सम्पादन : भीष्म कुकरेती
मध्य हिमालयी कुमाउंनी , गढ़वाली एवं नेपाली भाषा-व्याकरण का तुलनात्मक अध्ययन
( Comparative Study of Grammar of Kumauni, Garhwali Grammar and Nepali Grammar ,Grammar of Mid Himalayan Languages
*गढ़वाली में क्रिया विशेषण-Adverbs in Garhwali..
१- कालवाचक क्रिया विशेषण
अब्बि, ब्याळे, ब्याळि, भोळ, अज्युं, एकदां, अमणे, अमिण, ऐन्सु, कैबरि-कैब , कत्तिदौं/दें
४- प्रश्न वाचक क्रिया विशेषण
किलै, कथगा , कख
७- स्वीकारात्मक
योअ, हुंअ, हौ, अ
२- स्थान वाचक क्रिया विशेषण
अगनै, पिछनै, बेड़, तौळ, ऐंच, कख, ढीस , उन्द , उख, उथैं , अणथ ( आधी ण )
५- परिमाण वाचक
अति, थुपडौंण, इच्छि , बिंडि, हौर, ढिञडोकरीइ
८- निषेधात्मक
उंहुं , अहाँ , कतैना, ना , नि
३- रीति वाचक
ठञडो-मठों , औंकै, कनकै, न्य्क्क, घल्ळ, खड़बट
६- कारण कारक
याँन, इलै , तबि त
कुमाउंनी में क्रिया विशेषण रूप -Adverbs in Kumauni
कुमाउंनी में भी क्रिया विशेषण वाक्य में विशेषण एवम क्रिया के पूर्व आते हैं. अर्थ व कार्यानुसार क्रिया विशेष णो के निम्न भेद कुमाउंनी में पाए जाते हैं
१- स्थान वाचक क्रिया विशेषण
सार्वनामिक अंगों के साथ प्रत्यय संयोंग से स्थान वाचक क्रिया विशेषण की उत्पति होती है . यथा
याँ, वां, जां, तां , काँ ,
अघिल, नजिक , टाड़,
मलि, तलि
माला
पछा , अघा,
इथकै, उथकै, कथकै
२- कालवाचक क्रिया विशेषण
आज, भोल, भोव, बेलि, पोरखी,पोबेलि,
आब, तब, कब, बाद,
३- रीति वाचक क्रिया विशेषण
इश्शये, उश्शये, कश्शये, शैजले, माठूमाठु
४- परिमाण वाचक क्रियाविशेषण
इतकु, , भौत, खूब, थ्वाड़ा,कुछ, शब , मनैं , मणि, कुल, जाम्मै, बांकि, बाहिक,
५- निषेधात्मक क्रिया विशेषण
नै, जन, मत,
*नेपाली में क्रिया विशेषण-Adverbs in Nepali
१- काल वाचक क्रियाविशेषण
हिज (बीता कल) , आज, भोली (आने वाला कल ), अहिले (अब), ,
२- स्थान वाचक
यहाँ, त्यहाँ, उ त्यहाँ, जता त्य्ते ( सब जगह)
३- रीति वाचक
ज्यादै, असल, चौडे (जल्दी)
४- अवृतिको क्रिया विशेषण
संधऐ (हमेशा), कहिल पनि (कभी नही)