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- आँदी गाडम फाळ नि मारणी
- कुसंगी को संग नि करणी
- खारिक ठुपरी मुंड नि धरणी
- गलादारों दगड नि करणु
-  घर घर कुकुर जन नि फिरणु
- चोरी की चीज ड़्यार नि लाणी
- छाणिक पीणु बरसाती पाणी
- जान्दिक कबि संग नि जाणू
- झिल्ली खाट मा कबि नि सीणू
- टेडी लकड़ी काण्ड मा नि लाणी
-  ठट्टा क मट्ठा ह्व़े जांद
-  डौरिक रावा त बुरु नि होंद
- ढगढयादि ढुंग मा खट नि धरणि
- तातु पाणीन कूड नि फुकेंद
-  थुम थुम माणि दगड नि लाणी
- द्यौ दिबतौं करणी नि गाणी
- धर्म की डाळी क चलचला पात
- नखरी भाषा कबि नि बुलणी
- पळत्यरों की कछड़ी नखरी
- फसल पात को रखणी आस
-  बड़ा बड़ों की बड़ी बात
- भितर की बात भैर नि लाणी
- मिंढकूं से कबि हौळ नि लगदु
-  यख की छ्वीं वख नि लगाणी
- रवटि अपणि हत्थ कि खाणी
- लंगलंगी लांग कि सोराग टांग
- वख जाणू जख हौंसिक आणू
- सबसे बडू च घिन्द्वा पधान
- हैंको बांठो कबि नि खाणों