कु

  • कुबाक , कुबाण-अशुभ वाणी

  • कुबगत, कुटैम-अनुचित समय

  • कुसग्वर, कुसगोर , टोड्वाली -अनाड़ीपन

  • कुसग्वर, कुसगोर , कुढंणु-असभ्य

  • कुखड़ो (कुक्कुट)

  • कुठार/पठ्वा- (लकड़ी का बड़ा बक्सा जिसमें अनाज आदि रखते हैं)

  • कुसग्वर, कुसगोर , कुढंणु-असभ्य

  • कुबगत, कुटैम-अनुचित समय

  • कुसग्वर, कुसगोर , टोड्वाली -अनाड़ीपन

  • कुबाक , कुबाण-अशुभ वाणी

  • कुक्कुर (कुत्ता)

  • कुचील – अपवित्र करना खासकर देव आत्माओ को

  • कुतग्याळि, कुतगेळि-गुदगुदी

  • कुटलु - गुड़ाई, निराई का औजार / इसका हत्ता लकड़ी का होता है जिसे जाड़आ कहते है तथा फल लोहे का होता है

  • कुमनखि - बुरा आदमी

  • कुजारा - बुरे बुखार (अजार)

  • कुरू- सर्दियों में फसलो के साथ उगने वाला

  • कुंद – उदास

  • कुजारा - बुरे बुखार (अजार)

  • कुत्काली- गुदगुदी

  • कुल्लू- कुदाल

  • कुडू-मकान (घर)

  • कुराडू-कुल्हाडी

  • कुख्डयासु-मुर्गियों को रहने का स्थान

  • कुताराण-कपडे जलने की बदबू

  • कुशल वाद - हाल चाल

  • कुलवा - बुरी आदत

  • कुरुस्ट- बुरी तरह नाराज

  • कुसाणु- अंगो का सूज कर शक्तिहीन होना

  • कुस्वाणु- जो देखने में सुहाए नहीं

  • कुजारा - बुरे बुखार (अजार)

  • कुचील – अपवित्र करना खासकर देव आत्माओ को

  • कुसाणु- अंगो का सूज कर शक्तिहीन होना

  • कुरू- सर्दियों में फसलो के साथ उगने वाला

  • कुंद – उदास

  • कुरुस्ट- बुरी तरह नाराज

  • कुड़बाकि - दुर्भासी (बुरा बोलने वाला)

  • कुबेर - कुबेर धन के देवता

  • कुटम दारी - परिवार

  • कुतराण - सूती कपडे के जलने की गंध

  • कुरमुरी -करारी

  • कुनस -कमाल , गजब, हद (व्यंग में )

  • कुयेडि, कुयेड़,धुंद, धुंध -कोहरा,धुंध

  • कुण,खुंट, खूट-कोना

  • कनुक्वै-कैसे करके

  • कुएड़ो -कुकुरमुत्ता

  • कुरचण-कुचलना

  • कुरच्यूं-कुचला हुआ

  • कुकुर -कुत्ता

  • कुनेथ,नेथ -कुदृष्टि,बदनीयत

  • कुरमुरी -काला

  • कुकुर -कुत्ता

  • कुड़-मकान

  • कुड - घर

  • कुटमदरि-कुटुम्ब

  • कुतरेंन्डू - कपडे का टुकड़ा जो आग सुलगाने या जलने के लिए प्रयोग होता है.

  • कुबेर- जो अच्छा समय न हो

  • कुस्वाणु- जो देखने में सुहाए नहीं

  • कुखुड=मुर्गी

  • कुतराण-कपडे जलने की बदबू

  • कुठार-लकडी का बडा बॉक्स जिसमें अनाज रखा जाता है

  • कुक्डयासु-मुर्गा-मुर्गियों को रखने की जगह

  • कुडू उजड़ीगी-मकान का टूटना

  • कुकूर-कुत्ता

  • कुरपनु- कुतरना

  • कुतरनु- कुतरना

  • कुचील – अपवित्र करना खासकर देव आत्माओ को

  • कुटकी - पांच उँगलियों के बीच की जगह

  • कु टया री -/कुटरी - पोटली

  • कुल्यान्दा-सिंचित खेत (सेरा)

  • कुसाणु- अंगो का सूज कर शक्तिहीन होना

  • कुस्वाणु- जो देखने में सुहाए नहीं

  • कुलैं - चीड का पेड़

  • कुजाणि, क्यपता*कौन जाने

  • कुकर्याळ-कुत्तों की तरह लड़ना ,झगड़ना ,बहस

  • कुश्नु - बर्तन साफ़ करने के लिए प्रयुक्त कपड़ा या घा

  • कुकुर-कुत्ता

  • कुंडा -कुंडी, चटकनी

  • कुएड़ि- कोहरा,धुंध

  • कुकर्योळ -कुत्तों की तरह लड़ना झगड़ना बात करना

  • कुखड़ि-मुर्गी

  • कुखडु-मुर्गा

  • कुगति-कुदास,बुरी हालत

  • कुगळा-कोमल,मुलायम,नरम

  • कुच्यार-तंग स्थान,संकीर्ण जगह

  • कुजाणि-कौन जाने

  • कुटुमदरि-- परिवार, कुटुम्ब

  • कुटळि,कुटळु-कुदाल

  • कुटैम-अनुचित समय

  • कुतगैळि,कुतग्याळि-गुदगुदी

  • कुतरण्या-फटे पुराने कपड़े,गुदड़े

  • कुदकण,कुदण-कूदना,उछलना,फुदकना

  • कुदौण- दौड़ाना,रौंदना

  • कुनस-गजब,आश्चर्य,हद

  • कुनेथ-बुरी नजर, बदनीयत

  • कुमच्यर- संकीर्ण स्थान

  • कुमच्याट- तंग स्थान,संकीर्ण जगह

  • कुरंड- वह पत्थर जिस पर हत्यार को रगड़ कर उसकी धार तेज की जाती है

  • कुरचण-कुचलना,दबाना

  • कुरमुरि-करारी,अच्छी पकी हुई

  • कुरोध-गुस्सा

  • कुलण-मकान के पिछवाड़े की संकरी जगह

  • कुसगोर,कुसग्वर-अनाड़ीपन ,सही काम ना करने वाला

  • कुसज- असहज

  • कुसेढ़- नाराजगी

  • कुसै- थकावट, थकान

  • कुपस्यौ = बुखार का पसीना

  • कुकराण = कुत्ते के शारीर की गंध

  • कुकराण = सभा में खि भद्दी या असंगत बात

  • कुन्नु = जाळीदार थैला

  • कुपाण = बुरी प्रवृति

  • कुमलौण =चापलूसी कर ठगना

  • कुरजाडु= कुल्हाड़ी का हथा