छि

  • छि- घृणा या तिरस्कार सूचक शब्द

  • छिंकणु- छींकना

  • छिंगरणु-पेड़ को तराशना, फालतू टहनियों काटना

  • छिंगरण्या- गुस्सैल

  • छिंगलण्या- बुरी हालत, कुदशा

  • छिंचड़- झगडा, विवाद

  • छिंच्छेड़ा-निषेध, बहिष्कार

  • छिंजरोळ- बाधा, अड़चन

  • छिंटका- छींटे, पानी की बूंद

  • छिकौणु- काम निपटाना, पूरा करना

  • छिक्कल- खाल, तने का छिलका

  • छिछकणु-संकोच करना, हिचकना

  • छिछोरा- क्षुद्र, छिछोरा, ओछा

  • छिजणु- छीजना, घिसना

  • छिड़बिड़- झाड़ी या सूखे पत्तों पर चलने की आवाज

  • छिड़बिड़ाट-झाड़ी या सूखे पत्तों पर चलने की आवाज

  • छितरौणु- छितरना, बिखरना

  • छिदर- बदमाश

  • छिदर-विदर- तितर-बितर, बिखरना

  • छिन्दी- व्यर्थ में, यूं ही, ऐसे ही

  • छिपु- दाग, कलंक

  • छिप्पाड़ि- छिपकली

  • छिप्वडु-छिपकली

  • छिमला- सेम, फलियां

  • छिरौण- छिरकाना, डालना

  • छिलबट्टा- लकड़ी के छोटे छोटे छिलके

  • छिल्डेणु- अकुलाहट, छटपटाना

  • छिल्योण- उकसान

  • छिल्ला- लकड़ी के तेल जलाऊ छिलके

  • छिबराट, घसर-पसर-अव्यवस्था

  • छिल्यौण-उकसाना

  • छिल्डेणु-अकुलाना

  • छिंछ्याट- (ऊँचाई से पानी गिरने का स्वर)

  • छिबड़ाट- (झाड़ी या सूखे पत्तों में चलने से उत्पन्न ध्वनि)

  • छ्विं-बातें

  • छिल्यौण-उकसाना

  • छिबराट, घसर-पसर-अव्यवस्था

  • छिल्डेणु-अकुलाना

  • छिछैनि-नष्ट हो गए

  • छिल्ला- (चीड़ की लकड़ी का अधिक लीसायुक्त लाल रंग का हिस्सा)

  • छिपरो- (रिंगाल की कंडी का टूटा हुआ भाग)

  • छिर्वणि = कच्चे गूल से रिसता पानी

  • छिलबिलू= पतला कपड़ा

  • छिलडेणु =छटपटाना