गं

  • गँवार-अनपढ़

  • गंवार , जपाट-असभ्य

  • गंजमंज , झंडमंड-अस्तव्यस्त

  • गुँठि, मुंदडि,मुंन्दरी-अंगूठी

  • गों-गलु मा-गाँव की गलियों में

  • गुंगणाट- (नाक से बोलने की आवाज़)

  • गेंडखी- (लकड़ी का छोटा तथा मोटा टुकड़ा)

  • गंज्याळो- (मूसल)

  • गंजमंज , झंडमंड-अस्तव्यस्त

  • गंगज्याट, गंगजाट-अस्पष्ट कथन

  • गँवार-अनपढ़

  • गंवार , जपाट-असभ्य

  • गंजु-गंजा ,गंजी

  • गंद्यौण-गंदा करना

  • गंदु-गंदा , अस्वछ

  • गाँठु, गांठो ,गंडा-गंठा

  • गिंदु, बौल-गेंद - गिंदि

  • गूंगु-गूंगा

  • गँ वार, -गँवार

  • गौंकी-गाँव की

  • गंगाल-दो ढालों के बीच का छेत्र

  • गंग्लोडा-नदी मैं पाये जाने वाले गोल पत्थर

  • गंज्याला-बड़ी मूसल

  • गंडयोण, गिंडाणु-काटकर छोटे टुकड़े करना

  • गुंछला, गुच्छा, झुंपा, झुंपि-गुच्छा

  • गँवडि, गँवड़या-गाँववासी , ग्रामीण

  • गुंडेरो , गुंडेरु-गुमसुम रहने वाला

  • गँवडि, गँवड़या-गाँववासी , ग्रामीण

  • गुँठि, मुंदडि,मुंन्दरी-अंगूठी

  • गंजमंज -उल्टा - पुल्टा

  • गंज्यळो- बड़ा मूसल

  • गंडखाण्या = स्वादहीन

  • गंडखुलै = कर्ज लेते बक्त शाहूकार को थैली की गांठ खोलने के एवज में दी जाने वाली रकम