ा

  • झुलड़ा-कपड़े

  • झुमैलो - लोक नृत्य

  • झुर्याट- (आंतरिक कष्ट)

  • झुलकु, झुलगा-ओढ़नी

  • झुळकु =स्त्रियों के सिर में रखने की ओढ़नी


  • झूंकलि- झूलना, लटकना, झुलाना

  • झूंका- गुच्छा, लटकता हुआ गुच्छा

  • झूटु- झूठा

  • झूरण- (दुख महसूस करना)रण- (दुख महसूस करना

  • झेंजर- छिद्र युक्त करछी

  • झेकड़ा- छोटी सूरी टहानियां

  • झेड़- तेज बारिश, बौछार

  • झेड़ा- बारीक लकड़ियाँ

  • झेलण- सहन करना, झेलना

  • झेंटा= लम्बी बारीक लकड़ी



  • झैड़- जाडों में कई दिनों तक लगातार बारिश

  • झोंक-झुकाव, झौंक, भार

  • झोकळा,झोकळि- फूलों या फलों का गुच्छा

  • झोप- घूंघट, ओढनी

  • झोळ- पनिला साग, तरी वाला साग

  • झोळकंद- अंधेरा, मायूसी

  • झोळण्या- मैला, गंदा

  • झोळा- झोला, थैला

  • झोंळकंद =मायूसी

  • झोंळकंद = अन्धेरा

  • झोप= घुंघट

  • झौड़- तिलचट्टे, झिंगुर

  • झौळ- आंच, लौ, चमक

  • झाँटिलु , झांटेली-अवैध संतान

  • झिंगराट/झिंगरी/झिड़बिड़ि- (घृणा)

  • झाँटिलु , झांटेली-अवैध संतान

  • झंगज्याट, छिंच्छेडा -उलझन, बाधा

  • झंकरा,झंकरि- सिर के लंबे बिखरे बाल

  • झंकर्या- लम्बे बालों वाला

  • झंगज्याट- बाधा, उलझन

  • झंगझंगो- सुस्त, थका हुआ

  • झंगारो- झंगोरा, एक अन्न

  • झंजोड़न- झकझोरना, जोर से खींचना, झिंजोड़ना

  • झंझट- उलझन

  • झंझरि- झगड़ालू., उलझनकारी

  • झंटा- खूंटा, खूंटी

  • झंडमंड- अस्त-व्यस्त, अव्य स्थित

  • झंडी- झंडा, पताका, ध्वज, निशान

  • झंवरि- पैर का आभूषण

  • झांक- मिर्गी रोग

  • झांकरी- मिर्गी का मरीज

  • झांज- नशा, व्यसन

  • झांजर- पैरा का चांदी का गहना,झांजर

  • झांजी- नशेड़ी, व्यसनी

  • झिंगराट/झिंगरी/झिड़बिड़ि- (घृणा)

  • झिंकड- दुखी होना, परेशान होना, परेशान करना

  • झिंगज्याट- कठिनाई, परेशानी

  • झिंगझिंग- टालमटोल

  • झिंगरन- रोमांच, शरीर मे पैदा होने वाली सिहरन

  • झिंज्याट- बच्चे का रोना, परेशान करना

  • झिंट- डोली

  • झिंयुरि- पैर का आभूषण

  • झिंगराट/झिंगरी/झिड़बिड़ि- (घृणा)

  • झिंकड- दुखी होना, परेशान होना, परेशान करना

  • झिंगज्याट- कठिनाई, परेशानी

  • झिंगझिंग- टालमटोल

  • झिंगरन- रोमांच, शरीर मे पैदा होने वाली सिहरन

  • झिंज्याट- बच्चे का रोना, परेशान करना

  • झिंट- डोली

  • झिंयुरि- पैर का आभूषण

  • झेंजर- छिद्र युक्त करछी

  • झोंक-झुकाव, झौंक, भार

  • झंकरि/झाँकरि = सिर के लम्बे बाल

  • झंकर्या = लम्बे बालों वाला

  • झंकर्या = मिर्गी की बीमारी

  • झाँकरि =मिर्गी का मरीज

  • झंगझंगो = सुस्त

  • झंटा /झ्वंटा = झून्ति

  • झंटेली = अवैध, जारज

  • झंपाण = डांडी/पीनस/डोली



झ्

  • झ्वल = थैला

  • झ्याड़ा- जलाऊ, टहनियां

  • झ्यूंजर- छिद्र युक्त करछी

  • झयूंताळ- चोट या ठंड से मस्तिष्क का सुन्न हो जाना,सुन्न होना

  • झ्वपड़ि- झोपड़ी, कच्चा घर

  • झ्यूंताळ =प्रहार , कमजोरी, ठंड के कारण मस्तिक की क्षणिक अक्रियाशीलता

  • झ्यूंताळण = सूं होना