म *

  • मरण-मरना

  • मसाण-समसान घाट मैं रहने वाले भूत

  • मपण-मपना

  • मनखि- मनुष्य

  • मर्च-मिर्च

  • मुंगरी -मकई

  • म्याला-बीज (शब्द)

  • मयाव= खेत का अन्दर का किनारा

  • मटयार = मिटटी का बड़ा घडा (दही मथने के लिए)

  • मन्मोनियाँ-मन को मोह देने वाला

  • मत्या गौं वालू कु-ऊपर के गाव वालों का

  • मरच-मिर्च

  • मरास -गोबर क ढेर

  • मथै , मथलैं -ऊपर की तरफ

  • मत्थ्या, मैल्या , मल्ला-ऊपरी , ऊपर वाल

  • मऽया- (लकड़ी के दांतों वाला हल जो रोपाई के खेतों को समतल करता है)

  • मंगण- मांगना

  • मंगण्या- लड़की के वैवाहिक सम्बन्ध के लिए आने वाले वर पक्ष के लोग

  • मंगत्या- मांगने वाला

  • मंगदरा-लड़की के वैवाहिक सम्बन्ध के लिए आने वाले वर पक्ष के लोग

  • मंगरा- जलस्रोत, पनघट

  • मंगल- मंगल, शुभ, एक ग्रह

  • मंगळ्यरा- मांगलिक गीत गाने वाला

  • मंगळ्यार-मांगलिक गायक

  • मंजुरि- स्वीकृति, मंजूरी

  • मंजुळा, मंज्यूळ- उपरी मंजिल

  • मंजूर-स्वीकृत, मंजूर

  • मंजोण, मंज्याण- मांजना, राख आदि से धोना

  • मंडुला, मंडुलि- छोटे- छोटे मंदिर

  • मंतर-मंत्र

  • मंतरण- मंत्र करना

  • मंतूर्य- अभिमंत्रित

  • मंथा- सांसार, दुनिया

  • मंद- धीरे

  • मंदि- शिथिलता, धीमापन

  • मंसा- आश्य, मंसा

  • मकरैण- मकर संक्रांति, माध मास की संक्रांति जिस दिन से उत्तरायण होता है

  • मकसद- अभिप्राय, उद्देश्य

  • मकान- घर, मकान

  • मखोल- मजाक, हास-परिहास, हंसी

  • मगज- दिमाग, मस्तिष्क

  • मगरू- ऊंचाई से गिरती पानी की धार

  • मचैण- मचाना

  • मछेरू, मछोई, मछवै- मछुआरा

  • मछ्यांण- मछली की गंध

  • मजाक्या- जोकर, हंसाने वाला

  • मटयाळणु- छलना, धोखा देना

  • मटयाळु- खलिहान में अनाज व भूसा छानने की बड़ी छलनी, मिट्टी व कंकर को अलग-अलग छनने वाली छननी

  • मटयौण , मिटोण- मिटाना, साफ करना

  • मड़कण- मरोड़, घूम जाना, टेढा होना

  • मड़कौण- मरोड़ना, मोड़ना

  • मड्न-मढना

  • मढी- मरे हुए जानवर का शव

  • मणस्वाग, मैंस्वाग- नरभक्षी

  • मणसबाग- मनुष्यभक्षी बाग

  • मतंग- उमंग, उत्साह

  • मतंग्या-मनमौजी, उत्साही

  • मति, मत्ति- समझ, बुद्धि

  • मत्थ्या, मैल्या- ऊपरी, ऊपर वाला

  • मथि, माथ- ऊपर

  • मथैं, मथलैं- ऊपर की तरफ

  • मनखि- मनुष्य

  • मनख्यात- मानवता

  • मनण- मानना, समझना

  • मनततु-गुनगुना

  • मनौण, मनाणु- मनाना, खुशामद करना

  • मन्योडर- धनादेश

  • मपण- मपना

  • ममणांणु- कुढना

  • मयाळु, ममताळु- स्नेही, दयालु

  • मरच्वड़ा-मिर्च का खेत

  • मरजादा- मर्यादा

  • मरोड़ण- ऐंठना, कसना

  • मरोड़ा- ऐंठन, पेटदर्द

  • मर्च्वाणि- अधिक मिर्चों के स्वाद वाला

  • मर्र, घ्यू,घी-घी

  • मलकण- प्रसन्न होना, पुलकित होना

  • मलाल- मलाल, अफसोस

  • मलास- मालिश

  • मलासण- मलिश करना, सहलाना

  • मवासा- परिवारों का समूह

  • मवासु, मवासि- परिवार

  • मव्वा- महुआ

  • मसला- विषय, मुद्दा

  • मसांण- भूत, प्रेत

  • मस्वाग- मनुष्यभक्षी बाग

  • मस्सपट, मोसपट्ट- बिलकुल काला

  • मगर ---------पनघट

  • मंग्याळ = पकती , कटार

  • मंडुल़ा =छोटे छोटे मन्दिर

  • मन्था = संसार

  • मकड़ =अधिक, भरा पुरा

  • मड़ापति =मठाधिपति

  • मडि = मरा /शव

  • मणख्याळु = मनुष्य के साथ रहें वाला पालतू पशु

  • ममका = घुड़की, बंदर भगाने के लिए घुड़की


  • माया-प्यार

  • माटू -मिटटी

  • माया कु असुरु-प्यार का सहारा

  • मादयु-महादेव

  • माथी में - ऊपर

  • माफिक -अनुरूप

  • माखा-मक्खियाँ

  • माखो-मक्खी

  • माछो- मछली

  • मासु - मांस

  • मांगल-मांगालिक गीत, शुभ गीत

  • माखा- मक्खियां

  • माखि, माखु- मक्खी

  • माछा- मछलियां

  • माछु, माछि, मच्छि- मछली

  • माणि- एक सेर परिमाण का पात्र

  • माणु- एक सेर परिमाण का पात्र

  • मारछा, मरछ्या- गढवाल कुमाऊ के सीमांत जनपदों मे निवास करने वाली एक जनजाति, जिसे अब भोटिया भी कहते हैं

  • मास्टर- शिक्षक, अध्यापक

  • माळ =मैदानी क्षेत्र /तराई वाला भाग



  • मिजाज-शौक़ीन

  • मिमराट- (किसी नुकसान या हानि पर होने वाला उत्तेजनायुक्त कष्ट)

  • मि- मैं

  • मिंडखि-मेंढकी

  • मिंडखु- मेंढक

  • मितै, मिथैं- मुझे, मुझको

  • मिरग्या-मिर्गी का मरीज

  • मिरसी- गाने बजाने और नर्तकों की जाति

  • मिसाणु- कुशलता से लगाना, जोड़ना

  • मिसेणु- जुट जाना, लग जाना

  • मुनी / मुंड - मुनी (कुमोनी में - सिर & मुंड गड़वाली में)

  • मुलजिम-अपराधी

  • मूरख, -गँवार

  • मूंण,धण,धौंण,टाटू , -गरदन

  • मुन - किसी पेड़ के काटने पर बचा हुवा हिस्सा. जिसमे जड़ हो!

  • मुनसिब -उचित, सही

  • मुल्ल, मुलमुल-अकस्मात , मुस्कराहट

  • मुंगरो- (लकड़ी की हथौड़ीनुमा आकृति जो कपड़े धोने या किसी चीज को ठोकने के काम आती है)

  • मुछ्याळो- (जलती हुई लकड़ी)

  • मुसका/म्वाळा- (बैलों के मुँह पर बाँधने के लिए रिंगाल से बनी जाली)

  • मुण्ड,बरमण्ड- सिर

  • मुंड- सिर, खोपड़ी

  • मुंदड़ि- अंगूठि

  • मुखाडि, मुख- चेहरा, सुरत

  • मुच्याड़ा- मुंह भर कर खाना

  • मुडन- चूडाकर्म संस्कार, मुडन

  • मुनफा- मुनाफा, लाभ

  • मुनाल- मोनाल पक्षी

  • मुरकि- पुरुषों का कान का आभूषण

  • मुरखला, मुरखलि- स्त्रियों के कानों में उपरी छोर पर पहने जाने वाले चांदी की बलियां

  • मुलाजु- लिहाज, आदर

  • मुल्कि- अपने क्षेत्र का, अपना, संबंधी

  • मुल्या, तैल्या- नीचे वाला, नीचे का

  • मुल्ल, मुलमुल- अकसमात मुस्कराहट

  • मुसदुळि- चूहे का बिल

  • मुसलग्वद- मूसलाधार बारिश

  • मुखाणि =मृतक के यंहा जाकर दी जाने वाली संवेदना

  • मुन्याळ =उद्गम

  • मुयाळी =लावारिस सम्पति


  • मूंडा- (टूटे या कटे पेड़ के जमीन से लगे तने, ठूंठ, बेडौल लकड़ियाँ)

  • मूंजा- सिकुड़न, सलवटें

  • मूंण, धौंण- गरदन

  • मूसा- चूहें

  • मूसि- चुहिया

  • मूसु, मुसु- चुहा

  • मेठ, मिठ- श्रमिकों का मुखिया

  • मेढ़ा- नर भेड़

  • मेवाळ= काई


  • मैलु , मलीच, पलीत,पलीद -गंदा , मैला -कुचला

  • मैरू = मुर्गा

  • मैंक-मेरे लिए

  • मैती - मायके वाले

  • मैतोल, कन्या, नौनि-अविवाहित लड़की, कन्या

  • मैमान-मेहमान

  • मैंणा- पहेलियां

  • मैत, मैतुड़- मायका

  • मैति,मैतुड्या- मायके वाले

  • मैतोल- अविवाहित लड़की, कन्या

  • मैल्यूं, मैलु, मैलण्या- मैला, गंदा, अस्वच्छ

  • मोरि, तीरा ,तीरू -खिड़की

  • मोळ्योण-खेतों मे गोबर डालना

  • मोळ -गोबर

  • मोरि-खिड़की

  • मोर- द्वार, पक्षी

  • मोरि- खिड़की

  • मोळ- गोबर

  • मौळन-कोंपलें फूटना

  • मौण-गर्दन

  • मोस्ट - निगालू का बुना हुयी चाटई

  • मौन-मधुमक्खी

  • मौळ्यार, बसंत-वसंत

  • मौंस्या- सौतिया

  • मौंस्याण- सौतेली

  • मौळण, मौळ्येण- वनस्पतियों में कोंपलें फूटना, धाव ठीक होना


  • मुंडारु-सर दर्द

  • मुंडी - सिर

  • मैंगी-मंहगी

  • मुंडकिला- (भैंस बांधने के लिए प्रयुक्त आंगन में गढ़े पत्थर)

  • मांडण (मंडाई)

  • मतंग -उत्साह

  • मंजुळा, मंज्यूळ ऊपरी मंजिल

  • मतंग , लैर -उमंग , लहर

  • मतंग्या-उत्साही

  • मंसा-आशय ,मंशा

  • मंतयूॉ -अभिमंत्रित

  • मूंडा- (टूटे या कटे पेड़ के जमीन से लगे तने, ठूंठ, बेडौल लकड़ियाँ)

  • मंगण- मांगना

  • मंगण्या- लड़की के वैवाहिक सम्बन्ध के लिए आने वाले वर पक्ष के लोग

  • मंगत्या- मांगने वाला

  • मंगदरा-लड़की के वैवाहिक सम्बन्ध के लिए आने वाले वर पक्ष के लोग

  • मंगरा- जलस्रोत, पनघट

  • मंगल- मंगल, शुभ, एक ग्रह

  • मंगळ्यरा- मांगलिक गीत गाने वाला

  • मंगळ्यार-मांगलिक गायक

  • मंजुरि- स्वीकृति, मंजूरी

  • मंजुळा, मंज्यूळ- उपरी मंजिल

  • मंजूर-स्वीकृत, मंजूर

  • मंजोण, मंज्याण- मांजना, राख आदि से धोना

  • मंडुला, मंडुलि- छोटे- छोटे मंदिर

  • मंतर-मंत्र

  • मंतरण- मंत्र करना

  • मंतूर्य- अभिमंत्रित

  • मंथा- सांसार, दुनिया

  • मंद- धीरे

  • मंदि- शिथिलता, धीमापन

  • मंसा- आश्य, मंसा

  • मांगल-मांगालिक गीत, शुभ गीत

  • मिंडखि-मेंढकी

  • मिंडखु- मेंढक

  • मुंड- सिर, खोपड़ी

  • मुंदड़ि- अंगूठि

  • मूंडा- (टूटे या कटे पेड़ के जमीन से लगे तने, ठूंठ, बेडौल लकड़ियाँ)

  • मूंजा- सिकुड़न, सलवटें

  • मूंण, धौंण- गरदन

  • मांदण =मथनी

  • मोंळार्त = कई लोगों द्वारा एक साथ किसी के यहाँ गोबर डालने का काम

म्

  • म्याउं- (बिल्ली की आवाज)

  • म्याळो-फर्श

  • म्वन्न-मारना

  • म्वारि- मधुमक्खी

  • म्यखराज- कैंची

  • म्याल, म्यलेटु- जमीन, कच्चा फर्श

  • म्याला- बीज, दाने

  • म्येला- मेला

  • म्वाळा- शहद का छत्ता

  • म्वाळि, म्वरि- मधुमक्खी