आध्यात्मिक कायाकल्प

अध्यात्म द्वारा दैनिक जीवन के प्रश्नों के समाधान 

Refinement of Personality Through Spirituality

Answers to the questions of day-to-day life through Spirituality

पाठ्यक्रम 620102 - आंतरिक उत्कृष्टता का विकास

(परम पूज्य गुरुदेव, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा 'कल्प साधना शिविर' में दिए गए उद्बोधनों पर आधारित पाठ्यक्रम) (स्व-शिक्षण पाठ्यक्रम Self-Learning Course)

18. जीवन का महत्व एवं जिम्मेदारी समझें

परम पूज्य गुरुदेव, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा 'कल्प साधना शिविर' में दिया गया उद्बोधन

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प्रश्नोत्तरी नीचे दी गई है

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प्रश्नोत्तरी

1. जीवन - आपका सबसे बड़ा सौभाग्य। आपको क्या सौभाग्य (इस जीवन) इस समय मिला हुआ है, इस पर आप ------- गौर करें

2. आप इस बात पर विचार मत कीजिए - आप किस बिरादरी में पैदा हुए हैं, आपका घर (का) मकान है कि नहीं, आप कहाँ तक पढ़े हुए हैं, आपके पास (कितना) कुटुम्बी हैं, (आप) आपको सफलता मिली कि नहीं मिली, आप कैसा ------- लाए, वगैरह, वगैरह - जो आपके पास सामान हैं, (इस) पे विचार मत कीजिए। 

3. क्या करें? एक ऐसी बड़ी चीज़ आपको मिली हुई है, जिस नियामत के ऊपर आप ------- गर्व (अन) अनुभव कर सकते हैं।

4. वो क्या है? वो है इंसानी जिंदगी। आदमी का जन्म इतना बड़ा सौभाग्य है कि आप इसकी कल्पना नहीं कर सकते। चूँकि आपको मिला हुआ है, इसीलिए आप उसकी ------- नहीं समझते।

5. बोलने वाली जिंदगी, सोचने वाली जिंदगी, पढ़ने-लिखने वाली जिंदगी, जीविका के लिए कोई एक निश्चित (इस्) कोई सूत्र, खाने-पीने का नियत समय, ------- के लिए सुव्यवस्था, सोने-जागने का क्रम, पहनने के लिए वस्त्र

6. इसके हिसाब से अगर आप देखें, तो ये मालुम पड़ेगा कि आप दूसरे प्राणियों की ------- में, (में) (आपका) और दूसरे प्राणियों के बीच में जमीन आसमान जैसा फर्क है।

7. आप कभी एकांत में बैठ कर के ------- करें तो मालुम पड़ेगा कि भगवान के पास जो कुछ भी सबसे कीमती चीज़ थी, आपके सुपुर्द कर (दिया)।

8. मनुष्य की जिंदगी अगर जिस (आ) (जिसको) आदमी को मिल गई, समझना चाहिए भगवान का अनुग्रह पूर्ण हो (गया)। इससे ज्यादा भगवान के पास देने के लिए कोई ऐसी चीज़ नहीं है, जो किसी प्राणी को दे और उसको ------- कर दे।

9. आपने कभी ये कोशिश नहीं की कि इसका महत्व समझें, और महत्व समझने के साथ-साथ में आप इसको ठीक तरीके से ------- करने के लिए तैयारियाँ करें। आप इसकी तैयारी कीजिए, महत्व समझिए। 

10. एक तैयारी ये करनी पड़ेगी कि आपको (अपने) नए ढंग से जिंदगी के ऊपर विचार करना शुरू करना होगा। क्या शुरू करें? आप ये मान के चलिए - जिंदगी एक बहुत लम्बी ------- है, एक लम्बी वाली श्रंखला है।

11. कल की सम्भावनाओं के लिए (आज का) आज की व्यवस्था बनाना हर एक आदमी का काम, हर ------- आदमी का काम। 

12. आपको ये विचार करना पड़ेगा - आपका कल शानदार किस तरीके से हो? कल (की) शानदार होने के लिए ------- आपको क्या करना होगा?

13. एक ही बात करनी पड़ेगी - आप अपने प्रत्येक क्रियाकलाप में इस बात का समावेश करें, कि हमारा कल, भविष्य किस तरीके से ------- मिले।

14. करना क्या चाहिए? करना ये चाहिए - कल के परिणामों पे हम ज्यादा विचार करें, और आज (के) अपनी गतिविधियों का ------- इस तरीके से करें, जिससे हमारा कल बहुत अच्छा बनता हो

15. हम ऐसी एक रीति-नीति को अपनाने में ------- बन सकते हैं, जो हमारे लिए हर तरीके से सुखदायक और शांतिदायक बन सकती है।

16. जब लोगों को ये मालुम तो पड़ेगा ही, छिपता तो नहीं है, कि आप बुरे काम करने वालों में से हैं, तब फिर आप विश्वास रखिए, न आपके पास अच्छे ग्राहक आ सकते हैं, न कोई आपको उधार देने को रजामंद (हो) सकता है, न आपका कोई मुसीबत में ------- हो सकता है। 

17. आप किसान को जानते हैं न, विद्यार्थी को जानते हैं न, ------- को जानते हैं न, कलाकार को जानते हैं न, ये सब आदमी वो हैं जिनको कल का ख्याल रहता है। आज इनको नुकसान पड़ता है तो खुशी-खुशी इस नुकसान को उठाने के लिए तैयार रहते हैं। 

18. किसान नुकसान उठाने को तैयार रहता है। आज बीज बो रहा है न, आज ------- कर रहा है न, आज खाद पानी सिर पे ढो कर के खेत में लगा रहा है न, नुकसान के अलावा क्या है आप जरा बताइए तो सही। लेकिन (उसको) ख्याल है कि (इसका) कल (से) हमको अच्छी फसल मिल सकती है

19. दूरदर्शिता अगर उस बच्चे में रही होती, तो उसने ऐसे कदम न उठाए - तब उसने समझदार बच्चों के तरीके से ------- मेहनत की होती 

20. वो ------- ही है जिसकी वजह से पहलवान, पहलवान बन गया, जिसकी वजह से विद्वान, विद्वान बन गया, जिसकी वजह से धनवान, धनवान बन गया

21. उन लोगों ने आज (अ) अपनेआप (को) मन को मारा, अपनेआप को रोका, अपनेआप को एक ------- मकसद में लगाए रखा, और (पूरी) तरीके से, जिम्मेदारी के साथ में अपनेआप को किसी खास काम में घुला दिया

22. घुला देने वाले वो आदमी जो भविष्य के बारे में विचार करते हैं, बहुत ------- मालुम पड़ते हैं। आपको भविष्य के बारे में विचार करना चाहिए।

23. भगवान ने, आप (जिस) जिस (दिन) जन्मे थे, बहुत कीमती शरीर दिया था, और इस उम्मीद से दिया था कि आप इसका ठीक इस्तेमाल करेंगे, और अपनेआप का भविष्य उज्ज्वल बना (देंगे), और उसकी इस शानदार दुनिया (के) लिए कोई सेवा करने में ------- हो सकेंगे। 

24. आप उसके इस विश्व ------- को सुरम्य और (सु) सुसंस्कृत बनाने में हिस्सा बटाएँगे। भगवान ने आपको दिया है, आप भगवान की दुनिया को देंगे।

25. आप ये मत विचार कीजिए कि भगवान जी आपसे ये पूछने वाले हैं - आपने कितने माला का जप किया था, किन-किन तीर्थों में यात्रा की थी, क्या-क्या कर्मकाण्ड कराए थे, क्या कथा सुनी थी और क्या ------- थी - ये आपकी मर्जी के ऊपर है, ये आपके (अपनी) मन की हिफाजत के लिए और मन को ठीक रखने के लिए (है) - भगवान से इनका कोई ताल्लुक नहीं है।

26. भगवान (तो) ने तो सिर्फ आपको एक चीज़ ------- में दी थी, और वो जिंदगी, और सिर्फ जिंदगी के बारे में वो आपको सवाल करने वाला है।

27. एक प्रश्न का उत्तर आपको देना पड़ेगा, और एक ही प्रश्न पूछा जाएगा - आपको जो बेशकीमती जिंदगी मिली, वो आपने ------- खर्च कर डाली? किन-किन कामों में खर्च कर डाली? 

28. आपके (ये) ये जवाब माकूल नहीं हैं कि हमारे पास पेट के कमाने के लिए इतना काम था, कुटुम्ब को ------- के लिए इतना काम था, इसीलिए हम सारी जिंदगी इस काम में लगे रहे - (ऐसा) ऐसा मत कहिए।

29. आपकी आवश्यकताएँ क्या हैं जरा बताना - मुट्ठी भर आवश्यकता। चार रोटी आप खाते हैं - चार रोटी तो आप दो घंटे की कमाई में पूरा कर सकते हैं। आप ------- गज कपड़ा पहनते हैं न - इसकी कितनी कीमत होती है? 

30. फिजूलखर्चियों के लिए तो कोई (रास्ता) है? कोई सीमा है? कोई ------- है? आप चाहें (जितना) खर्च कर डालिए। लेकिन आपकी वास्तविक आवश्यकताएँ बहुत कम हैं।

31. कुटुम्ब को अगर (आप) अपने स्वावलम्बी बनाने और संस्कारी बनाने तक का अपना उद्देश्य ------- रखा हो, तो (आपका) कुटुम्ब (पालन) करने में ज़रा भी दिक्कत नहीं पड़नी चाहिए।

32. बाकी समय में आप इस तरीके से (उनको) शिक्षा और संस्कारिता पैदा कर सकते हैं, जिससे कि वो अपने पैरों पे खड़ी हो सकें। घर के लिए कुछ ------- कमाई न कर सकती हों तो बचत कर सकें।

33. खाना पकाना भी तो (ए का) एक आमदनी है, कपड़े धोना और ------- भी तो एक आमदनी है, आपके घर में साग-भाजी उगा देना भी तो आमदनी है - स्वावलम्बन हुआ न।

34. एक आदमी कमाए, सब बैठ के खाएँ - ये बुरी बात है। हर आदमी को आप (स्वावलम्बी क्यों नहीं सि) स्वावलम्बन क्यों नहीं ------- सकते?

35. आप औसत नागरिक, भारतीय, (की) तरीके से अगर जिंदगी जिएँ, (और) किफायतशारी से रहें, तो (आप) यकीन रखिए, आप थोड़े में बहुत गुजारा कर सकते हैं, और आपको सारी मुसीबतों से बड़ी आसानी के साथ में बचाव होना ------- है। भगवान के काम करने के लिए तो आपको ढेरों के ढेरों समय मिलना चाहिए।

36. आठ घंटे की मेहनत और ------- करने के बाद में आपका गुजारा भली तरीके से हो जाना चाहिए। काम करने के घंटे आठ घंटे से ज्यादा नहीं होने चाहिए।

37. आदमी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करे, आठ घंटे में गुजारा कर सकता है। फिर, इसके बाद में सात घंटे सोने को ------- लीजिए।

38. पाँच घंटे आप दैनिक कार्यों में लगाने के बाद में, आपको कुल मिला कर के बीस घंटे अपने दैनिक कामों में और पारिवारिक कामों में खर्च करने के लिए ------- होने चाहिए।

39. इसके बाद में जो आप के पास चार घंटे बचते हैं, आप भगवान के कामों को कर सकते हैं, जिससे कि आपकी ------- सार्थक मानी जा सके।

40. ये कह सकें - हमने अपनी आत्मा का कल्याण करने के लिए, और अपने परिवार का स्तर बढ़ाने के लिए, और समाज में सत्प्रवृत्तियों का संवर्धन करने के लिए, कोई ------- काम किए।

41. आप विश्वास रखिए - अभी तो आपको ------- प्राणियों से मनुष्य का दर्जा मिला है, कल आपको महामानव (का) मिल सकता है, ॠषियों का दर्जा मिल सकता है, देवात्माओं का दर्जा मिल सकता है।

42. अभी तो मानवीय गरिमा से लाभान्वित हुए हैं, भविष्य में आपको स्वर्गीय जिंदगी ------- का मौका मिल सकता है, आप जीवन मुक्तों (के) में गिने जा सकते हैं

43. जिंदगी के साथ खिलवाड़ मत (कीजिए), जिंदगी को महत्वहीन मत मानिए, जिंदगी को ------- मत (कीजिए), जिंदगी में आज (का) ही लाभों (पे) विचार मत कीजिए

44. भविष्य के लिए विचार कीजिए और ऐसी नीति (अख्तयार) कीजिए, जिससे कि आपका न केवल आज का दिन (शा) शानदार बन सके, बल्कि भविष्य (का) उज्ज्वल बनाने के लिए भी एक अच्छा खासा ------- खुल सके।

1. जीवन - आपका सबसे बड़ा सौभाग्य। आपको क्या सौभाग्य (इस जीवन) इस समय मिला हुआ है, इस पर आप ----कभी --- गौर करें

2. आप इस बात पर विचार मत कीजिए - आप किस बिरादरी में पैदा हुए हैं, आपका घर (का) मकान है कि नहीं, आप कहाँ तक पढ़े हुए हैं, आपके पास (कितना) कुटुम्बी हैं, (आप) आपको सफलता मिली कि नहीं मिली, आप कैसा ---डिवीज़न ---- लाए, वगैरह, वगैरह - जो आपके पास सामान हैं, (इस) पे विचार मत कीजिए।

3. क्या करें? एक ऐसी बड़ी चीज़ आपको मिली हुई है, जिस नियामत के ऊपर आप ---बराबर ---- गर्व (अन) अनुभव कर सकते हैं।

4. वो क्या है? वो है इंसानी जिंदगी। आदमी का जन्म इतना बड़ा सौभाग्य है कि आप इसकी कल्पना नहीं कर सकते। चूँकि आपको मिला हुआ है, इसीलिए आप उसकी ---वकत ---- नहीं समझते।

5. बोलने वाली जिंदगी, सोचने वाली जिंदगी, पढ़ने-लिखने वाली जिंदगी, जीविका के लिए कोई एक निश्चित (इस्) कोई सूत्र, खाने-पीने का नियत समय, ---वस्तुओं---- के लिए सुव्यवस्था, सोने-जागने का क्रम, पहनने के लिए वस्त्र

6. इसके हिसाब से अगर आप देखें, तो ये मालुम पड़ेगा कि आप दूसरे प्राणियों की ---तुलना ---- में, (में) (आपका) और दूसरे प्राणियों के बीच में जमीन आसमान जैसा फर्क है।

7. आप कभी एकांत में बैठ कर के ----विचार --- करें तो मालुम पड़ेगा कि भगवान के पास जो कुछ भी सबसे कीमती चीज़ थी, आपके सुपुर्द कर (दिया)।

8. मनुष्य की जिंदगी अगर जिस (आ) (जिसको) आदमी को मिल गई, समझना चाहिए भगवान का अनुग्रह पूर्ण हो (गया)। इससे ज्यादा भगवान के पास देने के लिए कोई ऐसी चीज़ नहीं है, जो किसी प्राणी को दे और उसको ---निहाल ---- कर दे।

9. आपने कभी ये कोशिश नहीं की कि इसका महत्व समझें, और महत्व समझने के साथ-साथ में आप इसको ठीक तरीके से ---इस्तेमाल ---- करने के लिए तैयारियाँ करें। आप इसकी तैयारी कीजिए, महत्व समझिए।

10. एक तैयारी ये करनी पड़ेगी कि आपको (अपने) नए ढंग से जिंदगी के ऊपर विचार करना शुरू करना होगा। क्या शुरू करें? आप ये मान के चलिए - जिंदगी एक बहुत लम्बी ----कड़ी--- है, एक लम्बी वाली श्रंखला है।

11. कल की सम्भावनाओं के लिए (आज का) आज की व्यवस्था बनाना हर एक आदमी का काम, हर ---समझदार ---- आदमी का काम।

12. आपको ये विचार करना पड़ेगा - आपका कल शानदार किस तरीके से हो? कल (की) शानदार होने के लिए ----आज --- आपको क्या करना होगा?

13. एक ही बात करनी पड़ेगी - आप अपने प्रत्येक क्रियाकलाप में इस बात का समावेश करें, कि हमारा कल, भविष्य किस तरीके से ---उज्ज्वल ---- मिले।

14. करना क्या चाहिए? करना ये चाहिए - कल के परिणामों पे हम ज्यादा विचार करें, और आज (के) अपनी गतिविधियों का ---निर्धारण ---- इस तरीके से करें, जिससे हमारा कल बहुत अच्छा बनता हो

15. हम ऐसी एक रीति-नीति को अपनाने में ----समर्थ --- बन सकते हैं, जो हमारे लिए हर तरीके से सुखदायक और शांतिदायक बन सकती है।

16. जब लोगों को ये मालुम तो पड़ेगा ही, छिपता तो नहीं है, कि आप बुरे काम करने वालों में से हैं, तब फिर आप विश्वास रखिए, न आपके पास अच्छे ग्राहक आ सकते हैं, न कोई आपको उधार देने को रजामंद (हो) सकता है, न आपका कोई मुसीबत में ----सहकारी--- हो सकता है।

17. आप किसान को जानते हैं न, विद्यार्थी को जानते हैं न, ----माली --- को जानते हैं न, कलाकार को जानते हैं न, ये सब आदमी वो हैं जिनको कल का ख्याल रहता है। आज इनको नुकसान पड़ता है तो खुशी-खुशी इस नुकसान को उठाने के लिए तैयार रहते हैं।

18. किसान नुकसान उठाने को तैयार रहता है। आज बीज बो रहा है न, आज ---मेहनत ---- कर रहा है न, आज खाद पानी सिर पे ढो कर के खेत में लगा रहा है न, नुकसान के अलावा क्या है आप जरा बताइए तो सही। लेकिन (उसको) ख्याल है कि (इसका) कल (से) हमको अच्छी फसल मिल सकती है

19. दूरदर्शिता अगर उस बच्चे में रही होती, तो उसने ऐसे कदम न उठाए - तब उसने समझदार बच्चों के तरीके से --  दिन-रात ----- मेहनत की होती

20. वो ----दूरदर्शिता --- ही है जिसकी वजह से पहलवान, पहलवान बन गया, जिसकी वजह से विद्वान, विद्वान बन गया, जिसकी वजह से धनवान, धनवान बन गया

21. उन लोगों ने आज (अ) अपनेआप (को) मन को मारा, अपनेआप को रोका, अपनेआप को एक ----खास --- मकसद में लगाए रखा, और (पूरी) तरीके से, जिम्मेदारी के साथ में अपनेआप को किसी खास काम में घुला दिया

22. घुला देने वाले वो आदमी जो भविष्य के बारे में विचार करते हैं, बहुत ----समझदार --- मालुम पड़ते हैं। आपको भविष्य के बारे में विचार करना चाहिए।

23. भगवान ने, आप (जिस) जिस (दिन) जन्मे थे, बहुत कीमती शरीर दिया था, और इस उम्मीद से दिया था कि आप इसका ठीक इस्तेमाल करेंगे, और अपनेआप का भविष्य उज्ज्वल बना (देंगे), और उसकी इस शानदार दुनिया (के) लिए कोई सेवा करने में ----समर्थ --- हो सकेंगे।

24. आप उसके इस विश्व ----उद्यान --- को सुरम्य और (सु) सुसंस्कृत बनाने में हिस्सा बटाएँगे। भगवान ने आपको दिया है, आप भगवान की दुनिया को देंगे।

25. आप ये मत विचार कीजिए कि भगवान जी आपसे ये पूछने वाले हैं - आपने कितने माला का जप किया था, किन-किन तीर्थों में यात्रा की थी, क्या-क्या कर्मकाण्ड कराए थे, क्या कथा सुनी थी और क्या ---कही ---- थी - ये आपकी मर्जी के ऊपर है, ये आपके (अपनी) मन की हिफाजत के लिए और मन को ठीक रखने के लिए (है) - भगवान से इनका कोई ताल्लुक नहीं है।

26. भगवान (तो) ने तो सिर्फ आपको एक चीज़ ---अमानत ---- में दी थी, और वो जिंदगी, और सिर्फ जिंदगी के बारे में वो आपको सवाल करने वाला है।

27. एक प्रश्न का उत्तर आपको देना पड़ेगा, और एक ही प्रश्न पूछा जाएगा - आपको जो बेशकीमती जिंदगी मिली, वो आपने ----कहाँ --- खर्च कर डाली? किन-किन कामों में खर्च कर डाली?

28. आपके (ये) ये जवाब माकूल नहीं हैं कि हमारे पास पेट के कमाने के लिए इतना काम था, कुटुम्ब को ----बनाने --- के लिए इतना काम था, इसीलिए हम सारी जिंदगी इस काम में लगे रहे - (ऐसा) ऐसा मत कहिए।

29. आपकी आवश्यकताएँ क्या हैं जरा बताना - मुट्ठी भर आवश्यकता। चार रोटी आप खाते हैं - चार रोटी तो आप दो घंटे की कमाई में पूरा कर सकते हैं। आप ----तीन --- गज कपड़ा पहनते हैं न - इसकी कितनी कीमत होती है?

30. फिजूलखर्चियों के लिए तो कोई (रास्ता) है? कोई सीमा है? कोई ----मर्यादा --- है? आप चाहें (जितना) खर्च कर डालिए। लेकिन आपकी वास्तविक आवश्यकताएँ बहुत कम हैं।

31. कुटुम्ब को अगर (आप) अपने स्वावलम्बी बनाने और संस्कारी बनाने तक का अपना उद्देश्य -----सीमित -- रखा हो, तो (आपका) कुटुम्ब (पालन) करने में ज़रा भी दिक्कत नहीं पड़नी चाहिए।

32. बाकी समय में आप इस तरीके से (उनको) शिक्षा और संस्कारिता पैदा कर सकते हैं, जिससे कि वो अपने पैरों पे खड़ी हो सकें। घर के लिए कुछ ---आर्थिक ---- कमाई न कर सकती हों तो बचत कर सकें।

33. खाना पकाना भी तो (ए का) एक आमदनी है, कपड़े धोना और ---सीना ---- भी तो एक आमदनी है, आपके घर में साग-भाजी उगा देना भी तो आमदनी है - स्वावलम्बन हुआ न।

34. एक आदमी कमाए, सब बैठ के खाएँ - ये बुरी बात है। हर आदमी को आप (स्वावलम्बी क्यों नहीं सि) स्वावलम्बन क्यों नहीं ---सिखा ---- सकते?

35. आप औसत नागरिक, भारतीय, (की) तरीके से अगर जिंदगी जिएँ, (और) किफायतशारी से रहें, तो (आप) यकीन रखिए, आप थोड़े में बहुत गुजारा कर सकते हैं, और आपको सारी मुसीबतों से बड़ी आसानी के साथ में बचाव होना ----संभव --- है। भगवान के काम करने के लिए तो आपको ढेरों के ढेरों समय मिलना चाहिए।

36. आठ घंटे की मेहनत और ---मशक्कत ---- करने के बाद में आपका गुजारा भली तरीके से हो जाना चाहिए। काम करने के घंटे आठ घंटे से ज्यादा नहीं होने चाहिए।

37. आदमी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करे, आठ घंटे में गुजारा कर सकता है। फिर, इसके बाद में सात घंटे सोने को ---मान ---- लीजिए।

38. पाँच घंटे आप दैनिक कार्यों में लगाने के बाद में, आपको कुल मिला कर के बीस घंटे अपने दैनिक कामों में और पारिवारिक कामों में खर्च करने के लिए ----काफी --- होने चाहिए।

39. इसके बाद में जो आप के पास चार घंटे बचते हैं, आप भगवान के कामों को कर सकते हैं, जिससे कि आपकी ---जिंदगी---- सार्थक मानी जा सके।

40. ये कह सकें - हमने अपनी आत्मा का कल्याण करने के लिए, और अपने परिवार का स्तर बढ़ाने के लिए, और समाज में सत्प्रवृत्तियों का संवर्धन करने के लिए, कोई ----मूल्यवान --- काम किए।

41. आप विश्वास रखिए - अभी तो आपको ----सामान्य --- प्राणियों से मनुष्य का दर्जा मिला है, कल आपको महामानव (का) मिल सकता है, ॠषियों का दर्जा मिल सकता है, देवात्माओं का दर्जा मिल सकता है।

42. अभी तो मानवीय गरिमा से लाभान्वित हुए हैं, भविष्य में आपको स्वर्गीय जिंदगी ----जीने --- का मौका मिल सकता है, आप जीवन मुक्तों (के) में गिने जा सकते हैं

43. जिंदगी के साथ खिलवाड़ मत (कीजिए), जिंदगी को महत्वहीन मत मानिए, जिंदगी को ----खण्डित --- मत (कीजिए), जिंदगी में आज (का) ही लाभों (पे) विचार मत कीजिए

44. भविष्य के लिए विचार कीजिए और ऐसी नीति (अख्तयार) कीजिए, जिससे कि आपका न केवल आज का दिन (शा) शानदार बन सके, बल्कि भविष्य (का) उज्ज्वल बनाने के लिए भी एक अच्छा खासा ----द्वार --- खुल सके।