चौ
चौ
चौका/तिछिला- (रिंगाल की बनी चटाई)
चौंकण-चौंक जाना, डर कर उछलना
चौंठ- ठुड्डा, ठुड्डी
चौंतार- चमत्कार
चौंफळा- समूह नृत्य शैली
चौंफाळ- लंबी छलांग
चौंर्य- सब में होशियार बनने वाला
चौंळ- चावल
चौंळा- नखरे
चौक- आंगन, आहता
चौकला- बैठने की तख्ती
चौकलि- बैठने की तख्ती
चौकि-बैठने की तख्ती
चौखंबा- पौड़ी गढवाल में एक पर्वत
चौतरू- चबूतरा, आंगन, चारों ओर
चौतर्फ-चारों ओर
चौदिसों-चारों ओर
चौबाटा- चैराहा, चार रास्ते
चौमासा- ऋतुमास, वर्षा ऋतु
चौरंगी- अपंग, अपाहिज, अक्षम
चौरासि- भयानक विपत्ति, महासंकट
चौंळआ =नखरे
चौणदु =पहाड़ी धर के ऊपर का चय्रस स्थान
चौभांण = बिलकुल खुला हुआ
चौरासी बीती = दारूण कष्ट सम्वत चौरासी (सन सत्ताईस में ) गढ़वाल में घोर बिप्पती पड़ी थी.)
चौसेरू = चार लड़ियों वाला चन्द्रहार