बनि बनि किस्मौ व्यवहार

बनि बनि किस्मौ व्यवहार /ब्यौहार /ब्वौवार Words for different Behaviors /Habit/Conducts

  • कतामती: Haste
  • खिगचाट : हंसी मजाक, Laughing loudly , joking etc
  • खुचर्याट : To argue in deep negatively /unnecessary argument/talking
  • खुबसाट: A whisper/a whispering talk
  • घिघलाट: The jokes/amusing talks among younger /children which, is not permitted by elders
  • चचराट: To talk /argue more at low level
  • चबल़ाट : Restless behavior
  • जकबक: No control over self
  • तितड़ात : Argument in verbal fight
  • धंगध्याट : Jumping without any aim or jumping/playing which irritates others
  • नचराट /नचर्याट : Showy behavior /restless behavior
  • फफराट : Showy behavior / boastful behavior
  • बबराट : Dazzling in rage
  • रगबग : Perplexed condition due to confusion or due to many works in hand
  • रगर्याट : Emotional behavior specially making haste due to high emotion
  • लबराट : Woman speaking continuously without aim
  • लबड़ाट : Unnecessary delay
  • सगर -बगर : Commotion in enthusiasm
  • स्क्स्याट /सगस्याट : Fast breath
  • हकदक : Surprise , Astonished

अधार, अभार : श्रीमती रजनी कुकरेती देहरादून , गढ़वाली भाषा का व्याकरण


बनि बनि क अव़ाज Various Types of Sound

  • भिमणाट --- Sound of house fly (माख )
  • गगडाट ---- Sound of Claud
  • गुमणाट --- Human sound as of Bees
  • खमणाट --- Sound of friction among metalic utensils or falling of utensils on earth etc
  • छमणाट -- Sound of bangles / rings of foot
  • च्वींचाट ---Sound of birds/mouse
  • घुंघ्याट --- Sound of automobiles
  • घगराट -- Sound of house grinders/ mills etc
  • छिबडाट--- Walking inside dry bushes/ walking on dry leaves
  • ततडाट --- Falling of water
  • कणाट --- Low cry in fever or in pain ऊं ऊं
  • तबडाट -- Roasting of Cereals
  • बबडाट -- Sound of talking inside the mouth
  • घमणाट-- Sound of bells
  • स्वींसाट-- Sound coming from Flow of water (river, riverlets )
  • प्वींपाट --Weeping of younger children
  • घमघ्याट - Sound comes when persons running/ jumping etc
  • ससराट -- Sound of clothing when walking
  • खड़बाट - Opening of door. metalic boxes
  • भभडाट - Sudden bang of door (by air flow or by opening)
  • खिगताट - Laud Laughing specially by younger ones

  • पिटण , मारण का शब्द (Words of Hitting etc आघात )
  • धळकौण : अंगूठा न मारण / कै डाळ तैं कटण
  • लठयाण : To beat by wooden rod
  • मुठक्यांण : Punch /first
  • चुटण/सुटक्याण : To beat by flexible stick
  • थंचकौण : Crushing
  • लत्याण : Beating by feet
  • कचमोरण कचमोन / कचमोर्न/कचम्वन : Squeezing
  • कच्याण : Cutting /first by stone
  • गढ़वाली बावन ब्यंजन {गढ़वलिम}

गढ़वाल का 52 ब्यंजन (ठेट गढ़वालीम):

1 खिचड़ी

2 गिंजड़ी

3 पल्यो

4 छछिन्डु

5 बाड़ी

6 रैलु

7 रैठु

8 ढुंगला

9 स्वाली

10 भूड़ी / पक्वड़ी

11 रोट

12 अरसा

13 गुलगुला

14 लगड़ी

15 पैतूड़

16 मरगल

17 बुखणा

18 पटुड़ी

19 परसाद

20 सूजी

21 सत्तू

22 पाइस

23 झंग्वरू

24 कौंणी

25 पिंजरी

26 भटगरू

27 चैंसु

28 फांणु

29 झ्वल्ली

30 गथ्वणि

31 थींच्वणी

32 झोल

33 दाल

34 भात

35 र्वट्टी (रोटी)

36 रोट (परसाद)

37 पीलू भात

38 खुसका

39 भुज्जी

40 कफली

41 धपड़ी

42 बोड़ी

43 भ्वरीं र्वट्टी

44 पिस्यूँ लूण

45 कचम्वली

46 मिठै

47 खटै (चटनी)

48 च्यूँ

49 सिकार

50 कुखड़

51 अंडरु

52 गड्याल / माछा

[[इन ब्यंजनौ में इनके प्रकार नही दिये गए हैं जैसे चूने की रोटी, डोठ रोटी, ढवाड़ी रोटी etc॰ या बिभिन्न दालें व सब्जियाँ etc॰ (that will follow)]] । आप भी किसी गढ़वाली ब्यंजन का नाम बताइए अच्छा लगेगा । (कृ०:* कृ०॰ॐ*)

कृष्ण कुमार ममगांई

ग्राम मोल्ठी, पट्टी पैडुल स्यूं, पौड़ी गढ़वाल

[फिलहाल दिल्लि म] :: {जै भैरव नाथ ठाकुर जी की}

  • गढ़वाली बावन डाला {गढ़वलिम}

गढ़वाल का 52 डाला ( ठेट गढ़वालीम )

1 कुलैं

2 बांज

3 खड़िक

4 ककड़सिंग

5 तूंण

6 औंला

7 बेडू

8 तिमला

9 भ्यूल

10 काफल

11 पीपल

12 पय्यां

13 दल्म्या

14 अनार

15 लुकाट

16 माल्टा

17 दक्क

18 च्वाला

19 आरू

20 बुरान्स

21 रौंसल

22 ग्वीराल

23 लींची

24 आम

25 लिसोड़ा

26 सेब

27 नाशपाती

28 मेलु

29 मौसमी

30 पुलम

31 खैर

32 सांधण

33 साल

34 शीसम

35 बांस

36 ईसकोस

37 हैड़ा

38 निम्म्बु

39 डैंगण

40 सेमल

41 द्वोदार

42 अखोड़

43 ब्यलपत्री

44 नारंगी

45 संतरा

46 चबूतरा / चकोतरा

47 गलगल

48 सेउ

49 हल्दु

50 खिन्ना

51 खुमानी

52 अमरूद

इसमें झाड़ियाँ जैसे किनगोड़, घिंगरू, हिंसर आदि के नाम नहीं हैं । (that will follow) ।

आप भी किसी गढ़वाली पेड़ का नाम गढ़वाली में बताइए अच्छा लगेगा ।

“बावन गढ़ का गढ़वाल है” इसी को केंद्रित कर पहले गढ़वाल के आम बावन ब्यंजन बताए गए अब आप आम बावन पेड़ों (डालों) के ठेट गढ़वाली में नामावलि का आनंद लीजिए। (कृ०:* कृ०॰ॐ*2)

Of and By : : कृष्ण कुमार ममगांई

ग्राम मोल्ठी, पट्टी पैडुल स्यूं, पौड़ी गढ़वाल

फिलहाल दिल्लि म - जै भैरव नाथ ठाकुर जी की.


गढ़वाली माँ "ळ" कु परयोग : जैकु उच्चारण "ल्द" जनु होंद

  • बळ=बैल
  • हळ=हल
  • कळकल्दि=करुणा (भाव संबंधी)
  • मळमल्दि= स्वाद संबंधी भाव
  • माल्दु=एक पादप
  • जग्वाळ=प्रतीक्षा
  • मक्वाळ=मक्कूमठ के निवासी
  • फ्यक्वाळ=एक खास जन समूह जो भिक्षा वृत्ति करता है ..?
  • जौंदाळ=अक्षत
  • छ्यंवाळ=एक खास उम्र के व्यक्तियों का समूह
  • उमाळ= उबाल
  • तिर्वाळ= नीचे का किनारा(स्थान संबंधी)
  • उकाळ=चढ़ाई (मार्ग संबंधी)
  • ल्यक्वाळ=बांज क फल/बीज
  • जिबाळ=पक्षियों/जानवरों को पकड़ने के लिए डाला गया चारा
  • खाळ=बारिश के पानी से तैयार तालाब / चमोली जनपद का एक गाँव

(उम्मीद च कि भूल चूक माफ ह्वोलि......! आपकी प्रतिक्रिया का स्वाग

पुरषों के परिधान

  • धोती ,चूड़ीदार,पायजामा,जांघिया(सलवार),कुर्ता,मिरजई,कोट,काली टोपी(गढ़वाली टोपी),सफेद टोपी,पगड़ी,फेतकि(बास्कट या जवाहर कट)आदि

स्त्रियों के परिधान

  • धोती,घागरा,चोली,कुर्ती,सलवार(सुलार),तिग्बंदा,फुन्दा,दुशलु(खंडेली)आदि

बच्चों के परिधान

  • झगुली इस झगुलु,चूड़ीदार पायजामा,कुर्ता,सलदरास,मिरजई,टोपी आदि