चु

  • चुऊ -पुरुषों के सर की चोटी

  • चुल्लो-चूल्हा

  • चुंगण- कंजूस, कृपण

  • चुंट-चोटी, शीर्ष, शिखर

  • चुंडण- चिकोटी काटना, चिकोटी

  • चुकपट्ट- अंधकर, विस्मृति, भूल जाना

  • चुगटा- ऊन का मोटा कम्बल, किसी बिखरे काम को समेटकर व्यवस्थित करना, अधिपत्य

  • चुटांण- फेंकना,

  • चुटायूं-फेंक हुआ

  • चुनमुंडु- झंगोरे का मांड

  • चुनार- काष्ठकार

  • चुनाली- मंडुवे की रोटी

  • चुफला-चोटी, चुटिया, शिखा

  • चुफलि-चोटी, चुटिया, शिखा

  • चुप्फा-चोटी, चुटिया, शिखा

  • चुलखुण्डो- चुल्हे के पास का स्थान

  • चुलि- कि अपेक्षा, के वनिस्पत

  • चुल्खान्दु- चूल्हे की दोनों दिवारों की बीच की वह जगह जहां आग लगती है

  • चुल्यौण-फेंक हुआ,फेंकना

  • चुल्लु- चूल्हा

  • चुल्वड़- चूल्हा

  • चुसण- चूसना

  • चुसाणु- चुसाना